2012 दिल्ली सामूहिक बलात्कार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दो दोषियों – विनय कुमार शर्मा और मुकेश सिंह की उपचारात्मक याचिकाओं को खारिज कर दिया।
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ज्ञात हो कि 2012 के निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में फांसी की सज़ा पाए चार में से दो दोषियों की क्यूरेटिव पिटिशन पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई जिसमे यह याचिका खारिज हो गई है। डेथ वारंट जारी होने के बाद सजायाफ्ता के लिए यह अंतिम कानूनी विकल्प होता है।
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क्यूरेटिव पिटीशन में दोषी विनय शर्मा ने कहा है कि आपराधिक कार्यवाही के कारण उसके पूरे परिवार को सामाजिक प्रताड़ना और अपमान झेलना पड़ा है। इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी किया था। कोर्ट ने इस मामले में चार दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी देने का समय तय किया है।
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क्यूरेटिव पिटिशन पर सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद आशा देवी, निर्भया की माँ का कहना है कि यह मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। मैं पिछले 7 सालों से संघर्ष कर रही हु लेकिन सबसे बड़ा दिन 22 जनवरी होगा जब उन्हें (दोषियों को) फांसी दी जाएगी।