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असहनीय दर्द से मरीज को मिली राहत जिला अस्पताल में कुल्हे की हड्डी का सफल आपरेशन

जिला चिकित्सालय में उपलब्धि में एक नया अध्याय जुड़ गया

Pramod Kumar Kesharwani

बलौदाबाजार-जिला अस्पताल बलौदाबाजार के चिकित्सकों की टीम ने 50 वर्षीय मरीज का सफल आपरेशन कर उसके कुल्हे की हड्डी बदलने में सफलता प्राप्त की है। अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ.किरणशंकर बाजपेयी, डाॅ.रोहित बाजपेयी, डाॅ.कल्याण कुरुवंशी एवं निश्चेतना विशेषज्ञ डाॅ.मुकेश पटेल द्वारा यह आपरेशन किया गया। चिकित्सकों ने एक अत्यंत जटिल एवं शासकीय जिला चिकित्सालय में दुर्लभ आपरेशन जो की तीन घंटे चली, को सफलता पूर्वक अंजाम देकर जिला चिकित्सालय की उपलब्धि में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।

इलाज था जटिल

सिविल सर्जन डाॅ. अभय सिंह परिहार ने इस संबंध में बताया की बलौदाबाजार निवासी प्रमोद कुमार केशरवानी चलते-फिरते समय गिर पड़े थे। गिरने से उनके कमर की हड्डी टूट गयी। पचास वर्षीय व्यक्ति के शरीर के कमर की हड्डी का सामान्य रुप से जुड़ना संभव नही था। मरीज जिला चिकित्सालय में जांच के लिए पहुंचा जहां एक्स-रे जांच के दौरान कमर की हड्डी की टूटना पाया गया, जिसका इलाज जटिल प्रक्रिया है। जिला खनिज संस्थान न्यास निधि द्वारा जिलाधीश सुनील कुमार जैन के सहयोग से जिला चिकित्सालय में अस्थि रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डाॅ.किरणशंकर बाजपेयी की पदस्थापना की गई है। यह उपलव्धि जिलाधीश के सहयोग का परिणाम है जिसके कारण मरीज का सफल इलाज हो पाया.

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सिविल सर्जन डाॅ. अभयसिंह परिहार ने बताया कि जिला चिकित्सालय में समस्त प्रकार के अस्थि रोग संबंधी शल्यक्रिया डाॅ.किरणशंकर बाजपेयी के नेतृत्व में ए.बी.खान, रीतु वर्मा, हरपाल बंजारे, दीपक, व्यासनारायण द्वारा किया जा रहा है। अस्थि रोग से पीड़ित मरीज किसी भी दिन प्रातः 9 से 1 एवं सायं 4 से 6 बजे के बीच जिला चिकित्सालय के कक्ष क्र. 2 में आकर अपनी जांच डाॅ.किरणशंकर बाजपेयी अस्थि रोग विशेषज्ञ से करवा सकते हैं।

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मरीज को मिला नया जीवन

दुर्घटना ग्रस्त मरीज प्रमोद कुमार केशरवानी ने कहा कि इस उम्र में कमर की हड्डी टूटने पर असहनीय दर्द एवं बिस्तर में रहना अत्यंत कठिन था, जिससे मैं परेशान हो रहा था। मुझे लगा कि अपनी शेष जिंदगी इसी प्रकार बिस्तर पर रहूंगा। जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने जांच कर मेरी बीमारी का सफल इलाज कर दिया। यहां सभी डाॅक्टर, नर्सो एवं सहयोगी स्टाॅफजनों की सेवाओं और व्यवहार से मैं काफी खुश हूं। मेरा सम्पूर्ण इलाज आयुष्मान योजना से निःशुल्क हुआ है, किसी भी प्रकार का पैसा मेरे द्वारा भुगतान नहीं किया गया है।

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