महासमुंद:जिले में मानसिक विकार तनाव आदि के कारण हो रहे आत्महत्या की रोकथाम, तनाव प्रबंधन एवं जीवन कौशल विकास के लिए नवजीवन अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके तहत नवजीवन के संबंध में आज जिला स्तरीय समिति की बैठक कलेक्टर सुनील कुमार जैन की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल विशेष रूप से उपस्थित थें। जिला स्तरीय बैठक में कलेक्टर जैन ने कहा कि सभी विकासखण्डों में जहां-जहां नवजीवन केन्द्र खोले गए है.
उन्हें विशेष रूप से सक्रिय एवं सुसज्जित रखने की कार्रवाई करे और अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ें। उन्होंने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से नवजीवन केन्द्रों की सूची भेजने के लिए कहा है, वहीं जिला शिक्षा अधिकारी को नवजीवन केन्द्रों के लिए नियुक्त प्रेरकों को समुचित भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करने निर्देशित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि आत्महत्या के संबंध में सोशल आडिट का प्रतिवेदन भी मंगवाकर बैठक में प्रस्तुत किया जाए.
नवजीवन से संबंधित जिला स्तरीय समिति की बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा सुझाव रखे जाने पर कलेक्टर जैन ने जिले के आश्रम एवं छात्रावास अधीक्षकों को भी नवजीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। आश्रम एवं छात्रावासों के अधीक्षकों को आगामी 17 अक्टूबर 2019 को प्रातः 10.30 बजे से जिला पंचायत के सभाकक्ष में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सभी प्रेरकों, स्वयंसेवी संगठनों, निजी स्कूलों के शिक्षकों, महाविद्यालयों के एनएसएस, एनसीसी के छात्रों एवं शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि बेस्ट कार्य करने वाले नवजीवन सखा-सखी को आगामी 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा.
कलेक्टर जैन ने कहा कि एसडीएम, तहसीलदार एव बीएमओ संयुक्त रूप से अपने स्तर पर नवजीवन प्रशिक्षण सम्पन्न करायें। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकर ने बताया कि जिले में महासमुन्द विकासखण्ड में 40, बागबाहरा में 231, पिथौरा में 114, बसना में 101 एवं सरायपाली विकासखण्ड में 83 नवजीवन केन्द्र स्थापित किए गए है। इसके अलावा इससे जुड़े 3931 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बीएल कुर्रे, सहायक आयुक्त आदिवासी एन.आर देवांगन, जिला श्रम अधिकारी घनश्याम पाणिग्रही, जिला खेल अधिकारी मनोज कुमार धृतलहरे, महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी सुधाकर बोंदलें सहित कृषि, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.