गरियाबन्द- छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के तत्वावधान में गरियाबन्द वन मंडल गरियाबन्द तथा उदंती – सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबन्द के लगभग 40 लिपिक, वायरलेस ऑपरेटर तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आज दूसरे दिन भी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हैं.
हड़ताल पर चले जाने से दोनों वन मंडल कार्यालय के साथ – साथ सभी उप वन मंडल कार्यालय एवं परिक्षेत्र कार्यालयों के कार्यालयीन कार्य प्रभावित हो रहे हैं. ज्ञातव्य है कि छ.ग. वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ ने समय – समय पर अपनी मांगों के सम्बन्ध में शासन / प्रशासन को अवगत कराया है, जिसे हर बार नजरअंदाज किया जाता रहा है.
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इसलिए पूरे छत्तीसगढ़ के लिपिक वर्गीय वन कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला किया है। जिला सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि कोई कर्मचारी शौक के लिए हड़ताल नहीं करता है. उसके लिए वर्तमान व्यवस्था ही ज़िम्मेदार है. उन्होंने बताया कि कोई भी कर्मचारी हड़ताल का रास्ता अपना कर शासन / प्रशासन का नुकसान नहीं करना चाहता है. लेकिन शासन / प्रशासन के द्वारा अपने छोटे कर्मचारियों की जायज़ बातों पर तवज्जो नहीं देती है तो उन्हें हड़ताल करने के लिए बाध्य होना पड़ता है.
प्रदेश लिपिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पन्ना लाल देववन्शी एवं सचिव बसंत मिश्रा अपने साथियों
के साथ धरनास्थल पर पहुंचे और उनकी हड़ताल का नैतिक समर्थन किया.
धरनास्थल पर छ.ग. लिपिक वर्गीय वन कर्मचारी संघ के प्रदेश सह सचिव देवेश शर्मा,
संभागीय सह सचिव मो. अज़हरुद्दीन, जिलाध्यक्ष अमृत सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष बिन्दू कश्यप,
किशोर यदु, सचिव राकेश शर्मा एवं संघ के समस्त सदस्य उपस्थित थे.
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