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मिशन 90 डेज “यह एक अभियान नहीं, है संस्कार” पूरे हुए 50 डेज

"मिशन 90 डेज 3.0" अभियान लगातार 3 सालों से चल रहा हैं।

मिशन 90 डेज

महासमुंद- मिशन 90 डेज के 50 डेज 19 मई को पूरा हुआ है यह एक अभियान नहीं संस्कार है, प्रकृति का सर्वमान्य नियम है , जैसा दोगे, उसका वैसा ही प्रतिफल प्राप्त करोगे, इसलिए सुधीजन अपना समय अच्छे एवं नेक कार्य करने में लगाते हैं।

अभियान 3 वर्षो से है संचालित

ऐसे ही कुछ नेक और सुधीजन हैं, जो समाजसेवा और पर्यावरण संरक्षण को अपने जीवन का मूल उद्देश्य बनाकर वृक्षारोपण कर और रोपित पौधों को सुरक्षित बड़ा होने तक उनको गर्मियों में पानी देकर और पशुओं और गैर जागरुक इंसानों से सुरक्षित रखने बाढ़ लगाकर पौधों को बचाने के लिए “मिशन 90 डेज 3.0” नामक अभियान लगातार 3 सालों से चला रहे हैं।

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मिशन 90 डेज "यह एक अभियान नहीं है संस्कार" पूरे हुए 50 डेज

अभियान का संचालन कर रहा है ‘हमरभुइंयाँ’

इस कार्य में विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं एवं समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमी प्राणपण से जुटे हुए हैं, इस अभियान का संचालन ‘हमरभुइंयाँ’ संस्था के नूरेन चंद्राकर के नेतृत्व में हो रहा है, जिसमें न केवल बड़े लोग ही कार्य कर रहे हैं, बल्कि मासूम बच्चे भी पूरे उत्साह एवं जोश से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने में लगे हैं, ये बच्चे आने वाले कल के लिए तैयार हो रहे हैं, जो समाज को नयी दिशा प्रदान कर एक बेहतर भविष्य के निर्माता बनने की राह पर चल रहे हैं।

“मिशन 90 डेज” केवल एक अभियान नहीं बल्कि एक संस्कार बनकर उभर रहा है, जो एक अप्रैल 2022 से 30 जून 2022 तक तीन माह अर्थात् 90 दिन चलने वाला है, जो 50 दिन पूरा कर चुका है, और अपना बाकी का आधा पड़ाव भी पूरी सफलतापूर्वक पार कर लेगा। इस अभियान को महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।

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इनका मिल रहा है सहयोग

इसके अलावा महासंमुन्द जिले की संस्था महावीर फाउंडेशन से रविन्द्र जैन, परिवर्तन संस्था से सुनील साहू,

द एन्जॉय ग्रुप से योशी चंद्राकर, दो कदम प्रकृति की ओर से डॉ. सुमीत साहू, मंदिर संरक्षण समिति से

हितेश निर्मलकर, तालाब संरक्षण समिति से खुमान चंद्राकर, ग्रीन आर्मी से हेमेन्द्र चंद्राकर, संवेदना ग्रुप से

जितेंद्र चंद्राकर, मिनी स्टेडियम क्लब से रोशन जोशी, पर्यावरण संरक्षण समिति ग्राम खैरा से जीवन कोसरे,

पर्यावरण संरक्षक शिक्षक ओम प्रकाश चंद्राकर, दिनेश सोनी आशियाना वृध्याश्रम से भारती साहू,

द्वारा इस महाअभियान को पूर्ण करने हेतु संकल्पित है ।

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