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प्रदेश मे शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा, 20 को CM को सौपेगे ज्ञापन

20 अगस्त को बेमचा के गायत्री मंदिर में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित होकर मृतकों के निवास पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेगे ।

प्रदेश मे शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा, 20 को CM को सौपेगे ज्ञापन

महासमुंद:- प्रदेश मे शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा के संयोजक डॉक्टर विमल चोपड़ा ने आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि आज से लगभग 2 वर्ष पूर्व बेमचा में शराब के कारण पारिवारिक करा से ग्रस्त होकर छह बहनों ने पटरी पर देवकी नीचे अपनी जान दे दी थी।

जबकि या गांव कांग्रेस  के बड़े नेताओं का निवास स्थान है कांग्रेस के नेताओं ने इस दुखद घटना से भी कोई सबक नहीं लिया और शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने की बजाय इसे बढ़ावा दिया विधायक और कांग्रेस के नेताओं के गुर्गे अपने अवैध शराब बंदी की कसम गंगाजल हाथ में लेकर खाने वाले कांग्रेसी नेता इनके सहयोगी बने रहे हैं 20 तारीख को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महासमुंद आ रहे हैं।

इस समय पर भाजपा उन्हें शराबबंदी की उनकी कसम याद दिलाएगी 20 अगस्त को बेमचा के गायत्री मंदिर में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित होकर मृत्यु के निवास पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रेल पटरी के स्थान पर पदयात्रा करते हुए जाएंगे जहां से पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद काले झंडों के साथ मुख्यमंत्री के सभा स्थल पर जाकर उन्हें शराबबंदी की कसम को याद दिलाने वाला ज्ञापन सौंपा जाएगा।

प्रदेश मे शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा, 20 को CM को सौपेगे ज्ञापन

कांग्रेस के छोटे से लेकर बड़े नेता संपूर्ण छत्तीसगढ़ में एवं खासकर महासमुंद में कमीशन खोरी एवं गुंडागर्दी में लगे हुए हैं जिसमें एक बड़ा काम शराब की बिक्री अवैध रूप से करना और विधायक टैक्स मुख्यमंत्री टैक्स कांग्रेस टैक्स की वसूली में लगे रहना स्पष्ट करता है कि हाथ में गंगाजल लेकर शराब बंदी की कसम खाने वाली कांग्रेस ने सरकार को गंगाजल के साथ  हिदुओं के आस्था के सम्मान से मतलब है और ना ही शराब से मर रहे लोगों से है।

शराब बंदी के वादे को भूल चुकी

छत्तीसगढ़ में ED ने कार्रवाई कर जहां 22सौ करोड़ रुपए का मामला पकड़ा है और कांग्रेसियों को जेल भेजा वही है मामला 22 हजार करोड़ रुपए होने का अनुमान है इतनी विशालकाय राशि के लालच में कांग्रेस अपने शराब बंदी के वादे को भूल चुकी है और छत्तीसगढ़ को शराब का घर और अपराध का गढ़ बना चुकी है।

प्रदेश मे शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा, 20 को CM को सौपेगे ज्ञापन

शराबबंदी की बजाय पटेवा,घोराडी में नई दुकान एवं महासमुंद में प्रीमियम दुकान खोलना, दो बोतल देशी शराब के बजाय एक व्यक्ति को 27 पव्वा तक देने की छूट और घर पहुंच सेवा से मुख्यमंत्री को बहुत राशि आ रही है । महासमुंद विधानसभा में कांग्रेस के तीन गुट  लगातार क्षेत्र के शराब दुकान से शराब निकाल कर गांव गली में सप्लाई कर रहे हैं।

कांग्रेस के विधानसभा के बड़े नेताओं का या तो वृद्धि प्राप्त हो चुका है या फिर वह स्वयं ही इस धंधे एवं अपराधों में कांग्रेस के नेताओं ने दबाव पूर्वक प्रशासनिक अधिकारियों को भी अपना हम सफर बना लिया और जो इनका विरोध करता है उनको सजा के तौर पर स्थानांतरित कर दिया जाता है।

जांच को जिला स्तर पर लाने की आवश्यकता

ED द्वारा प्रदेश स्तर पर की गई जांच को जिला स्तर पर लाने की आवश्यकता है एवं तत्कालीन कलेक्टर एवं आबकारी अधिकारियों से पूछताछ होनी चाहिए शासकीय वेयरहाउस से निकलने वाली शराब की मात्रा में 60% की कमी दर्ज की गई है तो यह हाथ पैर हाथ रखकर क्यों बैठे थे कहीं उनकी देखरेख एवं संरक्षण में यह भ्रष्टाचार फल फूल नहीं रहा था कहीं यह लोग ढेबर एवं कंपनी के सदस्य तो नहीं थे।

इन सब की गहराई से जांच की गई तो तत्कालीन कलेक्टर और आबकारी अधिकारी को जेल की हवा खानी पड़ेगी। इस दौरान समिति सदस्य मोती साहू सतपाल सिंह पाली मंडल अध्यक्ष श्याम साकरकर पप्पू पटेल देवी चंद राठी योगेश्वर राजू सिन्हा चैनु राम साहू आदि भाजपा के नेता व कार्यकर्ता गण उपस्थित थे

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