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कोरोना संक्रमण की बढ़ते प्रसार की कड़ी को तोड़ने में जुटा सरकारी अमला

3500 से ज्यादा सरकारी अमला लगभग 1200 गाॅवों व वार्डों में घर-घर जाकर कर रहें लक्षण वाले मरीजों की पहचान

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महासमुन्द -जिले के नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर कोरोना सघन समुदायिक सर्वे काम सोमवार 05 अक्टूबर से शुरू हुआ है। जो 12 अक्टूबर तक चलेगा। जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी अनुसार इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के विभिन्न विभागों के 3572 अधिकारी-कर्मचारियों कोरोना सघन समुदायिक सर्वे अभियान में जुटे हुए हैं। इनमें 2168 मितानिन और 1704 आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं।

ये कर्मचारी जिले के 1191 गाॅवों और वार्डों के घर-घर जाकर कोरोना सर्वे अभियान कर कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार की कड़ी को तोड़ने में लगे है। ये लोग 1095 गाॅवों और 96़ वार्डों के लोगों के स्वास्थ्य जानकारी लेंगे।कलेक्टर कार्तिकेया गोयल कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान पर नजर बनाए हुए हैं।

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जानकारी में बताया गया कि जिस गाॅव में मितानिन नहीं है वहां आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही बहुउददेश्यीय स्वास्थ्य कार्यकताओं, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमले की डयूटी लगायी गई है। वे लोगों के घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले रहे है। संदिग्ध मिलने पर उनका कोराना टेस्ट भी किया जाएगा।

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क्षेत्र के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में घर-घर जाकर सर्विलांस का कार्य भी किया जा रहा है। इसके तहत कार्यकर्ताएं लोगांे से सर्दी खाॅसी, बुखार, गले में खराश, मुंह में खाना का स्वाद न आना व गंध का न आना ऐसे अनेक लक्षणों की जानकारी भी ले रहे है। जिले के सभी सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना की निःशुल्क जांच भी की जा रही है।

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डाॅ. परदल ने बताया सर्वे के दौरान कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान संख्या ज्यादा होने पर अधिक उम्र के 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजो, गर्भवती मलिाओं, पांच से कम आयु के बच्चों, मधुमेह, उच्च रक्चात, किडनी आदि रोगी जोखिम समूह के लक्षण वाले व्यक्तियों की कोरोना की जांच पहले की जायेगी तथा उनका तुरंत उपचार किया जायेगा।

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