Home छत्तीसगढ़ क्षेत्र के धार्मिक स्थल जल्द ही हाईमास्ट लाइट की दूधिया रोशनी से...

क्षेत्र के धार्मिक स्थल जल्द ही हाईमास्ट लाइट की दूधिया रोशनी से होंगे जगमग

संसदीय सचिव के प्रयास से मिली हाईमास्ट लाइट की मंजूरी

ड्रीम इंडिया स्कूल के बच्चों को मिलेगी राहत संसदीय ने की पहल

महासमुंद। क्षेत्र के धार्मिक स्थल जल्द ही हाईमास्ट लाइट की दूधिया रोशनी से जगमग होंगे। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के प्रयास हाईमास्ट लाइट की मंजूरी मिली है।

मिली जानकारी के अनुसार संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर द्वारा क्षेत्र के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर हाईमास्ट लगाने शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षित कराया था। बाद इसके क्षेत्र के 16 धार्मिक स्थलों पर हाईमास्ट लाइट के लिए स्वीकृति मिली है।

सिरपुर को हेरिटेज स्थल के रूप में बुद्धिष्ट थीम में विकसित करने कांसेप्ट प्लान तैयार

क्षेत्र के धार्मिक स्थल जल्द ही हाईमास्ट लाइट की दूधिया रोशनी से होंगे जगमग

भारत, विश्व भर के बौद्ध समाज की श्रद्धा का, आस्था का, प्रेरणा का केंद्र है पीएम मोदी

धार्मिक स्थल बेमचा खल्लारी मंदिर, बिरकोनी के चंडी मंदिर व बाजार चौक, अछोला के मां महामाया मंदिर के पास, कोडार के खल्लारी मंदिर के पास, सिरपुर के गंधेश्वरनाथ मंदिर के पास, कनेकेरा के शिव मंदिर के पास, बम्हनी के बम्हनेश्वर मंदिर के पास, बावनकेरा के मुंगईमाता मंदिर के पास, कोना के दुर्गा मंदिर के पास, दलदली के शिव मंदिर , खट्टी के बाजार चौक, अछोली के बाजार चौक, महासमुंद के श्रीरामजानकी मंदिर व मां महामाया मंदिर के पास, बड़गांव के चंडी मंदिर के पास व भोरिंग के चंडी मंदिर के पास हाईमास्ट लाइट की स्वीकृति शामिल हैं।

तुमगांव में आईटीआई प्रारंभ करने किया ध्यानाकर्षित

संसदीय सचिव व विनोद चंद्राकर ने छग शासन के मंत्री उमेश पटेल से नगर पंचायत तुमगांव में ITI प्रारंभ करने तथा महासमुंद ITI में नए ट्रेड शुरू करने ध्यानाकर्षित कराया है। संसदीय सचिव ने इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। जिसमें बताया गया है कि महासमुंद में लंबे समय से ITI संचालित है। यहां सीमित ट्रेड के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यहां प्लंबर व वायरमेन के नए ट्रेड शुरू करने की जरूरत है।

इसी तरह नगर पंचायत तुमगांव के आसपास अधिक आबादी वाले ग्राम हैं। जहां के युवाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण की जरूरत है। जिला मुख्यालय की दूरी अधिक होने के कारण सिरपुर, पासीद, पीढ़ी, झलप व पटेला आदि क्षेत्रों से प्रशिक्षण पाने में युवा असमर्थ है। यहां नवीन ITI खोले जाने की जरूरत है।