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नव-आरोग्यम् स्वास्थ्य सुविधा से 112 मरीज लाभाविंत,किडनी रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय में आज

महासमुन्द- नव-आरोग्यम स्वास्थ्य सुविधा का शुभारंभ किया गया है। 2 अक्टूबर को प्रारंभ इस स्वास्थ्य सेवा प्रदाय के लिए राजधानी रायपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उपस्थित होकर अपनी सेवाएं दी। इन सेवाओं में हृदय रोग, मानसिक रोग, किडनी रोग एवं उदर रोग के विशेषज्ञों की सेवाओं का लाभ जिले के नागरिकों ने उठाया। गांधी जयन्ती पर प्रारंभ नव-आरोग्यम् सेवा के तहत हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. गौरव त्रिपाठी ने 32 हृदय रोगियों का जांच परीक्षण कर ईलाज किया, वहीं मानसिक रोग विशेषज्ञ डाॅ. विनायक रोगड़े ने 30 मानसिक रोगियों का ईलाज किया। इसी तरह उदर रोग विशेषज्ञ डाॅ. मनोज लोहाटी ने 12 मरीजों का परीक्षण एवं ईलाज किया, वहीं उदर रोग विशेषज्ञ डाॅ.गणपति किनी ने 38 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं ईलाज किया।

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने एवं बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में माह के प्रत्येक शनिवार को विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं नागरिकों को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नव-आरोग्यम् स्वास्थ्य सेवा प्रारंभ की गयी है। इसमें निर्धारित तिथियों में विशेषज्ञ चिकित्सक जिला चिकित्सालय में उपस्थित होकर अपनी सेवाएं देंगे।

नव-आरोग्यम् के तहत आज पांच अक्टूबर को किडनी रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाएं देंगे
नागरिकगण इसका लाभ उठाएं

महासमुन्द -गांधी जी की 150 वीं वर्षगांठ के अवसर पर कलेक्टर  सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय महासमुन्द में नव आरोग्यम स्वास्थ्य सुविधा का शुभारम्भ किया गया है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को सुयश हॉस्पिटल रायपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जिला चिकित्सालय में सेवायें प्रारंभ कर दी गयी है। इसी तारतम्य में जिला चिकित्सालय में प्रथम शनिवार 5 अक्टूबर को डॉ. आर.के.साहू., किडनी रोग विशेषज्ञ द्वारा प्रातः 9 बजे से कक्ष क्रमांक 6 में सेवाये दी जायेगी । किडनी रोग से संबंधित मरीज जाँच एवं उपचार करा सकते हैं । सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के.परदल ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे इस निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होकर चिकित्सा सेवा का लाभ उठाएं।

विधायक ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं का किया सम्मान

महासमुंद- महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने स्व सहायता समूह की महिलाओं का सम्मान किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने आगे बढ़ने का आव्हान करते हुए उनकी समस्याओं का समुचित निराकरण करने का आश्वासन भी दिया।

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर स्थानीय श्रीराम मंदिर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में अनिता रावटे, सती साहू, ऐश्वर्या तिवारी, डा रश्मि चंद्राकर, अरूणा शुक्ला, तारा चंद्राकर, योजना सिंह, द्रोपति चंद्राकर, नैनी ठाकुर, माया पांडे, दाउलाल चंद्राकर, भागीरथी चंद्राकर, अरूण चंद्राकर, राजेंद्र चंद्राकर, सुनील चंद्राकर, गौरव चंद्राकर, खिलावन बघेल, विजय साव, निर्मल जैन, बलदाउ बांदे, अमन चंद्राकर, जितेंद्र साहू, संतोष साहू, प्रदीप चंद्राकर, परशुराम देवांगन आदि मौजूद थे।

बतौर मुख्य अतिथि विधायक चंद्राकर ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए शासन की कई योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसका लाभ उठाने महिलाओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने शासन की योजनाओं की भी जानकारी दी। विधायक विनोद चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार सभी वर्ग के हितों को ध्यान में रखकर निर्णय ले रही है। सरकार बनने के बाद से कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं। चुनाव पूर्व जो घोषणाएं की गई थी उसे पूरा किया जा रहा है।

विधायक  चंद्राकर ने महिला स्व सहायता समूह की समस्याओं का प्राथमिकता के साथ निराकरण करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान विधायक ने महिलाओं के बीच पहुंचकर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन पार्षद संजय शर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से नंदनी महिला स्व सहायता समूह की गीता साहू, अन्नपूर्णा महिला स्व सहायता समूह की लक्ष्मी चंद्राकर, भवानी महिला स्व सहायता समूह की रितुराज वर्मा, अनिता गुप्त, कांति ढीमर, सविता यादव, रेखा, मीना यादव, आरती लोधी, ज्योति ठाकुर, सरोजनी मानिकपुरी, उमा बघेल, जानकी राजपुत, विमला साहू, राधा साहू, रेवती यादव, जमुना यादव, मालती साहू, पार्वती यादव, समारिन पटेल, ममता पटेल, खुशबू बंजारे, निर्मला चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह की महिलाएं मौजूद थीं।

शहरी झुग्गीवासियों को राज्य सरकार की बड़ी सौगात-

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के सभी शहरी आवासहीन निर्धन व्यक्तियों के स्थाई व्यवस्थापन के लिए एक बड़ी सौगात दी गई है। राज्य सरकार द्वारा  राजीव गांधी आश्रय योजना की अवधि को बढ़ाकर अब 19 नवम्बर 2018 निर्धारित किया गया है। अब सभी नगर पालिका निगम, नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में 19 नवम्बर 2018 को निवासरत झुग्गीवासियों को जिनके पास आवास का स्थाई पट्टा नहीं है, उन्हें स्थाई पट्टा दिया जाएगा। योजना के तहत नयी झुग्गीयों के निर्माण को रोकने की दृष्टि से आवासहीन शहरी गरीबों के लिए सस्ती दरों पर आवासीय भू-खण्ड उपलब्ध कराया जाएगा। पहले इसकी अवधि 19 नवम्बर 2002 थी.

क्लीक करे :पट्टाधारियों के नगर पंचायतों में 1500, नगर पालिकाओं में 1200 वर्गफुट भूमि का होगा नियमितिकरण-

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश पर विस्तारित योजना के क्रियान्वयन के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन रायपुर से प्रदेश के सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर दिया गया है। परिपत्र के अनुसार नगरीय क्षेत्रों में  प्राधिकृत अधिकारियों की नियुक्ति 7 अक्टूबर तक, झुग्गीवासियों का सर्वेक्षण 30 अक्टूबर तक और पात्र झुग्गीवासियों को स्थाई एवं अस्थाई पट्टा वितरण 25 नवम्बर तक अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। विस्तारित योजना के तहत 19 नवम्बर 2018 को शहरी क्षेत्रों में  शासकीय नजूल, स्थानीय निकाय, विकास प्राधिकरण की भूमि में निवास वाले आवासहीनों को ऐसी अधिभोग की भूमि के पट्टे की पात्रता होगी जिनका इस पते का राशन कार्ड बना हुआ हो। राशन कार्ड नहीं होने पर अन्य प्रमाणिक दस्तावेजों के आधार पर सत्यापन के बाद पट्टा प्रदान किया जाएगा.

योजना के तहत सामान्यतः झुुग्गीवासी व्यक्ति को 450 वर्ग फुट की भूमि का पट्टा प्राप्त करने की पात्रता होगी। 450 वर्गफुट से अधिक भूमि होने की स्थिति में नगर पंचायत क्षेत्रों में 1000 वर्गफुट, नगर पालिका क्षेत्रों में  800 वर्गफुट, रायपुर छोड़कर अन्य नगर पालिक निगम क्षेत्रों में 700 वर्गफुट तथा रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र में  600 वर्गफुट क्षेत्रफल तक पट्टा प्रदान किया जा सकेगा। इस सीमा से अधिक भूमि पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति से उसे रिक्त कराया जाएगा। झुग्गीवासी भूमिहीन व्यक्ति से पट्टे के लिए कोई प्रब्याजी या भू-भाटक नहीं लिया जाएगा। विकास शुल्क के रूप में  नगर पंचायत क्षेत्रों 5 रूपए प्रतिवर्ग फुट, नगर पालिका क्षेत्र में  10 रूपए प्रतिवर्ष फुट, रायपुर नगर पालिका निगम क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश की शेष नगर पालिका निगमों के लिए 10 रूपए प्रतिवर्ग फुट तथा रायपुर नगर पालिक निगम के लिए 15 रूपए प्रतिवर्ग फुट की दर से दस वर्षाें तक विकास शुल्क लिया जाएगा.

क्लीक करे :अमृतसर से 12 किलो हेरोइन कीमत 60 करोड़ के साथ दो गिरफ्तार

सामान्यतः झुग्गी बस्तियों को इकाई मानकर व्यवस्थापन किया जाएगा। पट्टा सीधे शासकीय अमले के माध्यम से प्रदाय किया जाएगा। यदि कोई झुग्गीवासी किराएदार के रूप में निवास कर रहा है तब भी पट्टे की पात्रता उसे ही होगी। किसी भी परिस्थिति में झुग्गी के मालिक (जिसने किराए पर झुग्गी दे रखी है) को पट्टा नहीं दिया जाएगा। पट्टे में परिवार की बालिग महिला सदस्यों का नाम सम्मिलित होगा। यथासंभव झुग्गीवासियों को उसी स्थान पर व्यवस्थित किया जाएगा परन्तु यदि व्यापक जनहित में झुग्गीयों को अन्यत्र स्थानांतरण किया जाना आवश्यक होगा तब यह निर्णय संबंधित उच्च स्तरीय समिति द्वारा लिया जाएगा। झुग्गीयों के अन्यत्र स्थानांतरण का निर्णय लेने से पूर्व समिति द्वरा झुग्गीवासियों को यथोचित सुनवाई का अवसर प्रदान किया जाएगा एवं विभिन्न तथ्यों का परीक्षण कर अंतिम निर्णय लिया जाकर झुग्गीवासियों को जहां स्थानांतरित किया जाएगा, उस भूमि का पट्टा दिया जाएगा.

परिपत्र में कहा गया है कि अगर कोई भूमिहीन नगरीय क्षेत्रों में सड़क, तालाब, नहर तथा सार्वजनिक उपयोग की भूमि पर काबिज है तब उस भूमि की पट्टे की पात्रता नहीं होगी। ऐसे व्यक्तियों को समिति अन्यत्र व्यवस्थापित करने का निर्णय ले सकेगी। नगरीय निकाय अधिनियम 1984 के तहत जिले के प्रत्येक नगरीय क्षेत्र के लिए प्राधिकृत अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। बड़े शहरों में जहां झुग्गी बस्तियों की संख्या अधिक है वहां आवश्यकता अनुसार एक से अधिक प्राधिकृत अधिकारी की नियुक्ति 7 अक्टूबर तक की जाएगी। प्राधिकृत अधिकारी प्रत्येक क्षेत्र के लिए निर्धारित प्रारूप-क में एक रजिस्टर तथा अधिभोग के अधीन भू-खण्ड को दर्शाने वाली स्थल कार्ययोजना तैयार करेंगे.

प्राधिकृत अधिकारी अपने क्षेत्र में स्थित झुग्गी बस्तियों की सूची 14 अक्टूबर तक संबंधित कलेक्टरों को उपलब्ध कराएंगे। झुग्गी बस्तियों के व्यापक सर्वेक्षण के लिए पर्याप्त संख्या में सर्वेक्षण दल बनाकर सर्वेक्षण की कार्रवाई 30 अक्टूबर तक पूर्ण की जाएगी। सर्वेक्षण दल से प्राप्त रिपोर्ट को सूचीबद्ध कर स्थाई-अस्थाई पट्टा जारी के पूर्व प्राधिकृत अधिकारी पात्र व्यक्तियों के नाम, भूमि का विवरण, पट्टा हेतु रकबा का विवरण, वार्ड-बस्ती का नाम सूचीबद्ध कर 7 दिन के भीतर दावा आपत्ति लेने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पात्र झुग्गीवासियों को 25 नवम्बर स्थाई एवं अस्थाई पट्टा वितरित किया जाएगा.

नया रायपुर में जू-सफारी का उद्घाटन 05 अक्टूबर को-

रायपुर :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल 05 अक्टूबर को सवेरे 10.30 बजे रायपुर पुलिस लाइन हेलीपेड से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 10.40 बजे नया रायपुर पहुंचेंगे और 10.50 बजे जंगल सफारी स्थित जू-सफारी का उद्घाटन करेंगे।  बघेल पूर्वान्ह 11.30 बजे नया रायपुर से रवाना होंगे और 12.10 बजे राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ पहुंचकर मां बम्लेश्वरी देवी शक्तिपीठ में दर्शन और पूजा अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर दो बजे बिलासपुर जिले के रतनपुर पहुंचेंगे और वहां  सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी के दर्शन करेंगे। बघेल अपरान्ह 3.50 बजे जांजगीर-चांपा जिले की कृषि उपज मंडी चांपा पहुंचेंगे और 3.55 बजे वहां से रवाना होकर 4.50 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड भिलाई पहुंचेंगे.

पट्टाधारियों के नगर पंचायतों में 1500, नगर पालिकाओं में 1200 वर्गफुट भूमि का होगा नियमितिकरण-

नगरीय प्रशासन विभाग ने भू-नियमितिकरण प्रक्रिया में तेजी लाने
सभी कलेक्टरों को लिखा पत्र

रायपुर.- राज्य शासन ने शहरी क्षेत्रों में पट्टाधारी लोगों के पट्टों को भूमि स्वामी अधिकार में बदलने की कवायद तेज कर दी है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने पट्टाधारियों की निर्धारित सीमा तक अतिरिक्त कब्जे की जमीन के नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भू-उपयोग में परिवर्तन के नियमितिकरण कार्यों में तेजी लाने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। विभाग ने पट्टों के नियमितिकरण, भू-स्वामी अधिकार और पट्टा नवीनीकरण की कार्यवाही शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टरों को विकास प्रभार के निर्धारण में पूर्ण सावधानी बरतने कहा गया है जिससे कि किसी प्रकार की वित्तीय हानि न हो।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) अधिनियम-1984 में संशोधन कर पट्टाधृति अधिकार के पट्टों को भूमि स्वामी अधिकार में परिवर्तित करने, पट्टाधारियों के कब्जे वाली अतिरिक्त जमीन के निर्धारित सीमा तक नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भू-उपयोग में परिवर्तन का नियमितिकरण करते हुए भूमि स्वामी अधिकार प्रदान करने की पहल की है। इसे अमल में लाने शासन ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) (संशोधन) अधिनियम-2019 को अधिसूचित भी कर दिया है। राजपत्र में अधिसूचना के प्रकाशन के साथ ही ये नए नियम राज्य के सभी नगरीय निकायों में प्रभावी हो गए हैं।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि पट्टाधारी के निर्धारित सीमा तक अतिरिक्त कब्जे की भूमि के नियमितिकरण, अवैध या अनियमित पट्टा हस्तांतरण के नियमितिकरण और भूमि के प्रयोजन में परिवर्तन के नियमितिकरण का आवेदन या इस संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी द्वारा शीघ्र कार्यवाही प्रारंभ की जाए। प्राधिकृत अधिकारी स्वप्रेरणा से भी ऐसे मामलों पर कार्यवाही कर सकते हैं। नियमितीकरण की कार्यवाही के लिए जिलों में आवश्यकतानुसार निरीक्षण दलों का गठन करने कहा गया है। इन दलों में राजस्व अधिकारी के साथ स्थानीय नगरीय निकायों के अधिकारी तथा ग्राम एवं नगर निवेश विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे।

नियमितिकरण के लिए प्राधिकृत अधिकारी द्वारा संयुक्त दल से स्थल निरीक्षण प्रतिवेदन लिया जाएगा। पट्टाधारी के अतिरिक्त कब्जा की भूमि नियमितिकरण योग्य होने पर अर्थात कब्जे के अधीन अधिक भूमि व्यवस्थापित मूल भूमि से 50 प्रतिशत की निर्धारित सीमा तक नियमितिकरण किया जाएगा। इसके तहत नगर पंचायतों में 1,500 वर्गफुट, नगर पालिकाओं में 1,200 वर्गफुट और नगर निगमों में 1050 वर्गफुट भूमि का नियमितिकरण किया जाएगा। रायपुर नगर निगम क्षेत्र में अधिकतम 900 वर्गफुट जमीन का नियमितिकरण किया जाएगा। पट्टाधारी द्वारा निर्धारित विकास प्रभार जमा कराए जाने पर कब्जे की अतिरिक्त भूमि को मूल पट्टाधारी के पक्ष में पट्टा प्रदान कर नियमितिकरण या भू-स्वामी अधिकार प्रदान किया जाएगा।

अवैध या अनियमित हस्तांतरण और भूमि प्रयोजन में परिवर्तन के मामलों में संयुक्त दल के प्रतिवेदन, कब्जाधारी के भूमिहीन होने, अधिनियम के अंतर्गत पात्र हितग्राही होने, भूमि प्रयोजन में परिवर्तन स्वीकार्य होने और वहां प्रभावी मास्टर प्लान के उल्लंघन नहीं होने की स्थिति मे निर्धारित विकास प्रभार जमा कराने के बाद पट्टा जारी कर नियमितिकरण या भूमि स्वामी अधिकार में परिवर्तित किया जाएगा।

वर्ष 1984 में दिए गए पट्टों की 30 वर्ष की अवधि पूर्ण हो चुकी है। इन पट्टों के नवीनीकरण की कार्यवाही बड़ी संख्या में लंबित है। नगरीय प्रशासन विभाग ने छत्तीसगढ़ नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति (पट्टाधृति अधिकारों का प्रदान किया जाना) (संशोधन) अधिनियम-2019 के प्रावधानों के अनुसार अगले 30 वर्षों के लिए इनके नवीनीकरण के भी निर्देश कलेक्टरों को दिए हैं।

मेकाहारा से लौटे मरीज का जिला अस्पताल में हुआ सफल इलाज

मेकाहारा से लौटे मरीज का जिला अस्पताल में सफल इलाज
गत वर्ष 768 आपरेशन कर सर्जरी में राज्य के 27 जिला अस्पतालों में अव्वल

बलौदाबाजार-जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) के सहयोग से यहाँ जिला अस्पताल की बुनियादी सुविधाओं एवं सेवाओं में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। गत वर्ष 2018 में जिला अस्पताल में रिकार्ड 768 सर्जरी हुई, जो कि राज्य के सभी 27 जिला अस्पतालों में सर्जरी के मामले में सबसे ज्यादा है। इसका श्रेय डीएमएफ के सहयोग से यहां सेवारत सुप्रसिद्ध सर्जन डॉ शंकर शरण बाजपेई एवं उनकी टीम को जाता है। उन्होंने हाल ही में एक जटिल आपरेशन तो ऐसे किये है,जिसे मेकाहारा रायपुर के डॉक्टरों ने गंभीर मानते हुए घर लौटा दिया था। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से जिला अस्पताल मरीजों के सेवा में निरंतर आगे बढ़ रहा है।

सिविल सर्जन डॉ अभय सिंह परिहार ने बताया कि अमेरा निवासी मोतिन बाई साहू काफी दिनों से पेट दर्द और भारीपन से परेशान थी। उन्होंने रायपुर के बड़े अस्पताल मेकाहारा में दिखाया। डॉक्टरों ने जांच कर गंभीर बीमारी बताते हुए उन्हें वापस भेज दिया। मोतिन लौटकर निराश मन से जिला अस्पताल आई। जिला अस्पताल में उनका फिर से गहन जांच किया गया। जांच में उनके गर्भाशय में 600 सीसी का गांठ पाया गया। सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. शंकर शरण बाजपेई और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. अशोक तिवारी ने मिलकर पूरी टीम भावना के साथ कामयाब आपरेशन किये। मोतीन बाई आज पूर्णतः स्वस्थ है।

मोतिन बाई ने कहा कि मेकाहारा के डॉक्टरों के मना करने पर मैं निराश हो चुकी थी और मुझे अपनी मौत नजदीक लग रही थी। किसी तरह हौसला लेकर भयभीत मन से अंतिम रूप से दिखाने के लिहाज से जिला अस्पताल आई थी। मुझे खुद को बीमारी के ठीक होने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन भगवान स्वरूप डॉक्टरों ने मेरी बीमारी को पहचान कर ठीक कर दिया। वह जिला अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों और दिगर स्टॉफजनों की सेवाओं और व्यवहार से काफी खुश है। उसने अपना सम्पूर्ण इलाज स्मार्ट कार्ड से कराया। उसे नगद रूप में अस्पताल को कुछ भी देना नहीं पड़ा। सिविल सर्जन डाॅ. परिहार ने कहा कि जिला अस्पताल में हायड्रोसिल, हार्निया, स्तन के गांठ, पेट में गोले आदि के आपरेशन बड़ी आसानी के साथ किये जा रहे हैं। यहाँ का ऑपेरशन थिएटर निजी अस्पतालों से भी ज्यादा अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है। डॉ. बाजपेई की टीम में आयशा खान, सरिता पटेल, जगत, सुशील, दीपक, हरपाल जैसे कुशल कर्मचारी शामिल हैं।

अमृतसर से 12 किलो हेरोइन कीमत 60 करोड़ के साथ दो गिरफ्तार

 

पंजाब पुलिस ने बॉर्डर एरिया पर चलाए अभियान के दौरान 2 अंतर्राष्ट्रीय हेरोइन तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे 12 किलो हेरोइन बरामद की गई है। बरामद की गई हेरोइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 60 करोड़ बताई जा रही है।पुलिस सब इस्पेक्टर रोहित कुमार का कहना है कि  गुरुवार देर रात तक उन लोगो सामान सहित गिरफ्तार किया गया इन तस्करों का नाम गुरपीत गोपी व् गुरपाल सिंह है,इन लोगो से पूछताछ के लिए 3 दिन का रिमांड लिया गया है

 

महिला ने एक अधिकारी की सरेआम की पिटाई जानिए क्या है मामला

प्रतीकात्मक

मध्यप्रदेश: ग्वालियर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों के कथित आवंटन को लेकर एक महिला ने एक  अधिकारी की सरेआम पिटाई कर दी, उपस्थित महिलाओँ का कहना है अधिकारी महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की है.वही महिलाओं ने आरोप लगाया कि अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों को गलत तरीके से आवंटित किया गया है।

ज्वेलर्स दूकान से 13 करोड़ रुपये के सोने के गहने की चोरी

तमिलनाडु-दो नकाबपोश लोगों ने 2 अक्टूबर को त्रिची के एक ज्वेलर्स दूकान  से 13 करोड़ रुपये के सोने के गहने चुराए पुलिस ने  मामला दर्ज कर लिया है बुधवार तड़के चतीरम बस स्टैंड के पास  ज्वेलर्स दूकान  में दो नकाबपोश चोर घुसे। चोरों ने इस दौरान दीवार में छेद करके स्टोर के अंदर पहुंचने का रास्ता बनाया। सुबह जब ज्वेलर्स दूकान के स्टाफ ने दुकान खोली गई तो चोरी का पता चला इसकी जांच की जा रही है देखे वीडियो चोरो ने कैसे किया चोरी

 

गांधी विचार यात्रा‘ 4 अक्टूबर को कंडेल से होगी प्रारंभ :भूपेश बघेल-

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश में चार अक्टूबर से सप्ताहव्यापी गांधी विचार यात्रा शुरू हो रही है। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के नेतृत्व में चार अक्टूबर को यह गांधी विचार यात्रा धमतरी जिले के गांधी ग्राम-कण्डेल से प्रारंभ होगी जो 10 अक्टूबर को राजधानी रायपुर के गांधी मैदान में समाप्त होगी। महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और छत्तीसगढ़ के कण्डेल नहर सत्याग्रह की यादों को चिरस्मरणीय बनाने आयोजित इस गांधी विचार यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्यगण, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में नागरिकगण शामिल होंगे.

  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 4 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे गंाधी ग्राम-कण्डेल में महात्मा गाँधी  मूर्ति का अनावरण और यहां आयोजित सभा को संबोधित करने के बाद गांधी विचार पदयात्रा का शुभारंभ करेंगे। यह पदयात्रा ग्राम गागरा में शहीद संतोष नेताम की मूर्ति पर माल्यार्पण के पश्चात् नेशनल हाइवे होते ग्राम छाती पहुचेंगी जहां सभा के बाद रात्रि विश्राम होगा। गांधी विचार यात्रा अगले दिन प्रदेश के मंत्रीगणों के नेतृत्व में ग्राम छाती से सवेरे 9 बजे प्रारंभ होगी। यह यात्रा पूर्वान्ह 11 बजे ग्राम डांडेसरा पहुंचेगी। वहां आम सभा के बाद यह यात्रा आगे बढ़ेगी। गांधी विचार यात्रा कुरूद, कन्हारपुरी होते हुए शाम 4 बजे भुसरेंगा पहुंचेगी। इस यात्रा के दौरान कुरूद में दोपहर एक बजे और कन्हारपुरी में दोपहर 2 बजे आमसभा होगी.

गांधी विचार यात्रा छह अक्टूबर को ग्राम भुसरेंगा से सवेरे 9 बजे प्रारंभ होकर 10 बजे ग्राम चोरभट्ठी पहुंचेगी, वहां आमसभा के बाद यह यात्रा दोपहर 1.30 बजे बागदेही आएगी। यहां भी सभा के बाद यह यात्रा 2.30 बजे ग्राम भिंडरवानी पहुंचेगी। वहां आमसभा के बाद यह यात्रा अपरान्ह 3.30 बजे देवरी, शाम 4.30 बजे कोसमर्रा, शाम 5 बजे सिहाद रेस्ट हाऊस और 5.30 बजे सिहाद मोड़ होते हुए शाम 6.30 बजे भखारा पहुंचेगी, वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के अनावरण के बाद आमसभा का आयोजन होगा। सभा के बाद यह यात्रा ग्राम भखारा में रात्रि विश्राम करेगी।

यह यात्रा अगले दिन 7 अक्टूबर को ग्राम भखारा से सवेरे 9 बजे आगे बढ़ेगी। जो सुपेला, सेमरा, सिलतरा होते हुए अपरान्ह एक बजे सिलीडीह पहुंचेगी। पूर्वान्ह 11 बजे सुपेला में, 12 बजे सेमरा में और 12.30 बजे सिलतरा में आमसभाएं होंगी। गांधी विचार यात्रा अगले दिन 8 अक्टूबर को सुबह 9 बजे सिलीडीह से प्रारंभ होकर 10 बजे कानामुका, 10.30 बजे कचना में सभा कर रायपुर जिले में प्रवेश करेगी। यहां दोपहर 12 बजे राखी मोड़ में सभा का आयोजन होगा। विचार यात्रा दोपहर 2 बजे खोरपा पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी। गांधी विचार यात्रा 9 अक्टूबर को सुबह 9 बजे खोरपा से प्रारंभ होगी और दोपहर 12 बजे कोलर, 1.30 बजे छछानपैरी, 3 बजे मुजगहन और 4.30 बजे सेजबहार में सभा करते हुए रात्रि विश्राम करेंगी। गांधी विचार यात्रा 10 अक्टूबर को सुबह 9 बजे सेजबहार से प्रारंभ होगी, जो सुबह 10.30 बजे डूंडा और 12.30 बजे संतोषी नगर में सभा के उपरांत दोपहर 2 बजे गांधी मैदान रायपुर पहुंचेगी, यहां समापन समारोह होगा।