सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि फेक न्यूज यानी फर्जी समाचारों पर रोक लगाने से प्रेस की स्वतंत्रता पर कोई आंच नहीं आएगी। कई दैनिक समाचार पत्रों में आज छपे लेख में मंत्री जावड़ेकर ने कहा है कि अफवाहें बड़ी तेजी से फैलती हैं और उनके दुष्परिणाम भी बहुत घातक होते हैं। मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि सरकार फेक न्यूज से निपटने के लिए कृत संकल्प है।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि इस बात को लेकर देश में हमेशा बहस होती रही है कि प्रेस को कितनी आजादी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में प्रेस की आजादी के हनन का एकमात्र उदाहरण आपात काल के दौरान देखने को मिला था।
http#-फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्यवाही
उन्होंने कहा कि फेक न्यूज मीडिया की स्वतंत्रता के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश में लॉकडाउन के दौरान प्रिंट, इलैक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया, खासतौर पर ट्विटर, फेसबुक और ह्वाट्स एप पर फेक न्यूज का फैलाव बढ़ा है।
इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार ने पत्र सूचना कार्यालय में तथ्यों की जांच के लिए फेक्ट चैक एकांश गठित किया है जो इस तरह की खबरों का तत्काल संज्ञान ले रहा है। मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि फेक न्यूज से लोगों में दहशत भी फैलती है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बहुलवादी लोकतांत्रिक ढांचे वाले देश में फेक न्यूज फैलाने की आजादी नहीं दी जा सकती। भले ही फेक न्यूज फैलाने वाले प्रेस की आजादी पर हमले का रोना रोते रहें, मगर उन्हें इसकी छूट नहीं दी जाएगी।
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