कल्याणी महिला समूह के महिलाओ कोरोना से जंग जीतने नीम, नींबू से बना डाला हर्बल हैंड वाश

वर्तमान मे जहा पूरे देश मे आजीविका से संबन्धित अनेक गतिविधि के पहिये थम गया है, ऐसी विषम परिस्थिति मे भी महिलाओ के द्वारा आजीविका संबन्धित गतिविधि को निरंतर बनाये रखना अपने आप मे मिशाल है .

कल्याणी महिला समिति -3

महासमुंद-कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर कोरोना (कोवोड-19) के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए जिला प्रशासन सजग होकर निरंतर कार्य कर रहा है.जिले मे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने मे जिला प्रशासन पुरजोर प्रयास कर रहा है जिससे इस महामारी से बचाया जा सके.जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाँ. रवि मित्तल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं संक्रमण से बचाव के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत जिले के ग्रामीण क्षेत्रो मे बने महिला स्व सहायता समूह को सक्रियता के साथ ग्रामीण जनो को जागरूक करने की ज़िम्मेदारी सौपी है.

इसी दिशा मे नाबार्ड तथा सामाजिक संस्था निदान से जुड़े महासमुंद विकास खंड के कछारडीह ग्राम के कल्याणी महिला समूह स्व सहायता के द्वारा स्थानीय हर्बल उत्पाद नीम की पत्ती तथा नींबू का कच्चा माल के रूप मे उपयोग कर ग्राम मे ही हैंड वाश तैयार किया जा रहा है.

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कल्याणी महिला समूह
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार द्वारा नियमित रूप से बार बार हाथ धुलाई का आह्वान किया जा रहा है जिसके परिणाम महिलाओ द्वारा स्थानीय उत्पाद तथा हैंड वाश के उपयोग मे होने वाले ग्लिसरीन तथा कोकोनट आइल के साथ तैयार किया जा रहा है महिलाओ द्वारा स्वच्छता को लेकर किया जा रहा कार्य अत्यंत सराहनीय है व जनसमुदाय के लिए किया जा प्रयास अनुकरणीय है.

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कल्याणी महिला समूह -1
महिलाओ द्वारा आपात की स्थिति मे समाज को एक सकारात्मक संदेश के साथ अपने आजीविका को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए बेहतरीन प्रयास है.वर्तमान मे समूहो द्वारा मांग के आधार पर प्रति दिन 100 लीटर हैंड वाश बनाया जा रहा है जिसका विक्रय स्थानीय स्तर पर व विभागो के सहयोग से किया जा रहा है बनाए जा रहे हैंड वाश मे प्रति लीटर 40 रु तक का मुनाफा हो रहा है . महिलाओ द्वारा किया जा रहा कार्य भविष्य मे स्थानीय रोजगार व स्वरोजगार को निश्चित रूप से बढ़ावा देगा.

जिले मे नाबार्ड के ई-शक्ति परियोजना से जुड़े महिला समूहो को विभिन्न विधाओ मे प्रशिक्षण सामाजिक संस्था निदान द्वारा दिया गया है तथा संस्था द्वारा बाजार की व्यवस्था भी किया गया है वर्तमान मे जहा पूरे देश मे आजीविका से संबन्धित अनेक गतिविधि के पहिये थम गया है, ऐसी विषम परिस्थिति मे भी महिलाओ के द्वारा आजीविका संबन्धित गतिविधि को निरंतर बनाये रखना अपने आप मे मिशाल है .

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