मदद मांगने के पहले पहुंच जाती हैं सहायता रोजना साढ़े 3 हज़ार से अधिक लोगों को कराया जा रहा हैं भोजन

मदद मांगने के पहले पहुंच जाती हैं सहायता,प्रतिदिन साढ़े 3 हज़ार से अधिक लोगों को कराया जा रहा हैं भोजन,टेक्नोलॉजी का उपयोग कर लिया जा रहा हैं पल पल की जानकारी

बलौदाबाजार- कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के नेतृत्व में लॉक डाउन के नियमों का पालन कराने के साथ ही इससे प्रभावित होने वाले, गरीब,मजदूर,निराश्रितों की भी लगातार मदद किया जा रहा हैं।जिला प्रशासन लगातार मुस्तैदी से काम कर रहा है। जिसका परिणाम यह हैं कि कई बार मदद मांगने से पहले उन लोगों को सहायता प्रशासन की ओर से कर दी जाती हैं। ऐसी ही वाक्या विगत दिनों कसडोल विकासखण्ड अंतर्गत देवरीकला के जंगलों में झाड़ू बनाने वाले शिकारी परिवार घूम रहें थे। कसडोल एसडीएम टी सी अग्रवाल एवं तहसीलदार एस एल सिन्हा की नज़र फील्ड ड्यूटी के दौरान इन घूम रहें झाड़ू बनाने वाले शिकारी परिवार पर पड़ा।

शिकारियों के पास जाकर लॉक डाउन के संबंध में बातचीत करते हुए उनसे जानकारी लिया। शिकारियों ने बताया कि हम 24 लोग हैं। झाड़ू बनाकर एवं इसे बेंचकर ही जीवन यापन करते है। उन्हें बताया जब से काम बूता बंद हुआ तब से बहुत कठिनाईयो का सामना करना पड़ रहा हैं। फिर इन सभी लोगों को जंगल से पास स्थित गाँव देवरीकला मे ले जाया गया। ग्राम पंचायत में ही उनके रुकने की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन के माध्यम से किया गया हैं। उन्हें चाँवल दाल एवं सभी राहत सामग्री देतें हुए उन्हें 15 अप्रैल तक यही रुकने के निर्देश दिया गया हैं।

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इस प्रकार व्यवस्था को देख कर उन्होंने जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। इसी तरह गिरौदपुरी मदिंर के समीप करीब दस -बारह महंत आस पास भटक रहें थे। उन लोंगो को भी गाँव के ग्राम पंचायत के माध्यम से सूखा राशन दिया गया। साथ ही सचिव को निर्देश दिया गया कि महंत आते हैं तो इनका भी राशन कार्ड जरूर नाम जुड़वाये। महंतो को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बार बार साबुन पानी से हाथ धोने के बारे में बताया गया हैं। उसी तरह लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत सोनाखान में एकलव्य अवासीय विद्यालय का निर्माण किया जा रहा है।लॉक डाउन के दौरान यहाँ पर उत्तरप्रदेश,झारखंड, बिहार, राजस्थान, उड़ीसा के 3 बच्चों सहित कुल 28 मजदूर फंसे हुए हैं।

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इसकी जानकारी जिला प्रशासन को हुई इनके के लिए सूखा राशन चाँवल दाल एवं अन्य राहत सामग्री इन्हें दिया गया हैं। साथ ही इन्हें अभी निर्मित भवन में 15 अप्रैल तक रुकने के बारे में बता दिया गया हैं। जिला नोडल अधिकारी एवं सीईओ आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि की जिला में प्रशासन एवं समाज सेवी संस्था के माध्यम से 3 हज़ार 6 सौ से अधिक लोगों को भोजन खिलाया जा रहा हैं। साथ ही 2 हज़ार 5 सौ से अधिक लोंगो को ग्राम पंचायतों के माध्यम से राशन प्रदान किया जा चुका हैं। जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल सभी एसडीएम, तहसीलदार,नायब तहसीलदारों को फील्ड में जानें के निर्देश दिया हैं। सभी लोग दिन में 2 बार गूगल लाइव लोकेशन के माध्यम से कलेक्टर को रिपोर्ट कर रहें हैं। साथ ही उन्हें जहां जहां राहत कैम्प बनाये गए हैं। उनका निरीक्षण,फल सब्जियों, खाद्यान्न एवं दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करनें कहा गया हैं।

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