दिल्ली-केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने यूजीसी को सभी छात्रवृत्तियां, फैलोशिप समय पर वितरित करने और इसके लिए हेल्पलाइन शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की सभी शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए।
अगले शैक्षणिक वर्ष से मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा, विशेषकर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की शिक्षा प्रारंभ करने का मौलिक निर्णय लिया गया। इसके लिए कुछ आईआईटी और एनआईटी की सूची तैयार की जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों के समग्र विकास और शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन का लक्ष्य हासिल करने के लिए बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय के अधिकारी काम कर रहे हैं।
यह निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विभिन्न बोर्डों की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद सिलेबस लाएगी। शिक्षा मंत्रालय, अगले वर्ष कैसे और कब परीक्षा आयोजित करने के बारे में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की राय जानने के लिए अभियान चलाएगा।
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