पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने असम के तिनसुकिया जिले में एक तेल गैस कुएं में लगी आग पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संकट प्रबंधन टीम, मंत्रालय और ऑयल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बताया गया है कि प्रमुख क्षेत्र को छोड़कर, ज़्यादातर इलाकों में आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि कुएं के मुहाने में आग तब तक रहेगी जब तक इसे ढक नहीं दिया जाता।
लगभग 200 मीटर क्षेत्र में लगी आग से करीब 15 घर जल गए हैं, जबकि अन्य 10-15 घर आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। इस दुर्घटना में ऑयल इंडिया लिमिटेड के दो अग्निशमन कर्मचारियों की मौत हो गई है।कुँए को ढकने की प्रक्रिया से पहले आसपास के मलबे को हटा दिया जाएगा। क्षेत्र में किसी भी ऑपरेशन से पहले निरंतर पानी की आपूर्ति करनी होगी, और इन सभी कार्यों को पूरा होने में लगभग 4 सप्ताह लगेंगे।
लगभग एक हजार छह सौ परिवारों को पहले से ही पास के प्रभावित क्षेत्रों से निकाल लिया गया है और उन्हें आस-पास के सुरक्षित क्षेत्रों में राहत शिविरों में रखा गया है। ऑयल इंडिया लिमिटेड ने तत्काल राहत के रूप में प्रभावित परिवारों में से प्रत्येक को 30 हजार रुपये की राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। मंत्रालय लगातार स्थिति की समीक्षा और निगरानी कर रहा है।