महासमुंद- नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने जारी एक बयान में कहा हैै अंग्रेजी शराब दुकान को त्रिमूर्ति कॉलोनी नेशनल हाईवे पर स्थानांतरित करने के विरोध में संसदीय सचिव के भाई प्रमोद चंद्राकर सहित कांग्रेस पदाधिकारियों को संघर्ष करना इस बात को प्रमाणित करता है कि कांग्रेस सरकार अपने ही पार्टी के नेताओं की नहीं सुन रहा, ऐसे में आम जनता की क्या सुनेंगे। नगर पालिका द्वारा आबकारी विभाग को कोई एनओसी जारी नहीं किया गया है। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन शराब दुकान खोलने पर आमादा है।
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नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने आगे कहा कि, जन विरोध के बाद भी कॉलोनी के पास अंग्रेजी शराब दुकान खोलना जनभावनाओं को आहत पहुंचाने का काम कर रही है कांग्रेस सरकार। सरकार मीडिया के माध्यम से अपने को जनहितैषी बताते रहती है लेकिन आज सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। शराब से हो रही कमाई को देख रहे हैं इसलिए जनभावनाओं को कुचलने की कोशिश की जा रही है।
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नपाध्यक्ष ने कहा कि, काग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारियों का न राज्य सरकार और न ही जिला प्रशासन सुन रहे हैं। जिसका फलस्वरूप यह है कि, पार्टी पदाधिकारियों को विरोध में खड़े होना पड़ गया। सत्ता और संगठन दो धड़ो में बटा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि, एकता चौक में भी अंग्रेजी शराब दुकान खोलने के विरोध में अपने ही सरकार के संसदीय सचिव को उतरना पड़ा।
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आबकारी विभाग के अफसर भी संसदीय सचिव की बात सुनना तो दूर विरोध स्थल तक आने को तैयार नहीं। इस लिए आबकारी विभाग रात के अंधेरे में चुपके चुपके त्रिमूर्ति कॉलोनी नेशनल हाईवे 53 में दुकान खोलने की तैयारी में जुट गए। यहां भी शराब दुकान के विरोध में पार्टी के कार्यकर्ताओं को कूदना पड़ा। इससे स्पष्ट होता है कि, छत्तीसगढ़ ऐसे बेलगाम पार्टी के हाथों में है, जिसका भगवान ही मालिक है।