कौन बनेगा अध्यक्ष ! सट्टा बाजार मे गहमागहमी,भाजपा-कांग्रेस निर्दलीयों को साधने में जुटे

बागबाहरा से अजित पुन्ज

बागबाहरा। आपको बता दें की अब सटोरिये कौन बनेगा अध्यक्ष पर दांव लगा रहे हैं,इसे लेकर सट्टा बाजार गर्म है।निकाय चुनाव में निर्दलीय राजनैतिक दलों पर भारी पड़े।नगर के कई प्रमुख नेताओं के वार्ड का परिणाम चौकानें वाला रहा लेकिन दिग्गज नपा पार्षद के चुनाव में अपनी पकड़ दिखा नही सके वंही बीते तीन चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाने वालों को भी हार का सामना ही नही करना पड़ा बल्कि जनता जनार्दन ने उसे तीसरे क्रम में खिसका दिया।

वह भाजपा के पूर्व नपा अध्यक्ष शंकर तांडी की पत्नि पूर्व अध्यक्ष उकिया शंकर तांडी वार्ड क्रमांक 9 से भाजपा पार्षद प्रत्याशी थी ,ऐसे में इस वार्ड में भाजपा के दिग्गज नेताओं की भी साख दावं पर थी।इस परिणाम पर सुबह से ही भाजपा नेताओं की नज़र थी।दोपहर में जब इसका परिणाम आया तो कांग्रेस की हीरा सेतराम बघेल ने कांटे की टक्कर में निर्दलीय प्रत्याशी राजेश्वरी कोसरिया के मुकाबले यंहा से जीत दर्ज कराई और वंही पूर्व नपा अध्यक्ष को तीसरे क्रम में हार का मुंह देखना पड़ा।

भाजपा के दिग्गज का यह हाल चर्चा में रहा, इस परिणाम से भाजपा की हालत यह हो गई है,वह निकाय में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद सीधे तौर पर अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने से वंचित हो गई।अब बागबाहरा निकाय में अध्यक्ष को लेकर भाजपा व कांग्रेस के बीच दबाव की राजनीति जारी है।ऐसे में सभी की निगाहें निर्दलीय पार्षदों को साधने में लगी हुई है और दोनों दल निर्दलीय पार्षदों को अपने साथ मिलाकर समीकरण को बनाने में जुटी हैं।

बता दे कि बीजेपी को निर्दलीय पार्षदों के समर्थन देने पर वार्ड क्रमांक 15 की पार्षद अनिता अजित तांडी बनेगी नगर ‘क्वीन’,याने अनिता के सिर सजेगा अध्यक्ष का ताज। जंहा भाजपा को अध्यक्ष पद सहित बहुमत हासिल करने के लिए दो पार्षदों की ज़रूरत है वंही कांग्रेस को चार निर्दलियों का साथ चाहिए चूंकि कांग्रेस के पास जीती हुई 4 सीटों में 2 सीटें तो अध्यक्ष की पात्रता रखने वाले पार्षद जीते हुए हैं और उसे 4 निर्दलीय पार्षदों की जरूरत पड़ेगी।

सूत्र बतातें हैं कि कांग्रेस को वार्ड 15 की पार्षद अनिता जो स्वयं अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने की लालसा रखती है,ऐसे में उसका कांग्रेस को साथ देने का सवाल पैदा नही होता।कुल 5 में 4 निर्दलीय पार्षद का कॉग्रेस को अपनी सरकार बनाने में, उनके साथ कि ज़रूरत होगी और वे कम से कम उपाध्यक्ष पद हासिल तो करना ही
चाहेंगे।

” निर्दलीय बीजेपी के साथ किंग और कांग्रेस के साथ किंगमेकर की भूमिका में”

नगर में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा- कांग्रेस में रस्साकशी जारी है।जंहा भाजपा को निर्दलियों का साथ मिलने पर निर्दलीय, ‘किंग’ की भूमिका में रहेंगे और कांग्रेस का साथ देने पर वे किंगमेकर की भूमिका रहेंगे। बहरहाल दोनो राजनैतिक दल निर्दलीय पार्षदों के जरिये अपने समीकरण को दुरुस्त करने में जुटे हैं।

 

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