महासमुन्द: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के खरीद- फरोख्त से चुनाव जीतने के आरोप पर विधायक विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने पलटवार करते हुए कहा कि खरीद फरोख्त करने में भाजपा माहिर है। अंतागढ़ चुनाव में प्रत्याशी के खरीद-फरोख्त का मामला इसका पुख्ता प्रमाण है। विधायक चन्द्राकर ने कहा कि पार्षदों के जरिये अध्यक्ष व महापौर चुने जाने से खरीद फरोख्त का आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्ष के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से करने से प्रदेश में शहरों के विकास में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। जिस राजनीतिक दल का नगर निगम, नगर पालिका या नगर परिषद में बहुमत होगा, उसका ही पार्षद, महापौर या अध्यक्ष बनने से शहर के विकास को नई गति मिलेगी.
यह व्यवस्था प्रदेश में पहले भी लागू रही थी और तब भी अच्छे परिणाम सामने आए थे। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार का यह फैसला प्रदेश में विकास को नई गति देगा। प्रत्यक्ष चुनाव से नगरीय निकायों में बहुमत किसी राजनीतिक दल का होता था, लेकिन ऐसा समर्थ व्यक्ति महापौर या अध्यक्ष बन जाता था जो दूसरे राजनीतिक दल का होता था। इससे शहरों के विकास की रफ्तार कम हो जाती थी। नगरीय निकायों को फैसला लेने में परेशानी होती थी। नेता प्रतिपक्ष के आरोप पर निशाना साधते विधायक चन्द्राकर ने कहा कि खरीद-फरोख्त की आशंकाएं बेबुनियाद हैं। जबकि खरीद फरोख्त करने में भाजपा माहिर है। अंतागढ़ चुनाव में किस तरह से भाजपा ने खरीद फरोख्त किया है, प्रदेश की जनता भली भांति वाकिफ है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सांसद-विधायक चुनते हैं तो फिर महापौर या अध्यक्ष चुनने का अधिकार पार्षदों को क्यों नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसके लिये कमेटी बनाने सरकार के फैसले का स्वागत किया है।