महासमुंद। सामाजिक बुराइयों से लड़ने में न्यायविद के समर्पण को याद करना ही जयंती है, उक्त बाते भारत के पहले कानून मंत्री डॉ भीमराव अंबेडकर Dr. Bhimrao Ambedkar की जयंती के मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की।
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इस दौरान पालिका अध्यक्ष चंद्राकर ने कहा भारत में अंबेडकर जयंती को समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पर ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में ‘अंबेडकर समानता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। जो भारत जैसे विकासशील देश के नागरिकों के लिए बड़े ही गर्व की बात है।
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उन्होंने कहा डॉ. भीमराव अंबेडकर Dr. Bhimrao Ambedkar को भारतीय संविधान के पिता के रूप में सम्मानित किया गया, क्योंकि उनकी अध्यक्षता में ही संविधान सभा ने दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान तैयार किया था। उन्होंने कहा अंबेडकर जयंती को मनाने के पीछे का कारण जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने में न्यायविद के समर्पण को याद करना है।
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डॉक्टर भीमराव अंबेडकर Dr. Bhimrao Ambedkar ने एक ऐसे भारत की कल्पना की जहां सभी नागरिकों को कानून के तहत समान माना जाए और उन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के लिए अभियान भी चलाया था। इस अवसर पर बौद्ध महासभा के पदाधिकारी एवं समाजजन उपस्थित थे।
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