सैन्यकर्मियों को तैनाती स्थलों पर ले जाने के लिए विशेष ट्रेन

दिल्ली-लगभग 950 सैन्यकर्मियों को लेकर एक विशेष ट्रेन आज (17 अप्रैल) को बैंगलोर से रवाना हुई। ये सैन्यकर्मी उत्तर भारत के ऑपरेशन एरिया में तैनात अपनी यूनिटों को ज्वाइन करेंगे। इन सैन्यकर्मियों ने बैंगलोर, बेलगाम और सिकंदराबाद स्थित सेना प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है। सभी सैन्यकर्मी अनिवार्य क्वारंटाइन अवधि से गुजर चुके हैं और चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ (फिट) हैं। ट्रेन 20 अप्रैल 2020 को अपने गंतव्य तक पहुंचेगी।

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कोविड – 19 के प्रबंधन के रूप में सभी सावधानियां बरती गईं हैं, जिनमें प्लेटफार्म, बोगियों और सामानों का कीटाणुशोधन शामिल है। इसके अलावा एक सैनिटेशन टनेल की भी स्थापना की गई थी। प्रवेश और स्क्रीनिंग के समय सामाजिक दूरी सुनिश्चित की गई थी। देश के पूर्वोत्तर हिस्से में तैनात इकाइयों के सैन्यकर्मियों के परिवहन के लिए दूसरी ट्रेन को बाद के लिए निर्धारित किया गया है।

सेना प्रमुख का दो दिवसीय यात्रा कश्मीर घाटी का

कश्मीर घाटी की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन आज भी सेना प्रमुख जनरल एम.एम नरवणे ने नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा जारी रखी।उनके साथ उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई.के जोशी और चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस राजू भी थे। जनरल नरवणे ने सैन्‍य इकाइयों का दौरा किया जहां स्थानीय कमांडरों ने उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। उन्हें आतंकवादियों की घुसपैठ नाकाम करने के उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई।

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सेना प्रमुख को स्थानीय कमांडरों ने सैन्‍य तैयारियों, घुसपैठ के खिलाफ की गई कार्रवाई, एल.ओ.सी पर स्थिति, संघर्ष विराम उल्लंघन और जवाबी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। सैनिकों के साथ बातचीत में उन्होंने नियंत्रण रेखा पर बरती जा रही सतर्कता और सख्‍त निगरानी की सराहना की। सेना अध्‍यक्ष ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनज़र मौजूदा परिस्थितियों में भी राष्ट्र की सेवा में लगे सैनिकों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कमांडरों से कहा कि वे नियंत्रण रेखा पर कड़ी चौकसी बनाये रखें और दुश्‍मन के किसी भी दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहें। उन्‍होंने सैनिकों को किसी भी घटना के लिए सतर्क रहने को कहा।

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