किसानों को केसीसी जारी करने के लिए लगाए जाएंगे 02 से 07 मार्च तक विशेष शिविर-

महासमुन्द :प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि के अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को किसान क्रेडिट प्रदान करने के लिए जिले में 02 मार्च से 07 मार्च तक सभी सहकारी समितियों में विशेष शिविर लगाएं जाएंगे। 6 दिनो तक चलने वाले इस शिविर के माध्यम से वन भूमि पट्टाधारी कृषकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जाएगा। ताकि बैंकों से ऋण सुविधा का लाभ उठाकर वन भूमि के पट्टाधारी कृषक भी अपनी खेती किसानी को बनाने के साथ ही कृषि आधारित आय मूलक गतिविधियों को सहजता से अपना सकें.

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कृषि विभाग के उपसंचालक  एस.आर.डोंगरे ने बताया कि जिले में संचालित पात्र कृषकों को केसीसी जारी करने के लिए राजस्व, कृषि, उद्यानिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों की टीम बनाई गई है। यह टीम 02 मार्च से 07 मार्च तक संबंधित सहकारी समिति में मौजूद रहकर केसीसी कार्ड से वंचित तथा वन भूमि पट्टा धारी किसानो ंको केसीसी कार्ड उपलब्ध कराने के लिए आवेदन एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त करेंगी। शिविर में संबंधित क्षेत्रों के बैंकर्स भी मौजूद रहेंगे। आवेदन प्राप्त करने के पश्चात संबंधित किसानों को केसीसी कार्ड जारी किया जाएगा। उप संचालक डोंगरे ने कहा कि प्रत्येक शिविर के लिए नामजद प्रभारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने सभी कृषकों को इस विशेष शिविर का लाभ उठाने तथा अपना केसीसी कार्ड बनवाकर किसानों के हित में संचालित सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है। केसीसी बनवाने के लिए किसान को अपनी कृषि भूमि का नक्शा, खसरा, बी-01, कोई भी मान्य फोटो पहचान पत्र, बैंक पास बुक तथा दो फोटो लेकर आना होगा.

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उप संचालक डोंगरे ने बताया कि वन पट्टाधारी कृषकों को केसीसी जारी किए जाने का अभियान शुरू किया गया है, इससे वन पट्टाधारी कृषकों को भी खेती किसानी एवं उससे संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए भी बैंको से ऋण मिलने लगेगा। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। खेती किसानी का रकबा और उत्पादन बढे़गा। उन्हांने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड से कृषि एवं उद्यानिकी कार्य के लिए तीन लाख रूपए तक का ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैंक द्वारा दिया जाता है। इसी तरह यदि कोई केसीसी धारी किसान, गाय पालन, मछलीपालनके लिए दो लाख रूपए तक का ऋण लेता है तो वह भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा.