महासमुंद-केंद्र सरकार द्वारा खाद के साथ ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ आज शनिवार को संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर की अगुवाई में कोविड 19 नियमों का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि केंद्र सरकार अपने इन फैसलों की बदौलत कृषि क्षेत्र में काॅरपोरेट घरानों का दखल बढ़ाने का ही प्रयास कर रही है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज शनिवार को खाद, पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के विरोध में प्रदर्शन करने का आव्हान किया गया था। जिस पर अपने निवास में संसदीय सचिव चंद्राकर ने कोविड 19 नियमों का पालन करते हुए विरोध जताया। उन्होंने कहा कि इफको द्वारा खाद के दामों में हुई वृद्धि पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र में निजीकरण का रास्ता खोल रही है। एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करती है, दूसरी तरफ किसानों की फसल में लगने वाली लागत को बढ़ा रही है। अब खाद के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर सरकार ने किसानों पर एक और चोट कर दी है।
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कोरोना संकट काल के बीच किसानों के सामने एक नई आफत आ गई है। इफको इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स कोआपरेटिव लिमिटेड ने खाद के दाम बढ़ा दिए हैं। कोरोना काल में पहले से ही आर्थिक तंगहाली झेल रहे किसानों को खाद की बढ़ी कीमतों ने परेशानी में डाल दिया है। केंद्र सरकार के इन विनाशकारी कदमों की वजह से किसान अपनी जमीन बेचने पर मजबूर हो जाएंगे। इसी तरह पेट्रोल-डीजल के दामों में भी लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि दाउलाल चंद्राकर, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खिलावन साहू भी तख्ती लेकर केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई कीमतों को लेकर विरोध जताया।
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