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दैनिक मजदूरी में मात्र 03 रू बढ़ाये जाने से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ में रोष

श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन शिव डेहरिया एवं श्रम आयुक्त द्वितीय तल इंद्रावती भवन छत्तीसगढ़ रायपुर के नाम से संगठन के प्रांत अध्यक्ष मिलाप यादव द्वारा ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर  को ज्ञापन सौंपा

Memorandum

महासमुंद-छत्तीसगढ़ राज्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 620 द्वारा दैनिक मजदूरी में श्रम आयुक्त द्वारा छत्तीसगढ़ में समस्त विभागों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी एवं श्रमिकों के वेतन में महज 3 रुपए बढ़ाए जाने के विरोध में ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर महासमुंद को सौंपा है

श्रमायुक्त छत्तीसगढ़ रायपुर व्दारा दैनिक मजदूरी में मात्र 03 रू बढ़ाये जाने के कारण छत्तीसगढ़ राज्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ व्दारा प्रदेश व्यापी विरोध का आव्हान कर 03 तारीख, 03 बजे, मात्र 03 रू बढाये जाने के लिये ज्ञापन सौंपने का अपील किया गया था जिसमें संगठन द्वारा प्रांत स्तर में ज्ञापन सौपा गया गया एवम् महासमुंद जिले में कलेक्टर महासमुंद को आज 6 अक्टूबर को श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन शिव डेहरिया एवं श्रम आयुक्त द्वितीय तल इंद्रावती भवन छत्तीसगढ़ रायपुर के नाम से संगठन के प्रांत अध्यक्ष मिलाप यादव द्वारा ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर  को ज्ञापन सौंपा गया।

संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि श्रमायुक्त छत्तीसगढ़ रायपुर व्दारा न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948 के तहत प्रदत्त अधिकार का उपयोग करते हुए दैनिक मजदूरी में मात्र 03 रू प्रतिदिवस की वृद्धि की है जिसके कारण दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों/कर्मचारियों के रोष है।

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संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि कोविड 19 वैश्विक महामारी के काल में दैनिक उपयोग की समस्त खाद्य सामग्री के दर में वृद्धि हुई है। श्रमायुक्त व्दारा विगत 06 माह के महंगाई सूचांक के आधार पर न्यूनतम वेतन का निर्धारण किया जाता है तो वे किस महंगाई दर को आधार मान रहे हैं। जो 3 रू हो रहा है।

पिछले बार भी वर्ष 2017 में महंगाई दर का निर्धारण 29/03/2017 को भारत सरकार आर्थिक ब्यूरो शिमला के रिपोर्ट के आधार पर 9100/- रू तय किया गया। परंतु 01/05/2017 (मजदूर दिवस के दिन ही) अपरिहार्य कारणों से (उद्योगपतियों और पूंजीपतियों के हितार्थ) 9100/- को 7800/- रू कर दिया गया। जिसे आज दिनांक तक मूल वेतन माना जा रहा है। मतलब जो मूल वेतन 9100/- होना था उसे 7800/- मानकर गणना कर रहे हैं।

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मतलब श्रम विभाग व्दारा श्रमिक हित में 1300/- रू कम कर दिए। अब यक्ष प्रश्न यह है कि श्रम विभाग का निर्माण या संरचना श्रमिकों की हितों की रक्षा के लिए किया गया है। या पूंजीपतियों की रक्षा के लिए। छोटे गरीब मजदूर तो कम पढ़े लिखे होते हैं वो हमारा क्या बिगाड़ लेगें।

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इस निर्णय से दैनिक श्रमिको में रोष व्याप्त है और प्रदेश संघ के आव्हान महासमुंद जिले में सोशल दिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ 620 के प्रांत अध्यक्ष मिलाप यादव, गौरव गुप्ता ,वीरेंद्र साहू ,देवेंद्र प्रधान ,कीर्तन लाल साहू ललित यादव ईश्वर टंडन एवं तुलसीराम चौहान एवं सभी विभागों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगियों का सहयोग रहा इसी प्रकार पर रायपुर, महासमुंद,गरियाबंद, बलौदा बाजार, धमतरी, बिलासपुर, रायगढ़, , जांजगीर-चांपा, बालोद, राजनांदगांव, बेमेतरा, कवर्धा के दैनिक वेतन भोगियों ने श्रम मंत्री एवं श्रमायुक्त छत्तीसगढ़ के नाम पर ज्ञापन सौंपा है।

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