महासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए चल रहे लाॅकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है। ऐसे मे गरीब मजदूर परिवार अपने आजीविका को लेकर चिंतित थे.
जिसे ध्यान मे रखते हुए केन्द्र एवं राज्य शासन से निर्देश प्राप्त होने के उपरांत जिले के प्रत्येक गांवो मे महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से हितग्राही मूलक कार्य प्रारंभ कराकर जाॅब कार्डधारियों को प्राथमिकता के साथ उनके गाॅव में ही कार्य उपलब्ध कराएं जा रहे हैं.उल्लेखनीय है कि जिले की 543 ग्राम पंचायतों में एक हजार 743 कार्य प्रारंभ किए गए हैं, जिसमें एक लााख 30 हजार मजदूरों को रोजगार प्रदाय किया गया है। इनमें जनपद पंचायत सरायपाली के 103 ग्राम पंचायतों में 28 हजार से अधिक मजदूर कार्य कर रहे है.
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इसी प्रकार जनपद पंचायत बसना केे 100 ग्राम पंचायत में 20 हजार 777, जनपद पंचायत बागबाहरा के 110 ग्राम पंचायतों में 23 हजार 955, महासमुन्द के 103 ग्राम पंचायत में 23 हजार 260 तथा पिथौरा के 120 ग्राम पंचायत में 20 हजार 863 मजदूरों को कार्य प्रदाय किया गया है। महात्मा गांधी नरेगा की योजना गरीब मजदूर परिवारों के लिए लाॅक डाउन में सहारा बना हुआ है.
कलेक्टर सुनील कुमार जैन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे समस्त जाॅब कार्ड धारियों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य प्रदाय करें। मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी प्रथम अग्रवाल ने बताया कि जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के कार्यो के साथ-साथ हितग्राही मूलक कार्यो को प्राथमिकता पर कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में मजदूरों को काम के दौरान पंच सूत्र का पालन करने कि समझाईश अधिकारियों द्वारा दी जा रही हैं.
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अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि उन्हें घर से बाहर निकलते समय और काम के दौरान मुॅह और नाक को साफ कपड़े या गमछे से ढंककर रखें, कार्य स्थल पर कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक स्थलों पर ना थूंके, बार-बार साबुन से कम से कम 20 सेकण्ड तक हाथ धोएं, पौष्टिक आहार जैसे अदरक, दालचीनी, हल्दी, जीरा, तुलसी, गर्म पानी पीएं, इसके अलावा बुखार, सूखी खाॅसी, श्वाॅस की परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जाॅच कराने की सलाह दी जा रही हैं.
उन्होंने बताया कि जिले में लगभग सात हजार 80 विभिन्न कार्यों के लिए 118 करोड़ 73 लाख 80 हजार रूपए की राशि स्वीकृत कर मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने के लिए की गई है। जिनमें से वर्तमान में चार हजार 676 कार्य प्रगतिरत् है। जिसमें नया तालाब 33, तालाब गहरीकरण 621, डबरी निर्माण 689, भूमि सुधार 418, गौठान निर्माण 116, चारागाह निर्माण 49, बकरी शेड 96, मुर्गी शेड 05, पशु शेड 12, नाला बंधान 286, वर्मी, नाडेप 70 एवं अन्य कार्य 2281 कार्य प्रगतिरत है। समस्त तकनीकी सहायक, सचिवों, रोजगार सहायकों के माध्यम से निर्देशो का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है.
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