Home Blog Page 445

देश में पिछले 24 घंटों के दौरान covid-19 के 44,489 नये पुष्‍ट मामले हुए दर्ज

ओमिक्रोन वेरिएंट के 8,209 मामले देश के 29 राज्य में अभीतक मिले

दिल्ली-देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 44,489 नये पुष्‍ट मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 60.72 प्रतिशत मामले छह राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों– केरल, महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, पश्चिम बंगाल, राजस्‍थान और उत्‍तर प्रदेश से हैं। केरल में सबसे अधिक 6,491 नये मामले दर्ज हुए हैं।

महाराष्‍ट्र में 6,159 और दिल्‍ली में 5,246 अतिरिक्‍त नये मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में 524 रोगियों की मृत्‍यु हुई है। इनमें से 60.50 प्रतिशत मौतें छह राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों- केरल, महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, पश्चिम बंगाल, राजस्‍थान और उत्‍तर प्रदेश में दर्ज हुई हैं।

इन छह राज्‍यों में से महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल वे चार राज्‍य हैं, जहां प्रतिदिन सबसे ज्‍यादा नये मामले सामने आए हैं और सबसे ज्‍यादा मौतें हुई हैं।

मौत के नये मामलों में सबसे ज्‍यादा 99 दिल्‍ली में, 65 महाराष्‍ट्र में और 51 पश्चिम बंगाल में दर्ज हुए हैं। भारत में वर्तमान सक्रिय मामलों की संख्‍या (4,52,344) कुल सक्रिय मामलों का 4.88 प्रतिशत है और यह पांच प्रतिशत के स्‍तर से नीचे बना हुआ है।

राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश बंदी छुट्टी नियम-1989 में किया संशोधन

65 प्रतिशत सक्रिय मामले उन्‍हीं 8 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों में दर्ज हुए हैं, जहां प्रतिदिन सबसे ज्‍यादा नये मामले और सबसे ज्‍यादा मौतें दर्ज हुई हैं। कुल मौतों के 61 प्रतिशत मामले इन्‍हीं 8 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों में दर्ज हुए हैं। इन 8 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख मामलों की राष्‍ट्रीय औसत (6,715) है ।

इन 8 राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों में हुई मौतों की दर की राष्‍ट्रीय औसत (1.46 प्रतिशत) से तुलना का चार्ट: भारत में ठीक होने वाले रोगियों की कुल संख्‍या 87 लाख के करीब (86,79,138) है। रोगियों के ठीक होने की दर आज 93.66 प्रतिशत पर आ गई। देश में पिछले 24 घंटों में 36,367 मामलों में रोगी ठीक हुए हैं।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न कार्यों की समीक्षा की केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने

education minister

दिल्ली-केन्द्रीय शिक्षा मंत्री  रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उच्‍च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्‍कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने यूजीसी को सभी छात्रवृत्तियां, फैलोशिप समय पर वितरित करने और इसके लिए हेल्‍पलाइन शुरू करने का निर्देश दिया। उन्‍होंने निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की सभी शिकायतों का त्‍वरित समाधान किया जाए।

अगले शै‍क्षणिक वर्ष से मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा, विशेषकर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की शिक्षा प्रारंभ करने का मौलिक निर्णय लिया गया। इसके लिए कुछ आईआईटी और एनआईटी की सूची तैयार की जा रही है।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों के समग्र विकास और शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन का लक्ष्‍य हासिल करने के लिए बनी राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति का उचित क्रियान्‍वयन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय के अधिकारी काम कर रहे हैं।

यह निर्णय लिया गया कि राष्‍ट्रीय टेस्‍टिंग एजेंसी प्रतियो‍गी परीक्षाओं के लिए विभिन्‍न बोर्डों की वर्तमान स्थिति का मूल्‍यांकन करने के बाद सिलेबस लाएगी। शिक्षा मंत्रालय, अगले वर्ष कैसे और कब परीक्षा आयोजित करने के बारे में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की राय जानने के लिए अभियान चलाएगा।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रस्तावना का वाचन कर मनाया संविधान दिवस

Baloudabaajar

बलौदाबाजार-जिले के समस्त शासकीय कार्यालय तथा ग्राम पंचायतों में आज संविधान के प्रस्तावना का वाचन कर संविधान दिवस मनाया गया है। इसी के तहत संयुक्त जिला कार्यालय में भी समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संविधान के प्रस्तावना का वाचन कर संविधान दिवस मनाया।

प्रस्तावना का वाचन अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता के द्वारा किया गया। उन्होंने भारत रत्न डॉ.बी.आर. अम्बेडकर को याद करते हुए उनके संविधान निर्माण में उनके योगदान एवं भूमिका से समस्त लोगों को अवगत कराया गया। इसी संविधान के अनुरूप ही आज देश एक महान लोकतांत्रिक देशों में शामिल है। अतः हम सभी का कर्तव्य है की हम इस संविधान की रक्षा तथा अपने अपने कर्तव्यो का पालन संविधान के अनुसार निश्चित रूप से करतें रहें। वाचन के दौरान समस्त विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।

कौशल प्रशिक्षण के लिए आवेदन 30 दिसम्बर तक

बलौदाबाजार-मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् जिले के 14 से 45 वर्ष तक के हितग्राहियों को उनके अभिरूचि के अनुसार कौशल शिक्षा प्रदान करनें हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए है। आवेदन की अंतिम तिथि 30 दिसंबर निर्धारित की गयी है। युवाओं को अपने कौशल के अनुरूप ही विभिन्न संचालित पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण प्रदाता के माध्यम से निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान की जायेगी। प्रशिक्षण के पश्चात उत्तीर्ण युवाओं को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराकर हूनरमंद बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

जिला कौशल विकास प्राधिकरण के अंतर्गत विभिन्न पाठ्यक्रम जैसे डोमेस्टिक डाटा एंट्री आपरेटर, असिस्टेंट इलेक्ट्रिशियन, रिटेल, ऑटोमोबाईल, आईटी, एग्रीकल्चर, प्लबिंग, कैपिटल गुडस्, इलेक्ट्रानिक्स एवं हार्डवेयर, कस्ट्रक्शन, एवं रिटेल, आदि कोर्स संचालित की जाएगी।

निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु ईच्छुक हितग्राही अपने शैक्षणिक योग्यता,आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र,एक पासपोर्ट साईज फोटो,श्रम विभाग द्वारा जारी मजदूर पंजीयन कार्ड यदि हो तो उसकी छायाप्रति के साथ संयुक्त कलेक्टर भवन, जिला कौशल विकास प्राधिकरण बलौदाबाजार,कक्ष क्र. 70 कलेक्टर परिसर जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में जमा कर सकतें है।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश बंदी छुट्टी नियम-1989 में किया संशोधन

Madhya Pradesh-

भोपाल-अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा(Dr. Rajesh Rajaura) ने बताया है कि राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश बंदी छुट्टी नियम-1989 में संशोधन किया है। उन्होंने बताया है कि अब बंदियों को एक बार में अधिकतम 300 दिवस की आपात छुट्टी की पात्रता होगी।

डॉ. राजौरा ने बताया कि मध्यप्रदेश बंदी छुट्टी नियम-1989, नियम-4-घ के उप नियम (3) में संशोधन किया गया है। संशोधित नियम ‘(3) अनुसार प्राकृतिक आपदा और महामारी की दशा में आपात छुट्टी-नियम-(1) और (2) में किसी बात के होते हुए भी, महामारी के खतरे(Epidemic hazards), प्राकृतिक आपदा जैसी आपात स्थितियों की दशा में या किसी अन्य परिस्थिति में जेल में बंदियों की संख्या कम की जा सकती है।

महासमुंद व् बलौदाबाजार जिला में बुधवार को 81-123 कोरोना के नए मरीज मिले

उन्होंने कहा कि जेल के बंदियों की जनसंख्या को तत्काल कम करने के मद्देनजर बंदियों को एक बार में अधिकतम 300 दिवस की छुट्टी दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि बंदियों द्वारा जेल के बाहर व्यतीत की गई आपात छुट्टी की अवधि की गणना बंदी के कुल दण्डादेश की अवधि में सम्मिलित की जायेगी।

सड़क सुरक्षा के संबंध में लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों का ऑनलाईन प्रशिक्षण शुरू-

26 नवम्बर को मनाया जायेगा संविधान दिवस

भोपाल- संविधान दिवस(Constitution Day) 26 नवम्बर को मनाया जायेगा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा केवड़िया गुजरात में सुबह 11 बजे संविधान की उद्देशिका (Purpose)का वाचन किया जायेगा।

भूकम्प के समय धैर्य रखें, घबराएं नहीं व् आवश्यक सावधानियां बरतें-CM चौहान

इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय और प्रादेशिक चैनल में किया जायेगा। सभी कार्यालयों एवं शिक्षण संस्थाओं के अधिकारी-कर्मचारी अपने कार्यालयों में इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण में शामिल हो सकते हैं। कोविड-19 के दृष्टिगत शासन के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये गये हैं।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

महासमुंद व् बलौदाबाजार जिला में बुधवार को 81-123 कोरोना के नए मरीज मिले

ओमिक्रोन वेरिएंट के 8,209 मामले देश के 29 राज्य में अभीतक मिले

महासमुंद-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला महासमुन्द (छ0ग0) जिला सर्विलेंस ईकाई द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन दिनाॅकः-25 नवम्बर बुधवार को जिला में 81कोरोना पाॅजिटीव की पुष्टि हुई है । मिले जानकारी के अनुसार जिला में कोरोना पाॅजिटीव प्रकरण की स्तिथि इस प्रकार है। आज जिला में कोरोना पाॅजिटीव की संख्या 81 है।

आज तक कुल कोरोना पाॅजिटीव की संख्या ,6121 स्वस्थ होकर बुधवार को डिस्चार्ज की संख्या 45 ,स्वस्थ होकर आज तक कुल डिस्चार्ज की संख्या 5096, आज हुये मृत्यू की संख्या 01 ,अब तक कुल मृत्यू की संख्या 89 है।आज के कोरोना पाॅजिटीव की संख्या, विकासखण्डवार का योग इस तरह से है ।

महासमुन्द 23 बागबाहरा 14 पिथौरा 10 बसना 22 सरायपाली 12 है । इस तरह से आज जिले में कुल 81 कोरोना पाजेटिव प्रकरण की पुष्टि हुई ।

बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मेडिकल कॉलेज जगदलपुर को मिला दूसरा रैंक-

बलौदाबाजार में कोरोना के 123 नए मरीज़ों की पुष्टि

बलौदाबाजार- कोरोना संक्रमण के 113 नये मरीज़ आज सामने आए हैं। इलाजरत 75 मरीज़ आज ठीक भी हुए। स्वास्थ्य विभाग ने आज 2 हज़ार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए। एक मरीज़ की मौत भी आज रिकार्ड की गई।

सीएमएचओ डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि आज पॉजिटिव पाये गये लोगों में सबसे अधिक 28 मरीज़ बिलाईगढ़ विकासखण्ड से हैं। कसडोल विकासखण्ड से 23, बलौदाबाजार एवं सिमगा विकासखण्ड से 18-18, पलारी से 15 और भाटापारा से 10 मरीज़ शामिल हैं। इस प्रकार जिले में अब तक 6868 लोग संक्रमित और इनमें से 6152 लोग ठीक हो चुके हैं।

अब सक्रिय मरीज़ 608 रह गए हैं, जिनका इलाज़ जारी है। सिमगा ब्लॉक निवासी 32 वर्षीय युवा की गत दिनों मेकाहारा रायपुर में मौत हो गई। वह पेट और फेफड़ों की गंभीर बीमारी से पीड़ित था। इस प्रकार जिले में कोरोना से मौतों की संख्या 108 पहुंच चुकी है।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

22 एनसीसी कैडेड्स सहायक प्राध्यापकों के साथ रक्तदान के महादान में लिया भाग

महासमुंद -बुधवार 25 नवम्बर को 22 एनसीसी कैडेड्स अपने सहायक प्राध्यापकों के साथ रक्तदान रूपी महादान में भागीदार बने और संदेश प्रेषित किया कि जिले के युवा कोविड-19 के दौर में भी उन वीरों में शुमार हैं जो अपने नैतिक कर्तव्यों को सर्वोपरि रखते हैं।

जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को जिला चिकित्सालय में आयोजित विशेष रक्तदान शिविर में शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नात्कोत्तर महाविद्यायल से बड़ी संख्या में युवा अपने प्राध्यापकों के साथ उपस्थित हुए। सुबह की पाली में सभी के रक्त की जांच की गई। जिनमें से कुल 22 रक्तदानदाताओं को रक्तदान के लिए योग्य पाए जाने पर उनसे महादान लिया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधकारी डाॅ. एन. के. मंडपे की उपस्थिति में आयोजित हुए इस रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक बैंक प्रभारी डाॅ. विपिन बिहारी अग्रवाल ने व्यवस्थागत प्रबंध किए साथ ही कोविड-19 की सुरक्षात्मक नियमावली का ध्यान भी रखा गया। इस दौरान सबसे पहले काॅलेज के सहायक प्राध्यपकों ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया।

22 एनसीसी कैडेड्स सहायक प्राध्यापकों के साथ रक्तदान

एनसीसी अधिकारी एवं सहायक प्राध्यपक  प्रदीप कन्हेर, चमन लाल चन्द्राकर, अजय राजा और सीमा रानी ने रक्तदान किया। जिसके पश्चात एनसीसी कैडेड  कुलदीप जलक्षत्री, मनोज कुमार भोंसले, लक्ष्मी पटेल सहित अदिति पाण्डेय सहित कुल 22 रक्तदानदाताओं ने 22 यूनिट रक्तदान कर जिला चिकित्सालय के रक्तभण्डार में संग्रहण के लिए योगदान दिया। इस दौरान एमएलटी खिलेश्वर चन्द्राकर, चक्रधारी, कमल सिंह, ओम प्रकाश पटेल, दुर्गा पटेल सहित स्टाफ नर्स  दुर्गेश्वरी साहू एवं सहायक मेवा लाल साहू का योगदान उल्लेखनीय रहा।

प्रवेश परीक्षा के लिए आनलाईन आवेदन 03 दिसम्बर तक

महासमुंद-शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में कक्षा 06वीं एवं 09वीं में प्रवेश परीक्षा के लिए अखिल सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा रविवार 10 जनवरी 2021 को आयोजित की जाएगी। सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के प्राचार्य कर्नल  जितेन्द्र डोगरा ने बताया कि प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन फाॅर्म 19 नवम्बर 2020 तक राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की वेबसाईट www.nta.ac.in एवं https://aissee.nta.nic.in से ही आनलाईन भरे जा सकते थे।

अभिभावकोें को दस्तावेज अपलोड करने में हो रही समस्याओं एवं अभ्यर्थियों के अधिक से अधिक प्रतिभागिता को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा आनलाईन आवेदन फाॅर्म भरने की तिथि में 03 दिसम्बर 2020 तक वृद्धि किया गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में कक्षा छठवीं में बालिकाओं के प्रवेश का भी प्रावधान किया गया हैं

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

जिला योजना समिति की सदस्य बनी जसप्रीत प्रीति बादल मक्कड़

महासमुन्द – जिला योजना समिति के चुनाव में जसप्रीत प्रीति बादल मक्कड़ सदस्य बनी जसप्रीत प्रीति बादल मक्कड़ के पक्ष में 51 मत एवं गुंजन अग्रवाल के पक्ष में 45 मत मिले । जिला योजना समिति का निर्वाचन 25 नवंबर 2020 को प्रातः 11:00 बजे से प्रारंभ कराया गया। जिला योजना समिति हेतु ग्रामीण क्षेत्र से 15 सदस्यों में से 11 सदस्यों का निर्वाचन किया जाना था। ग्रामीण क्षेत्र के जिला पंचायत के 11 सदस्य द्वारा ही अपना नाम निर्देशन फॉर्म जमा किया गया। 11 नाम निर्देशन फॉर्म जमा होने तथा सही पाए जाने के कारण समस्त अभ्यर्थियों को समिति के सदस्य के रूप में निर्वाचित घोषित किया गया ।

इनमें अमर चंद्राकर, उषा पटेल,गीता बंजारे,चंदन मधु,जागेश्वर चंद्राकर, नोविता जगत,बसंता ठाकुर, लक्ष्मण पटेल, सीता निर्मलकर, हेमकुमारी नायक, हेम दीवान शामिल हैं। नगरीय क्षेत्र से एक सदस्य का निर्वाचन किया जाना था जिसमें 2 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन फॉर्म जमा किया गया ।

जिला योजना समिति की सदस्य बनी जसप्रीत

दोनों नाम गुंजन अग्रवाल एवं जसप्रीत प्रीति बादल मक्कड़ का नाम निर्देशन फॉर्म सही पाए जाने पर तथा नाम वापसी नहीं लेने के कारण मतदान कराया गया कुल मतदाता 105 में से 102 मतदाताओं द्वारा अपने मत का प्रयोग किया गया तथा 3 मतदाता अनुपस्थित थे जिसमें से 90 मत वैद्य एवं तीन मत अवैध पाए गए जसप्रीत प्रीति बादल मक्कड़ के पक्ष में 51 मत एवं गुंजन अग्रवाल के पक्ष में 45 मत पड़े।

चयन समिति की बैठक 03 दिसम्बर को

महासमुंद- शासन द्वारा अंत्यावसायी निगम के माध्यम से संचालित रोजगार मूलक योजनाओं के तहत् हितग्राही चयन के लिए जिला स्तर पर चयन समिति की बैठक 26 नवम्बर 2020 को दोपहर 12ः00 बजे जिला कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित की गई थी। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि उक्त बैठक को अपरिहार्य कारण से स्थगित कर दिया गया है। आगामी बैठक 03 दिसम्बर 2020 को सुबह 11ः00 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

सड़क सुरक्षा के संबंध में लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों का ऑनलाईन प्रशिक्षण शुरू-

खरगोन जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत हुई बड़ी कार्यवाही

 रायपुर:उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित सड़क सुरक्षा समिति के निर्देशानुसार, लोक निर्माण विभाग के सभी इंजीनियरों को सड़क सुरक्षा, के संबंध में प्रशिक्षण देने के लिए 25 नवम्बर से 28 नवम्बर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है.

यह प्रशिक्षण सेन्ट्रल रोड़ रिसर्च इंस्टीट्यूट (सी.आर.आर.आई.) नई दिल्ली के सहयोग से  ऑनलाइन प्रदान किया जा रहा है। लोक निर्माण मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने आज इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया.

छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य एवं लोक निर्माण मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने विभाग के सभी 1200 इंजीनियरों को प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य दिया है। प्रदेश में लगभग 1200 इंजीनियर पदस्थ है इनमें उप अभियंता स्तर के 900 एवं सहायक अभियंता तथा इसके ऊपर स्तर के 300 इंजीनियर है.

यह भी पढ़े :4 लाख की लागत से सड़क-नाली निर्माण का किया भूमिपूजन संसदीय सचिव ने

विभाग द्वारा वर्ष 2017 से 2019 तक लगभग 500 इंजीनियरों को प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर एवं अम्बिकापुर में अलग-अलग समय पर आयोजित किए गए हैं। वर्ष 2020 में शेष इंजीनियरों के प्रशिक्षण का लक्ष्य रखा गया है.

कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पारम्परिक रूप से प्रशिक्षण संभव नहीं है इसलिए ऑनलाइन प्रशिक्षण का विकल्प अपनाते हुए सी.आर.आर.आई नई दिल्ली के सहयोग से सहायक अभियंता, अनुविभागीय अधिकारी, कार्यपालन अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं मुख्य अभियंताओं के लिए दो दिवसीय (4 ऑनलाइन सत्र) और उप अभियंताओं के लिए 05 दिवसीय (8 ऑनलाइन सत्र) का प्रशिक्षण प्रस्तावित किया गया है.

लोक निर्माण विभाग द्वारा सहायक अभियंता एवं उच्च स्तर के अधिकारियों के लिए 25 नवंबर से 28 नवंबर तक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 सहायक अभियंता एवं उच्च स्तर के 100 अभियंताओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 26 नवंबर को शाम 4 बजे डॉ. एस. वेलमुुरूगन ‘इंटरोडक्शन टू रोड सेफ्टी ऑडिट अप्रोच एंड मेथोडोलॉजी’ के बारे में और शाम 5 बजे डॉ. ए. मोहन राव ‘रोड साइन’ के बारे में बताएंगे.

27 नवंबर को दोपहर 2.30 बजे डॉ. जे. नटराजू ‘डिजाइन स्टेज रोड सेफ्टी ऑडिट, चेक लिस्ट एंड केस स्टडी’ के बारे में और शाम 4 बजे डॉ. एस. वेलमुरूगन ‘कंस्ट्रक्शन स्टेज रोड सेफ्टी ऑडिट, चेक लिस्ट एंड केस स्टडी’ के बारे में तथा डॉ. काइथा रविन्द्र ‘प्री-ओपनिंग स्टेज रोड ऑडिट, चेक लिस्ट एंड केस स्टडी’ के बारे में प्रशिक्षण देंगे। 28 नवंबर को डॉ. इरामपल्ली मधु दोपहर 2.30 बजे ‘एक्जिट स्टेज आरएसए (ओ एंड एम स्टेज) चेक लिस्ट एंड केस स्टडी’ के बारे में और शाम 4 बजे ‘स्पीड एंड हजार्ड मैनेजमेंट’ के बारे में प्रशिक्षण देंगे। शाम 5 बजे डॉ. जे. नटराजू ‘हूमन फैक्टर्स इन रोड सेफ्टी, सेफ्टी इशूस इन इंडिया एंड सेफ्टी नीड्स ऑफ डिफरेंट रोड यूजर’ के बारे में प्रशिक्षण देंगे.

 

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

वर्षों से समाज के लोगों के बीच सेवा देने वाले परिवारों के लिए पौनी पसारी योजना शुरू

pouni psaari

रायपुर- इन दिनों बाजारों में मशीनों से बने खिलौनों, शिल्प, चित्रकारी से बनी वस्तुओं की भरमार देखने को मिलती है, लेकिन कभी इन वस्तुओं के निर्माण में हाथों की जादूगरी दिखाने वाले लोगों को हम भूल नहीं सकते। कुछ वर्षो पहले तक इनकी जिन्दगी आसान थी, हर क्षेत्र में बढ़ती तकनीकी दखलंदाजी ने इन्हें बड़ी आर्थिक मार दी है। वर्षों से समाज के लोगों के बीच सेवा देने वाले इन परिवारों को फिर से आर्थिक तरक्की के रास्ते पर लाने के लिए नई सरकार ने पौनी पसारी योजना शुरू की है। आधुनिकता के साथ छत्तीसगढ़ में प्रचलित पौनी पसारी व्यवस्था लुप्त होते जा रही थी। पहले यह हमारी संस्कृति में समाया हुआ था। प्राचीन समय से ही यह परम्परागत कार्यों से जुड़े लोगों के रोजगार का साधन रही है। शहरी और ग्रामीण जीवन में इसकी विशेष महत्ता है।

पौनी पसारी योजना शुरू

भले ही हम आधुनिकता के दौड में इन्हें भुला दिए हैं लेकिन इनकी उपयोगिता आज भी है। राज्य के शहरी और ग्रामीण जनजीवन में मिट्टी के बर्तन, कपड़े धुलाई, जूते-चप्पल तैयार करना, लकड़ी से संबंधित कार्य, पशुओं के लिए चारा, सब्जी-भाजी उत्पादन, कपड़ों की बुनाई, सिलाई, कंबल, मूर्तियां बनाना, फूलों का व्यवसाय, पूजन सामग्री, बांस का टोकना, सूपा, केशकर्तन, दोना-पत्तल, चटाई तैयार करना तथा आभूषण एवं सौंदर्य सामग्री इत्यादि का व्यवसाय ’’पौनी-पसारी’’ व्यवसाय के रूप में मान्यता है।

शहरों में परम्परागत व्यवसाय करने वाले नाई धोबी, कुम्हार बढ़ई लोहार समुदायों को तरक्की की राह पर बराबरी से खड़ा करने के लिए पौनी पसारी योजना में नगरीय निकायों में उनके व्यवसाय के लिए शेड बनाकर दिया जा रहा है। यह योजना  प्रदेश के 14 नगर निगम सहित 168 नगरीय निकायों में क्रियान्वित की जा रही है। इन वर्गों के लोगों को वर्कशेड एवं चबूतरा निर्माण के लिए 73 करोड रूपए की मंजूरी दी गई है।

राज्य में अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। परम्परागत रूप से समाज की सेवा करने वाले इन वर्गों के लोगों के कौशल विकास के लिए भी इंतजाम किए गए है़। इनकी कार्यकुशलता बढ़ाने के साथ ही इन्हें उनके कार्यों के मुताबिक अत्याधुनिक मशीने भी दी जा रही है। कुम्हारों को विजली से चलने वाले चाक हों या मिट्टी के सजावटी वस्तुओं में ग्लेजिंग पालिश इन कार्यों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। राज्य में छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को आजीविका मिशन के जरिए आर्थिक मदद और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com

सीजन का पहला संभावित तूफान ‘निवार’ की भारत पूर्वी तटों से दूरी होती जा रही है कम

साभार skymetweather.com

आगामी 24 घंटों के दौरान यह एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है क्योंकि समुद्री स्थितियाँ इसके अनुकूल बनी हुई हैं। अगले 12 घंटों के दौरान यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा। उसके बाद यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। यह पुडुचेरी और तमिलनाडु के बीच से 25 नवंबर, 2020 की शाम तक लैंडफॉल करेगा। जिस समय इसका लैंडफॉल होगा उस दौरान तटीय शहरों में हवा की रफ्तार 100 से 110 किमी प्रति घंटे या उससे भी अधिक होगी। सीजन के पहले संभावित तूफान ‘निवार’ की भारत पूर्वी तटों से दूरी अब कम होती जा रही है। अनुकूल समुद्री स्थितियों में आगे बढ़ते हुए निवार भीषण चक्रवात भी बनेगा। हालांकि इसकी तेज़ रफ़्तार के चलते ही अति भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका फिलहाल नहीं है।

बंगाल के दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बना डीप डिप्रेशन पिछले 06 घंटों के दौरान 05 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की की ओर बढ़ता रहा है और यह उम्मीद के मुताबिक चक्रवाती तूफान “निवार” की क्षमता में आ गया है। यह सिस्टम 24 नवंबर, 2020 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी भागों पर चक्रवाती तूफान की क्षमता में पहुंचा। उस समय इसकी पुदुचेरी से दूरी लगभग 410 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व थी जबकि चेन्नई से यह 450 किमी दक्षिण-पूर्व में था।

एहतियाती उपायों के तौर पर बंगाल की खाड़ी में सभी मौसमी गतिविधियों को फिलहाल बंद करने के सुझाव जारी किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा राहत बल की 6 टीमों को तमिलनाडु में राहत और बचाव कार्यों के लिए पहले से तैनात कर दिया गया है। इस समय बंगाल की खाड़ी पर इस सिस्टम के दायरे में घने बादल बन चुके हैं और वर्टिकल विंड शीयर 25 किमी प्रतिघण्टे की गति से नीचे की अपेक्षित सीमा में है और समुद्र की सतह का तापमान भी इसके अनुकूल है। यह सिस्टम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और जमीनी भागों से इसकी दूरी बहुत अधिक नहीं है, यानि इसका समुद्री सफर बहुत लंबा नहीं है जिसके चलते यह जल्द ही कमज़ोर होने लगेगा। या दूसरे शब्दों में कहीं तो अति भीषण चक्रवाती तूफान की श्रेणी में यह नहीं जाएगा।

पूर्वी तटीय इलाके आज शाम से इसके दायरे में होंगे और तेज़ रफ्तार की हवाओं के साथ बारिश भी शुरू हो जाएगी। 24 नवंबर से हवाओं की रफ्तार तूफानी हो जाएगी और बारिश भी तटों पर बहुत ज़्यादा बढ़ जाएगी। यह भीषण चक्रवात की श्रेणी में जाने के बाद 24 की रात से 25 नवंबर की दोपहर के तटों जिलों में तांडव कर सकता है।

नागपट्टिनम से लेकर चेन्नई के बीच का समूचा तटीय क्षेत्र 36 घंटों के लिए भयानक मौसम का अनुभव कर सकता है। इस दौरान सम्पत्तियों को व्यापक नुकसान की आशंका है। चेन्नई और पुद्दुचेरी के बीच तटीय इलाकों पर 25 नवम्बर का दिन भारी पड़ सकता है। निचले इलाकों में बारिश का पानी भर सकता है और कई इलाकों में बाढ़ का संकट भी पैदा हो सकता है। स्काइमेट का सुझाव है कि इसके दायरे में आने वाले क्षेत्रों में निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए।

हमसे जुड़े :–dailynewsservices.com