अजित पुंज-बागबाहरा- पूर्व जनपद अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नरेंद्र चन्द्राकर का कहना है कि आज हमारे देश के अधिकाँश किसान भाई अधिक उत्पादन लेने की होड़ में अधाधुंध रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशक दवाओं, सहित अन्य केमिकल्स का जो कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा प्रतिबंधित हैं का बेहताशा उपयोग अपने खेतों में, फार्म मे, डेयरी फार्म में, बगीचों मे कर रहे हैं । आज की स्तिथि में जैविक खेती करना अति आवश्यक व् अपरिहार्य हो रहा हैं । उर्वरक को अधिक मात्रा में उपयोग करने से, कीटनाशकों का असँतूलित उपयोग करने से तथा फसल का ग्रोथ बढ़ाने के लिए किये गए केमिकल का उपयोग मानव जीवन के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है । ऐसा निष्कर्ष भी प्रकाशित होता रहता है ।
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ऐसे पद्धतियों से उत्पादितओ मुख्य आहार,गेहूं, चावल, दाल, तथा फल, साग-सब्जी, दूध के सेवन करने के मानव शरीर में प्रतिरोधक शक्ति का विकास अपेक्षित नही होता । ऐसा निष्कर्ष हमारे स्वास्थ्य सँबँधी शोध कर्ता,चिकित्सकगण,कृषि वैज्ञानिक द्वारा देकर किसान भाईयो को जैविक पद्वतियों से खेती करने की सलाह दिया जाता रहा है। आज जागरूक किस्म के व्यक्ति बिना रासायनिक खाद एवं बिना कीटनाशक दवाओं के उपयोग से उत्पादित चावल गेहूं का आहार करना पसँद करने लगा है ।
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आज हम अपने बच्चों को केमिकल युक्त डिब्बा बँद खाद्य पदार्थ, चिप्स, केमिकल युक्त पेय पदार्थ, बचपन से ही यह जानते हुए दे रहे हैं कि उक्त खाद्य पदार्थ उस बच्चे के शारारिक विकास के लिए उपयुक्त नहीं है ।अब हमारे सभी प्रकार के आहार के उत्पादन में जैविक पद्वति का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किसान भाई करें। उन्हें इस पद्वतियों को अपनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा अनुदान राशि शासन द्वारा दिया जाना चाहिए ।तभी हम अपने आने वाले पीढ़ियों का इम्यूनिटी पावर ,शारारिक सक्षमता को अपेक्षित बनाने में सफल हो पायेंगे .।
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