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DRDO द्वारा विकसित 12 शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम -10 एम सेना में शामिल

DRDO द्वारा विकसित 12 शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम -10 एम सेना में शामिल

दिल्ली-रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन और विकसित 12 शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम (SSBS) -10 एम के पहले उत्पादन लॉट को दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में 02 जुलाई को आयोजित एक समारोह के दौरान सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने भारतीय सेना में शामिल किया है। इस अवसर पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और (DRDO) के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी उपस्थित थे।

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(SSBS)10 एम सैनिकों की तेजी से आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए 4 एम चौड़ी पूर्ण सड़क प्रदान करता है और 9.5 एम के अंतराल को एक स्पेन से पाटने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डीआरडीओ की प्रमुख इंजीनियरिंग प्रयोगशाला अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, पुणे ने मेसर्स एलएंडटी लिमिटेड के सहयोग से इस प्रणाली को डिजाइन और विकसित किया है। यह 12 पुल उत्पादन एजेंसी मेसर्स एलएंडटी लिमिटेड से 102 एसएसबीएस-10 एम का हिस्सा हैं ।

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DRDO द्वारा विकसित 12 शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम -10 एम सेना में शामिल

डीआरडीओ को सैन्य ब्रिजिंग सिस्टम जैसे महत्वपूर्ण कॉम्बैट इंजीनियरिंग सिस्टम विकसित करने में व्यापक अनुभव है । भारतीय सेना के लिए मैकेनाइज्ड मोबिलिटी सॉल्यूशंस जैसे सिंगल स्पैन 5 एम और 10 एम, शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम, 46 एम मॉड्यूलर ब्रिज, 20 एम बीएलटी-टी72 और मल्टी स्पैन 75 एम सर्वत्र ब्रिजिंग सिस्टम आदि विकसित किए गए हैं। मैन्युअल रूप से शुरू किया गया 34.5 एम माउंटेन फुट ब्रिज भी डीआरडीओ द्वारा पहले विकसित किया गया था। इन पुलों को भारतीय सेना ने व्यापक रूप से अपनाया है।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, भारतीय सेना और उद्योग को इस प्रणाली के सफल विकास के लिए और शामिल होने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस इंडक्शन से तेजी से बढ़ते भारतीय रक्षा औद्योगिक पारितंत्र को बढ़ावा मिलेगा और उद्योग को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में योगदान करने में मदद मिलेगी। डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ जी सतीश रेड्डी ने इस ब्रिजिंग सिस्टम का सफल विकास करने और भारतीय सेना में शामिल करने पर टीमों को बधाई दी।

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