महासमुंद-रोका छेका अभियान के लिए तुमगांव नगर के जनप्रतिनिधियों ने विगत 15 महीनों से लगातार परिषद के सदस्यों ने गौठान निर्माण होने वाले भूमि की समस्त दस्तावेज पंचनामा सहित पटवारी ,तहसीलदार , अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा कलेक्टर व सत्ताधारियों के पास भी विधिवत पूर्ण दस्तावेज के साथ गौठान निर्माण हेतु लगातार परिषद के सदस्यों द्वारा मांग किया जाता रहा है ,लेकिन आज दिनांक पर्यंत तक नगर पंचायत को ना भूमि अधिपत्य प्राप्त हो पाया ना ही गौठान निर्माण की प्रकिया पूर्ण हो पाई है।
नप उपाध्यक्ष पप्पू पटेल ने बताया कि नगर में पिछले खरीफ धान फसल के समय अस्थाई कांजी हाउस महासमुन्द रोड में बनाया गया था ,जिसमे लगभग सैंकड़ों की संख्या में आवारा पशु को किसानों व कर्मचारियों के द्वारा खेत से लाकर रखा गया था । तुमगांव नगर पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है कि वह सड़क पर मौजूद मवेशियों को गौठान तक पहुंचाएं, साथ ही मवेशी के मालिकों से एक शपथ पत्र भरवा जाए जिसमें वे अपने मवेशियों को घर में रखने पर सहमति दे।
किसानों को खाद और बीज के लिए सोसायटियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं-सांसद चुन्नीलाल
कहने को तो योजना जारी है लेकिन इसका असर कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रहा। नगर पंचायत का राजस्व विभाग का दस्ता अपने नित कार्यो में व्यस्त है तो वहीं सड़कों पर अभी भी हर ओर मवेशी जमे हुए हैं । आप तुमगांव के किसी भी सड़क पर चले जाइए । सड़क पर गाय बैलों के झुंड नजर आ ही जाएंगे।
नप उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि भोरिंग चौक से लेकर बस स्टैंड बाजार चौक मुख्य सड़क और सभी सहायक सड़कों पर इसी तरह मवेशियों का कब्जा है। गांव में भी कोई बदलाव नहीं दिख रहा। ऐसे में समझ नहीं आ रहा कि सरकार की महत्वकांक्षी योजना रोका छेका आखिर चल कहां रही है ।
सड़क पर मवेशियों के होने से सड़क दुर्घटना में भी इजाफा हो रहा है तो वहीं शहर में लगातार गंदगी भी हो रही है। तुमगांव में सड़क पर सैकड़ो की संख्या में मवेशी नजर आते हैं । देखकर लगता नहीं कि इनका कोई मालिक भी है। ऐसा लगता है कि गैर दुधारू पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया गया है ।
मनमाना बिजली बिल से उपभोक्ता परेशान, विभाग में सुनवाई नहीं:- पप्पू पटेल
गोठान निर्माण नही होने और इनकी देखभाल ना होने से स्थिति जरा भी नहीं बदली, अलबत्ता इसे लेकर कई कार्यक्रम जरूर आयोजित हो गए ,लाखो रुपए कार्यक्रम आयोजित करने में खर्च हो गए , मगर स्थिति जस की तस है और योजना में केवल कुछ ही दिन शेष है । ऐसे में योजना की सफलता को लेकर जिस तरह का संदेह शुरू में जताया गया था वह सही साबित होता दिख रहा है।
उपाध्यक्ष पटेल ने कहा है कि लगातार किसानों व जनप्रतिनिधियों के मांग के बाद भी तुमगांव नगर में गौठान निर्माण ना होना पाना तुमगांव नगरवासियों के साथ शासन व प्रशासन का सौतेला व्यवहार आखिर कब तक रहेगा ।अधिकारी अपना बचाव करने के लिए वार्ड पार्षद को जनजागरण करने कहते रहते हैं, जबकि सवाल यह उठ रहा है कि गायों को बिना व्यवस्था के अस्थाई गौठान में किसके निर्देश पर रखा जाए । किसी भी प्रकार की अनहोनी या दुर्घटना होने पर जवाबदेही आखिर किसकी होगी ।
हमसे जुड़े :–https://dailynewsservices.com/