Home छत्तीसगढ़ भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज,हजारों की...

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज,हजारों की संख्या में शामिल हुए श्रद्धालु

यज्ञस्थल पर आयोजित विशेष पूजा में शामिल हुए यजमान विनोद चंद्राकर

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

महासमुंद। भव्य कलश जल यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का आगाज हुआ। इस दौरान हजारों की संख्या में माताओं व बहनों ने कलश यात्रा में भाग लिया। दुर्गा वाहिनी की बहनों द्वारा शौर्य प्रदर्शन ने मन मोह लिया। इसके पूर्व श्री मारूति महायज्ञ के यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर यज्ञस्थल पर आयोजित विशेष पूजा में शामिल हुए।

गुरूवार को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर श्री मारूति महायज्ञ आयोजन समिति के तत्वावधान में शहर के दादाबाड़ा से भव्य कलश जल यात्रा निकाली गई। श्री मारूति महायज्ञ के यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व  निर्मला चंद्राकर सहित हजारों की संख्या में शाम साढ़े चार बजे कलश यात्रा प्रारंभ हुई।

श्रीमद्भागवत-मित्रता में होना चाहिए त्याग व समर्पण का भाव-वर्षा नागर

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

कलश यात्रा में भगवान श्रीराम, हनुमान जी व भगवान शिव जी की आकर्षक झांकी आकर्षण का केंद्र रही। इस दौरान डीजे व धुमाल के भक्ति गीतों पर श्रद्धालुजन भाव विभोर होते रहे। दुर्गा वाहिनी की बहनों द्वारा शौर्य प्रदर्शन करते हुए कलश यात्रा के आगे-आगे चल रही थी। वहीं भगवान राम की झांकी के पीछे महिलाएं शंखनाद करते हुए चल रही थी।

कलश यात्रा दादाबाड़ा से हुई प्रारंभ

कलश यात्रा दादाबाड़ा से प्रारंभ होकर बस स्टैंड चौंक, अंबेडकर चौक, स्वामी चौक, कांग्रेस भवन चौक, नगरपालिका चौक, कचहरी चौक, बरोंडा चौक, शास्त्री चौक, बजरंग चौक, दुर्गा चौक, बाबा रामदेव मंदिर, गांधी चौक, महामाया मंदिर होते यज्ञस्थल दादाबाड़ा में समाप्त हुई। इस दौरान जगह-जगह आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया। इसके पूर्व आज गुरूवार की सुबह यज्ञस्थल पर यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर विशेष पूजा अर्चना में शामिल हुए।

भव्य कलश यात्रा के साथ श्री मारूति महायज्ञ का हुआ आगाज

गौरतलब है कि छह अप्रैल से दादाबाड़ा में पंच दिवसीय श्री मारूति महायज्ञ आयोजित है।

जिसके लिए कल बुधवार को यज्ञाचार्य पं पंकज तिवारी ने यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व

उनके परिवार का विधि विधानपूर्वक विभिन्न संस्कार कराया।

श्री मारूति महायज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रतिदिन सुबह सात से 9 बजे तक पूजन,

दस बजे से 12 बजे तक यज्ञ, दोपहर 12 बजे मध्यान्ह आरती,

दोपहर दो बजे से चार बजे तक भजन कीर्तन, शाम चार बजे से साढ़े छह बजे तक प्रवचन

व शाम सात बजे आरती का कार्यक्रम होगा।

समिति के सदस्यों ने बताया कि श्री मारुती महायज्ञ के समापन के दिन विश्राम यात्रा निकाली जाएगी।

हमसे  जुड़े :-

आपके लिए /छत्तीसगढ़/महासमुन्द