उत्तराखंड: चमोली के जोशीमठ में दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है, जहां पर ग्लेशियर के फटने के कारण बाढ़ आ गई। तपोवन में बिजली निर्माण के लिए बनाए गए सुरंग में फंसे लोगों को बचाने का ऑपरेशन चल रहा है। तपोवन पर बड़े पैमाने पर प्रभाव पैदा करने वाली रैनी बिजली परियोजना को धो दिया है ।जेसीबी मशीन की मदद से सुरंग को साफ करने के प्रयास जारी हैं। इस मामले में चमोली पुलिस, उत्तराखंड का कहना है कि अबतक इस सुरंग में फंसे कुल 15 लोगों को बचाया गया है और 14 शव अब तक विभिन्न स्थानों से बरामद किए गए हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे का कहना है कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि अंदर में लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आईटीबीपी के जवान तैनात हैं। वही स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।
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आईटीबीपी डीआईजी सेक्टर मुख्यालय, अपर्णा कुमार ने बताया कि 70-80 मीटर तक बड़ी सुरंग साफ हो चुकी है। मलबे ने इसे अवरुद्ध कर दिया, इसे जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है। दूसरी सुरंग की तलाश की जा रही है । यह लगभग 180 मीटर लंबा और लगभग 30-40 कर्मचारी कल से फंसे हुए हैं। उन्हें छुड़ाने के प्रयास चल रहे हैं।
उत्तराखंड के डीजीपी के अनुसार 12 लोगों को एक सुरंग से बचाया गया। लोगों को बचाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से दूसरी सुरंग को साफ किया जा रहा है दहशत फैलाने की जरूरत नहीं। ग्लेशियर कल फट गया, बोल्डर और मलबे ने पीछा किया जिसने तपोवन पर बड़े पैमाने पर प्रभाव पैदा करने वाली रैनी बिजली परियोजना को धो दिया। यह सब कल हुआ। 2 परियोजना से पहले और 121 लोग गायब हैं।
आपदा से निपटने में केंद्र सरकार प्राथमिकता के आधार पर हर मदद करेगी-केंद्रीय गृह मंत्री
भारतीय वायु सेना के द्वारा राहत व् बचाव कार्य के लिए जोशीमठ से उड़ान भरने वाले एमआई -17 और ALH हेलीकॉप्टरों के साथ हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गए हैं।
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मालुम हो कि कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है
कि नरेन्द्र मोदी सरकार उत्तराखंड के जोशीमठ में आयी प्राकृतिक
आपदा के समय राज्य के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
महाराष्ट्र में पत्रकारों से बातचीत में अमित शाह ने कहा कि
केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा राहत तथा बचाव कार्य जारी है
और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ) की 3 टीमें मौक़े पर पहुँच गई हैं।
उन्होंने कहा कि बाकी की टीमें भी उत्तराखंड जाने के लिए तैयार हैं।
जल्दी ही बाकी टीमें भी वहाँ पहुंच जाएंगी। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि
आइटीबीपी के जवान भी वहां पहुंच गए हैं
साथ ही राज्य का तंत्र भी एक्टिव हो चुका है।
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