Mahasamund :-आगामी पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण 08 नवंबर को लगेगा और भारत में दृश्यमान होगा। ज्योतिष शास्त्र के नजरिए से इस चंद्र ग्रहण को बेहद खास माना जा रहा है। इसके आगे पं अमित हिशीकर ने बताया कि ग्रहण के दौरान सभी शुभ कार्य पूजन आदि वर्जित रहेंगे।
इस बार चंद्र ग्रहण का अशुभ संयोग
चंद्र ग्रहण का ऐसा संयोग बहुत ही अशुभ माना जा रहा है.वहीं, शनि और मंगल के आमने-सामने होने की वजह से षडाष्टक योग, नीचराज भंग और प्रीति योग भी बन रहा है. ऐसे में चंद्र ग्रहण के दौरान लोगों को बहुत संभलकर रहने की सलाह दी जा रही है. चंद्र ग्रहण के समय मंगल और बृहस्पति जैसे प्रमुख ग्रह वक्री अवस्था में रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र में किसी ग्रह के वक्री होने का मतलब उसकी उल्टी चाल से होता है। इस चंद्रग्रहण से मेष, वृषभ, कर्क, कन्या, तुला धनु ,मकर ,मीन राशि के जातकों के लिए हानि है वही मिथुन, सिंह ,वृश्चिक, कुंभ राशि के जातकों के लिए लाभ बताया जा रहा है।
5 बजकर 21 मिनट से शुरू होगा
पं अमित हिशीकर ने बताया कि इस पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को शाम 5 बजकर 21 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 19 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. ऐसे में चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 8बजकर 21 मिनट से शुरू होगा। ग्रहण काल मे मंदिरों के पट बंद रहेंगे।
बात दें कि पखवाड़े भर पूर्व ही दीपावली पर सूर्यग्रहण लगा था। ज्योतिषविदों का कहना है कि साल के आखिरी चंद्र ग्रहण के मौके पर ग्रहों की विशेष स्थिति बन रही है।चंद्र ग्रहण के दिन ग्रहों के सेनापति मंगल, शनि, सूर्य और राहु आमने-सामने होंगे। ऐसे में भारत वर्ष की कुंडली में तुला राशि पर सूर्य, चंद्रमा, बुध और शुक्र की युति बन रही है। इसके अलावा, शनि कुंभ राशि में पंचम और मिथुन राशि में नवम भाव पर मंगल की युति विनाशकारी योग बना रही है।
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