महासमुंद जिले से चार खिलाड़ी कमलेश साहू (खोपली, बागबाहरा), चांदनी साहू (मौलीमुड़ा, बागबाहरा), पद्मा साहू (बिहाझर, बागबाहरा) और देविका साहू (भोरिंग, महासमुंद) आगामी राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
हाल ही में चांदनी साहू ने सीनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप में महिला इंडियन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए 50 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत और टीम इवेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किए। वह उत्तराखंड नेशनल गेम्स में भी दो पदक जीत चुकी हैं और छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं।
पद्मा साहू उत्तराखंड नेशनल गेम्स में भाग ले चुकी हैं और रायपुर में आयोजित सब-जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में तीन पदक हासिल कर चुकी हैं। उनसे इस बार भी जूनियर नेशनल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। साल 2008 से बागबाहरा के बॉल आश्रम बिहाझर में तीरंदाजी प्रशिक्षण की शुरुआत डॉ. विकास अग्रवाल की पहल पर हुई। तब से अब तक 18 खिलाड़ी 40 से अधिक राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेकर 20 राष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं।
चार खिलाड़ी राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में चयनित, जिले के प्रदर्शन का बढ़ा मान
जिला प्रशासन और खेल विभाग द्वारा संसाधन उपलब्ध कराए जाने से प्रशिक्षण की रफ्तार और बढ़ी है।बागबाहरा से राष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में एवन कुमार साहू, नवलीन कौर, संजय सोनवानी, नरेश साहू, पद्मा साहू, चांदनी साहू, सत्यभामा साहू, हेमंत निषाद, तोरण यादव, नयन सिंह, जया साहू, कमलेश साहू सहित कई खिलाड़ी शामिल हैं।
इनमें से कई खिलाड़ियों ने साई (सोनीपत/रायपुर), कोरिया ट्रेनिंग सेंटर, सतारा महाराष्ट्र, और बिलासपुर के खेलो इंडिया
एक्सीलेंस सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
जिला तीरंदाजी संघ ने राज्य संघ के सहयोग से बागबाहरा में
राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता भी आयोजित कर खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का अवसर दिया।
2023 से खेलो इंडिया तीरंदाजी सेंटर एकलव्य आवासीय विद्यालय, भोरिंग में चल रहा है,
जहाँ से खिलाड़ी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भाग ले रहे हैं। यहाँ के 17 खिलाड़ियों ने
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और 10 पदक जीते। पदक जीतने वालों में
जयंत ठाकुर, नमन मांझी, योगेश नाग, टुकेश कुमार, उदित नारायण भोई, दिगंबर नेताम,
लिलिमा नाग, कुमुदिनी दीवान, डिंपल दीवान और रिया दीवान शामिल हैं।
जिले में खिलाड़ियों को ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर, बेहतर अभ्यास,
प्रतियोगिता आयोजित करने, संसाधन उपलब्ध कराने और तकनीकी मार्गदर्शन में
जिला प्रशासन व प्रशिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है।राष्ट्रीय चयन पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह,
भारतीय तीरंदाजी संघ के उपाध्यक्ष कैलाश मुरारका, जिला खेल अधिकारी मनोज घृतलहरे,
जिला तीरंदाजी संघ और विभिन्न प्रशिक्षकों व खिलाड़ियों ने शुभकामनाएँ दी ।




































