महासमुंद-सिरपुर हाथी प्रभावित क्षेत्र में बीतीरात ग्राम खडसा के एक किसान हाथी का शिकार होने से बाल बाल बच गया, हाथी द्वारा घर का दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया पर असफल होने पर खलिहान में लगे दरवाजा को तोडकर धान को खा कर किसान को भारी नुक़सान पहुंचाया है। किसान धान को बेचने के लिए सोसायटी से टोकन मिलने के इन्तजार में था इसी दरमियान हाथी खलिहान में पहुंच कर धान को नुकसान पहुंचाया है।
हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 3.30 बजे के आसपास एक हाथी ग्राम खडसा खोरबाहरा सेन जिसका मकान सड़क से लगा हुआ है व् घर से लगा हुआ खलिहान भी है घर में दरवाजा को लात से मारकर खोलने का प्रयास किया पर दरवाजा नही खुला तो खलिहान पर लगे दरवाजा को तोडकर अन्दर पहुंच कर 25 से 30 बोरी धान को खा कर भारी नुक़सान पहुंचाया है,कुछ धान की बोरी को सड़क के उस पार जंगल तरफ ले गया है। अगर हाथी से घर का दरवाजा खुल जाता तो किसी अनहोनी से इनकार नही किया जा सकता था ।
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संयोजक राधेलाल सिन्हा का कहना है कि वन विभाग को हाथी पहुंचने की भनक तक नहीं लगा। हाथी मस्त होकर धान को खाते रहे, किसान को हाथी आने की भनक लगी तो जोर जोर से आवाज लगा कर ग्रामीणों को बुलाया तब हो हल्ला मचा कर तथा टार्च एवं मशाल तथा आग जला कर भगाने का प्रयास किया।क्षेत्र में हाथियों के आमद होने से क्षेत्र के किसानो के माथे पर चिंता की लकीर खीच आई है ।
संयोजक राधेलाल सिन्हा का कहना है कि जब से हाथी इस क्षेत्र में आया है तब से उनका उत्पात बढ़ गया है किसानो की मेहनत की कमाई को खाकर ,बिखेरकर आर्थिक नुक्सान पहुचा रहे है वही धान उपार्जन केंद्र में धान खरीदी लिमिट होने के कारण किसानो को शेष धान को सुरक्षित रखपाना एक दूभर काम हो रहा है इसके बाद हाथी से जानमाल का खतरा अलग से बना है । हाथियों द्वारा अबतक ल्हन्ग्र बन्डोरा,केशलढिह, गुर्रुढिह, कुकराढिह,जोबा, अछोला व् अछोली में किसानों के सैकड़ो क्वींटल धान को नुकसान पहुचाया है ।
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