बंगाल की खाड़ी में उठ रहे तूफान अम्फान कई राज्यों के लिए खतरा बन सकता है.ओडिशा में चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है.
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि 10 टीमों को ओडिशा के सात जिलों में भेजा गया है और 10 अन्य को तैयार रखा गया है.ओडिशा सरकार ने चक्रवात ‘अम्फान’ के मद्देनजर किसी भी खतरे से निपटने के लिए अपने 12 तटीय जिलों के प्रशासन को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है.
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मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है.चक्रवात ‘अम्फान’ दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर और आसपास मंडरा रहा है.चक्रवात के चलते ओडिशा के कई जिलों और पश्चिम बंगाल के हिस्सों में भीषण बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा, ‘‘इसके अलावा, हम चार तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर पर करीबी नजर रख रहे हैं.उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चक्रवात की गति पर करीबी नजर रखे हुए है.उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का फैसला स्थिति की समीक्षा के बाद लिया जायेगा.
जेना ने कहा कि लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के प्रबंध किये गये है.उन्होंने कहा कि 12 तटीय जिलों में 809 चक्रवात आश्रय स्थल हैं और इनमें से 242 का इस्तेमाल कोरोना वायरस के बीच विभिन्न राज्यों से लौटने वाले लोगों के लिए अस्थायी चिकित्सा शिविरों के रूप में किया जा रहा है.जेना ने कहा कि हमारे पास 567 चक्रवात और बाढ़ आश्रय स्थल उपलब्ध हैं और जरूरत पड़ने पर लोगों को इनमें रखा जा सकता है.
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि 10 टीमों को ओडिशा के सात जिलों में भेजा गया है और 10 अन्य को तैयार रखा गया है.राज्य में तूफान अम्फान का प्रभाव कम होने के तुरंत बाद बिजली, पानी की आपूर्ति, सड़कें साफ करने, बचाव और राहत अभियान शुरू करने की व्यवस्था की गई है.
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