प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, दमन दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल के. पटेल से चक्रवाती तूफान की स्थिति के बारे में चर्चा की। उन्होंने केंद्र की हरसंभव सहायता और मार्गदर्शन का आश्वासन दिया।
कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने आज राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई। तैयारियों की समीक्षा करते हुए कैबिनेट सचिव ने निर्देश दिया कि तूफान की आशंका वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया पूरी करने और समुद्र से मछुआरों की वापसी सुनिश्चित करने के सभी आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए।
आयोग में अपीलार्थी / शिकायतकर्ता, जनसूचना अधिकारी और प्रथम अपीलीय अधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य नहीं-
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं कि कोविड-19 रोगियों के लिए आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं में कोई बाधा उत्पन्न न हो। एजेंसियों को बिजली, दूरसंचार, परमाणु, रासायनिक, उड्डयन और जहाजरानी संबंधी बुनियादी ढांचे के लिए आकस्मिक योजनाएं बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
स्थिति से निपटने की तैयारी के उपायों के बारे में राज्यों और केंद्र सरकार के अधिकारियों को जानकारी दी गई। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। तूफान की आशंका वाले क्षेत्रों के निवासियों को चेतावनी देने के लिए एसएमएस भेजे जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया जारी है। एनडीआरएफ ने चालीस टीम तैनात की हैं तथा अतिरिक्त दलों को बुलाया गया है। सेना और नौसेना के राहत और बचाव दलों को भी तैयार रखा गया है। तूफान से महाराष्ट्र, गुजरात, दमन, दादरा और नगर हवेली के तटीय जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।
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