गीदम/दंतेवाड़ा:- विश्व व्यापी देशों में भारत समेत अधिकारिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यूनेस्को द्वारा आईडीएम 2023 के थीम “मैथमेटिक्स फॉर एवरीवन” का निर्धारित किया गया है।
14 को अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को), अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ (आईएमयू), इमेजिनरी ऑर्गनाइजेशन एवं क्लॉस त्सिरा स्टिफ्टंग, सिमोन फाउंडेशन के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस योजना संचालित किया जा रहा है। गणित स्थिरांक पाई (π) जिसका मूल्य 3.14 है, इसिको सूचित करते हुए मार्च 14 को अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस तथा पाई दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मिला मान्यता
विश्व स्तर पर ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से आयोजित करने के लिए भारत के छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल के व्याख्याता तथा भारत सरकार विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था के आजीवन सदस्य अमुजुरी विश्वनाथ को अधिकारिक रुप से युनेस्को, अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ एवं आइडीएम314 संस्था द्वारा मान्यता मिला।
छत्तीसगढ़ से एक मात्र आयोजक अमुजुरी विश्वनाथ बताया कि गणितीय ज्ञान व कौशल मानव जीवन में सभी के लिए अत्यंत उपयोग तथा आवश्यकता है। वर्ष 2023 के लिए अन्तर्राष्ट्रीय गणित पखवाड़ा मार्च 14 से 28 तक आयोजित किया जाएगा। गणित का भूमिका के बारे में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से साझा किया जाएगा।
भारत में यह कार्यक्रम संचालित हेतु भारत सरकार विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के अंर्तगत भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था, ऑल इंडिया रामानुजन मैथ्स क्लब, आस्था विद्या मंदिर जावंगा, राष्ट्रीय शिक्षक वैज्ञानिक परिषद भारत, रमन साइंस एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन,
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल काउंसिल ऑफ यंग साइंटिस्ट्स और इग्नाइटिंग
ड्रीम्स ऑफ यंग माइंड्स फाउंडेशन इंडिया के सहयोग से आयोजित किया जारहा है।
विद्यार्थियों, गणित प्रिय व्यक्तियों, शिक्षकों, विशेष व्यक्तियों, वैज्ञानिकों एवं आम जनता के लिए विभिन्न वेबीनर,
प्रतियोगिता, प्रोजेक्ट एवं अवार्ड्स के माध्यम से निः शुल्क आयोजित किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम को विश्व के विभिन्न 20 अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठान, संस्थाएं, परिषदों तथा आयोगों से सहमति प्राप्त हुआ।
इसी कड़ी में विश्व के महान वैज्ञानिक, भौतिक शास्त्र विशेषज्ञ नोबेल पुरस्कार ग्रहिता अल्बर्ट आइंस्टीन के 144वी
जन्म दिवस पर उन्हें स्मरण किया गया।