स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के इलाज के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सूंघने और स्वाद की क्षमता का खत्म होने को कोरोना वायरस के संक्रमण के नए लक्षण में शामिल किया गया है।
मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि दवा रेमडेसिविर, कन्वालेसेंट, प्लाज़्मा थेरेपी, टूसिलूजिमाब तथा हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोविड-19 के मरीजों की स्थिति को देखते हुए ही किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने सलाह दी है कि रेमडेसिविर उन रोगियों को दी जा सकती है जो संक्रमण से मध्यम स्तर पर संक्रमित हैं और ऑक्सीजन पर हैं।
संक्रमण के खतरे के बीच “रक्तवीर” रक्तदान कर मरीजों की बचा रहे है जान
कन्वालेसेंट प्लाज़्मा उन रोगियों को दिया जाना चाहिए जो ऑक्सीजन पर हैं और स्टेरॉयड के इस्तेमाल के बावजूद उनकी ऑक्सीजन की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है। हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल संक्रमण की शुरूआत में किया जाना चाहिए और गंभीर रूप से पीडित मरीजों को यह नहीं दी जानी चाहिए। सामान्य तौर पर दवा देने से पहले मरीज की ई सी जी की जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घटाने की बात को खारिज किया
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया में उन खबरों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है जिनमें उनके हवाले से फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य – एम एस पी घटाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें न केवल असत्य हैं बल्कि दुर्भावना से भी प्रेरित हैं।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि वे हमेशा विभिन्न तरीकों से किसानों की आय बढाने की पैरवी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को बेहतर आय उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और इसी भावना के अनुरूप एम एस पी बढाया गया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि किसानों को बेहतर कीमतें देने के लिए फसल पद्धति में परिवर्तन की संभावना तलाशने की जरूरत है।
जुड़िये हमसे :-***
Facebook https:dailynewsservices/