महासमुंद-अमलोर हाई स्कूल में शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने पर आज गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा गया शिक्षकों की कमी को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल दो शिक्षकों की नियुक्ति करने का आदेश विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया इस पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा दो शिक्षकों की नियुक्ति की गई.आज गुरूवार 31 अक्टूबर को ग्राम पंचायत अमलोर के समस्त ग्रामीण जनपद सदस्य योगेश्वर चन्द्राकर के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी बीएल कुर्रे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंप.
ज्ञापन में लेख है कि ग्राम पंचायत अमलोर में छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार नौवीं एवं दसवीं की कक्षाएं वर्ष 2017 -18 से संचालित है जिसकी वर्तमान दर्ज संख्या 115 है जिसमें 8 से 10आदिवासी ग्राम के बालक एवं बालिका शिक्षा अध्ययन करने के लिए आते हैं पर आज तक वहां ना ही भवन का निर्माण हो पाया है और ना ही एक भी शिक्षक की पदस्थापना की गई है नवी दसवीं दसवीं जैसे बोर्ड परीक्षा होने के बाद भी बिना शिक्षक के शिक्षा अध्ययन कर पाना असंभव है
इस संदर्भ में शासन प्रशासन एवं विधायक को कई बार ध्यानाकर्षण कराया गया एक तरफ सरकार शिक्षा के अधिकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कूल जाबो पढ़े बर जिन्दगी ल गढ़े बर आदि लिक लुभावन नारे और आदिवासी समाज उत्थान का बात किया जाता है इस तरह शिक्षक भी स्कूल में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता देखकर भी सरकार आंख मूंदे बैठी है अत:अनेक आग्रह के बाद अंतिम निवेदन के रूप में आपसे शिक्षक की मांग प्रेषित करते हैं अन्यथा की स्थिति में हम सब पीड़ित बच्चे और पालक आपको यह बता सकते हैं क्योंकि हमारे पालक विषम परिस्थितियों में भी अपना पेट काटकर हमें स्कूल भेजते हैं और हम अध्ययन नहीं कर पा रहे हैं जबकि क्षेत्र हाथी प्रभावित क्षेत्र है अतः प्राथमिकता से आज शिक्षक पदस्थापना का आदेश दें अन्यथा स्कूल बंद कर दें जिससे हम खेतीकिसानी और अन्य कामों में परिवार का सहयोग कर सकें