महासमुंद:-ग्रीष्मकालीन राज्य स्तरीय मासिक समर कैंप का आयोजन आस्था वेलफेयर महासमुंद व साया फाऊंडेशन रायपुर के संयुक्त तत्वाधान व समाजसेवी डॉक्टर एकता लंगेह के मार्गदर्शन में किया गया पूरे एक माह तक लगातार जारी रहने के बाद इस समर कैम्प के समापन अवसर पर डॉक्टर एकता लंगेह ने प्रशिक्षित बच्चों को प्रमाण पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर डॉक्टर एकता ने बच्चों को अपनी रचनात्मक प्रतिभा को निखारने व अपनी योग्यता के बल पर खुद की पहचान की प्रेरणा दी। कहा कि सभी बच्चे मोबाइल व नशापान जैसी अन्य बुराइयों से दूर रहें। मासिक समर कैंप के प्रशिक्षित बच्चों ने जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह से उनके कार्यालय में मुलाक़ात कर उनसे आशीर्वाद लिया। कलेक्टर से मिलकर बच्चों ने खुशी जाहिर की।
ग्रीष्मकालीन राज्य स्तरीय मासिक समर कैंप का किया गया आयोजन
समर कैंप में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु मास्टर ट्रेनर अजय शर्माए अनिस शर्मा रोशनी सलाम एसौम्या साहू रोशन सिंह रूप साधना ठाकुर को पुरस्कृत किया गया। कैंप के सफल समय संचालन हेतु समाजसेवी रोशाना डेविड, प्रतिभा गिरी को सम्मानित किया गया।
अंतरा म्यूजिक समर कैंप के सफलता पर जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह समेत समाजसेवी तारिणी चंद्राकर विपिन मोहंती शबनम धनवानी चंचल कौशिक उत्तरा विदानी नूरेन चंद्राकर तुषार कुमार चंद्राकर आस्था वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी और साया फाउंडेशन के सदस्यों ने शुभकामनाएं व बधाई दी हैं। सभी ने प्रशिक्षित बच्चों को उनके मंगलमय जीवन की शुभकामनायें दी और कहा कि इस म्यूजिक कैंप न केवल बच्चों को संगीत सीखने का मौका मिला बल्कि बडों को भी बच्चों के साथ शांति और सुरमय समय गुजारने का संदेश दिया है।
महासमुंद। प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत की गई है।
निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय आबकारी आयुक्त कार्यालय, नवा रायपुर अटल नगर में निर्धारित किया गया है। 36 गढ़ शासन ने शासकीय कार्य में अनियमितता, तय दर से अधिक मूल्य पर मदिरा विक्रय, स्टॉक में गंभीर कमी और बिक्री राशि में लाखों रुपये की गड़बड़ी के मद्देनज़र तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
दुकान का किया आकस्मिक निरीक्षण
गौरतलब है कि 29 मई को आबकारी विभाग मुख्यालय रायपुर के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा महासमुंद जिले के घोड़ारी स्थित कम्पोजिट मदिरा दुकान का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण से पूर्व एक छद्म ग्राहक को 500-500 रूपए की कुल 4 नोट यानि कुल 2000 रूपए देकर मदिरा खरीदने भेजा गया। निर्धारित मूल्य 1760 रूपए के स्थान पर विक्रयकर्ता द्वारा 2000 रूपए में मदिरा बेचा गया।
बात स्वीकार की
पूछताछ में विक्रयकर्ता ने अधिक मूल्य पर विक्रय की बात स्वीकार की। स्टॉक के भौतिक सत्यापन में 1886 नग देशी मदिरा मसाला की कमी और एक लाख 88 हजार रूपए की आर्थिक गड़बड़ी पाई गई। वहीं, बिक्री राशि की तुलना में नगदी में 3 लाख 8 हजार रूपए और विदेशी मदिरा में एक लाख 99 हजार रूपए की कमी पकड़ में आई।
प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी लापरवाही व अनियमितता के चलते निलंबित
इस प्रकार कुल 6 लाख 96 हजार रूपए की वित्तीय अनियमितता का मामला पकड़ में आया। उपरोक्त अनियमितताओं को देखते हुए राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के तहत प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी महासमुंद को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने की कार्रवाई की गई है।
आबकारी आयुक्त ने बताया कि इससे पूर्व में 3 मई 2025 को राज्य स्तरीय उड़नदस्ता द्वारा बागबाहरा (महासमुंद) में उड़ीसा निर्मित और केवल उड़ीसा में वैध 351.17 बल्क लीटर अवैध मदिरा जब्त की गई थी, जिसमें तीन प्रकरण दर्ज हुए और फरार आरोपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धाराओं 34(2) और 59(क) के तहत कार्यवाही की गई।
महासमुंद।सदियों से प्रकृति द्वारा संरक्षित संवर्धित हसदेव जंगल की कटाई को भाजपा सरकार रूकवा दें तो माता-पिता, रिश्तेदारों के नाम पर अलग से पेड़ लगाने की आवश्यकता ही न पड़े। भाजपा ने विगत वर्ष से एक अभियान चला रखा है माँ के नाम पर। जिसके तहत पाैधे लगाने का स्वांग रचा जा रहा है। इस बार पुन: यही स्वांग एक पेड़ माँ के नाम 2.0 के तहत रचा जा रहा है। उक्त बाते पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा है।
पूर्व संसदीय सचिव ने आगे कहा कि यदि एक पेड़ मां के नाम, तो फिर पूरा हसदेव जंगल किसके नाम? यदि मां के नाम पर पेड़ लगाने का स्वांग रचने के बजाय सदियों से प्रकृति द्वारा संरक्षित संवर्धित हसदेव जंगल की कटाई को भाजपा सरकार रूकवा दें तो माता-पिता, रिश्तेदारों के नाम पर अलग से पेड़ लगाने की आवश्यकता ही न पड़े।
सुनियोजित विनाश
पूर्व संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि गत वर्ष राज्यसभा में केंद्र ने बताया था कि परसा ईस्ट केते बासन खदान में पिछले वर्ष 2024 में जून तक 1 लाख पेड़ काटे जा चुके थे। इस जंगल में 2,73,757 पेड़ काटने का लक्ष्य रखा गया है। जून 2025 तक यह आंकड़ा लगभग डेढ़ लाख पहुँच चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा पेड़ लगाने का जो स्वांग रचा जा रहा है, जो केवल माँ के नाम पर प्रदेश वासियों को भावनात्मक रूप से हसदेव के मुद्दे से ध्यान भटकाने का एक सुनियोजित षड़यंत्र है।
हसदेव जंगल की कटाई को रोक दें तो नाम से पेड़ लगाने की आवश्यकता नहीं
यह सरकार माँ के नाम पेड़ लगाने का ढोंग रचकर हसदेव जंगल का सुनियोजित विनाश कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर हसदेव जंगल की कटाई पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। जिसे विपक्षी भाजपा विधायकों ने भी समर्थन दिया था। अब उन्हीं के सरकार में इस देवभूमि की कटाई पर भाजपा के लोग माैन होकर इस विनाश को देख रहे हैं।
यह भूमि सदियों से आदिवासियों की पहचान रही
पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि भाजपा की सरकार ने आदिवासी समुदाय के अस्तित्व और पर्यावरण को अडानी की लूट के लिए कुर्बान कर दिया है। हसदेव अरण्य वह अद्भुत जंगल है, जहां प्रकृति ने अपनी पूरी खूबसूरती और जीवन को संजोया है। यह भूमि सदियों से आदिवासियों की पहचान रही है। उनकी परंपराओं और आस्थाओं का प्रतीक रही है। आज प्रकृति के अनमोल धरोहर को अडाणी को बेच दिया गया है। यह केवल एक जंगल की कटाई नहीं, बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और भविष्य की विनाश की शुरुआत है। यह दुर्भाग्य है कि भाजपा ने सरकार बनते ही देवभूमि हसदेव जंगल की कटाई पर लगे रोक को हटाकर इसे अडानी को साैंप दिया।
महासमुंद। बीज विकास निगम अध्यक्ष ने इमलीभाठा में चावल उत्सव का शुभारंभ किया । राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम तथा मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा बरसात के मौसम में राशन कार्डधारी हितग्राहियो क़ो सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से बरसात पूर्व जून जुलाई एवं अगस्त सहित तीन माह का चावल एक मुश्त दिया जा रहा है।
इस कड़ी में आज स्थानीय इमलीभाठा के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में मुख्य अतिथि बीज एवं कृषि विकास निगम अध्यक्ष ;कैबिनेट मंत्री दर्जा छग शासनद्ध की उपस्थिति में राशन कार्डधारी हितग्राहियो को तीन माह का एक मुश्त चावल वितरण प्रारंभ किया गया। बीपीएल तथा एपीएल राशन कार्डधारी हितग्राहियों को चावल प्रदान करते मुख्य अतिथि निगम अध्यक्ष चंद्राकर ने कहा कि एकमुश्त चावल मिलने से राशन कार्ड में मिल रहे चावल के भरोसे जीवन यापन कर रहे कई राशन कार्डधारी गरीब महिलाओं के चेहरों पर खुशी की लकीर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
बीज विकास निगम अध्यक्ष ने इमलीभाठा में किया चावल उत्सव का शुभारंभ
शासन के इस योजना से गरीबों के चिंता का समाधान हुआ है। उन्होंने सेल्समैन को समय पर दुकान खोलने तथा तय मात्रा में राशन वितरण पारदर्शी पूर्ण तरीके से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चावल के साथ शक्कर भी एकमुश्त मिलना हैए सभी हितग्राहियों को इसका लाभ मिले यह सुनिश्चित किया जाए।
नपा उपाध्यक्ष देवीचंद राठी ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार गरीब वर्ग के लोगों की चिंता कर रही हैए सुशासन की सरकार में योजनाओं का अग्रिम लाभ हितग्राहियों को मिलने से प्रदेश के जनता खुशहाल हो रहे हैं। चावल वितरण के दौरान प्रमुख रूप से वार्ड 3 के पार्षद सुनैना पप्पू ठाकुरए वार्ड 10 से माखन पटेल एवं हितग्राही गण उपस्थित थे।
बलौदाबाजार:- फसल बीमा क्षतिपूर्ति की ब्याज सहित राशि एवं अन्य व्यय प्रदाय करने बीमा कम्पनी एवं बैंक को सेवा में दोषी मानते हुए जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग बलौदाबाजार ने आदेश पारित किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक किसान जंग बहादूर सिंह द्वारा वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री फसल बीमा हेतु पंजीयन कराया था। उसके खाते से पैसा काटा गया था परन्तु किसान को फसल बीमा की राशि भुगतान नहीं की गई। कृषि खरीफ फसल धान में जो फसल बीमा काटा था उसमें ग्राम का पता ग्राम पंचायत अल्दा के स्थान पर पोर्टल में ग्राम बुड़गहन, तहसील तिल्दा दर्ज कर दिया गया।
आवेदक द्वारा जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग बलौदाबाजार में शिकायत प्रस्तुत किया गया। आयोग के अध्यक्ष छमेश्वर लाल पटेल, सदस्य हरजीत चावला एवं शारदा सोनी ने उभय पक्ष की सुनवाई पश्चात् इस मामले में बैंक एवं बीमा कम्पनी को सेवा में कमी का दोषी माना।
फसल बीमा क्षतिपूर्ति राशि किसान को दिलवाया उपभोक्ता आयोग ने
इस पर यूनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी लिमिटेड़ को बीमा क्षतिपूर्ति की राशि 1,57,182 रुपये तथा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ग्राम नेवरा को मानसिक एवं आर्थिक क्षति के रूप में 10000 एवं वाद व्यय के रूप में 5000 रूपये तथा उस पर दावा प्रस्तुति दिनांक से अदायगी दिनांक तक छः प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज आदेश दिनांक से 45 दिन के भीतर प्रदाय किये जाने का निर्णय सुनाया है।
आंगनबाडी कार्यकर्ता के 3 पद हेतु आवेदन आमंत्रित
बलौदाबाजार:- एकीकृत बाल विकास परियोजना लवन अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र धारासिव, बिटकुली एवं पैसर में कार्यकर्ता पद पूर्ति हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किये गए हैं। आवेदन पत्र समस्त प्रमाण पत्रों सहित कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना लवन में कार्यालयीन समय में 20 जून 2025 तक व्यक्तिगत रूप से जमा किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम पंचायत या परियोजना कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
महासमुंद। नगर पालिका अध्यक्ष निखिलकांत साहू आज शहर के वार्ड 5 के नागरिकों से मुलाकात कर उनका हाल जाना तथा उनकी समस्याएं सुनी। भ्रमण के दौरान वार्डवासियों ने नपाध्यक्ष साहू को विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।
इसमें प्रमुख रूप से बादल गली के सामने स्थित गौरा चौरा का मरम्मत, चौक के पास के रंगमंच मरम्मत, वार्ड के विभिन्न गलियों में सड़कों की मरम्मत व सीसी रोड निर्माण, नालियों का जीर्णोद्धार, बोर में पंप लगाने, सहित वार्ड के प्रमुख चौक चौराहों में सीसी कैमरा लगाने की मांग की गई।
शहर के वार्ड भ्रमण कर नागरिकों की समस्याओं से अवगत हुए नपाध्यक्ष
इसके अलावा हड्डी गोदाम के पास रहवासियों को पीएम आवास का लाभ प्रदान करने की मांग की गई। जिस पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री साहू ने समस्त मांगों पर शीघ्र कार्य करने आश्वस्त किया। वहीं पीएम आवास की मांग पर संबंधित विभाग प्रभारियों को सभी का फार्म भरने निर्देशित किया।
वार्ड भ्रमण के दौरान नपाध्यक्ष साहू ने नागरिकों के बीच बैठकर उनकी मांगों व समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना तथा वार्ड में समस्त मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही। इस दौरान छोटे बच्चों ने साहू से मिलकर उनके साथ साथ वार्ड भ्रमण किया। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने व शहर का नाम रौशन करने बच्चों का उत्साह वर्धन किया।
महासमुंद। डीएपी खाद संकट से जूझ रहे प्रदेश सहित जिले के किसान,खाद संकट उत्पन्न कर धान के पैदवार को प्रभावित करने साय सरकार षड़यंत्र रच रही है उक्त बाते पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने जारी विज्ञप्ति मे कहा है।
डीएपी खाद की सख्त आवश्यकता है
उन्होंने आगे कहा कि खरीफ सीजन में किसानों को डीएपी की अभूतपूर्व संकट का सामना अभी से करना पड़ रहा है। मानसून केरल आ चुकी है, सप्ताह भर के भीतर छत्तीसगढ़ में मानसून सक्रिय हो जाएगा। बीते कुछ दिनों पूर्व हुई बारिश के बाद जिले के किसान खरीफ की तैयारी के लिए थरहा लगाने खेतों की मताई आदि कर रहे हैं। कई किसान नर्सरी तैयार भी कर चुके हैं। ऐसे में डीएपी की सख्त आवश्यकता है, लेकिन सरकार द्वारा सहकारी समितियों में डीएपी उपलब्ध नहीं करा पाने के कारण किसानों को खुले बाजार में अधिक दामों पर डीएपी खरीदकर अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है।
सोसायटियों में भी बनी है कमी
पूर्व संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि जिले के विभिन्न सोसायटियों में डीएपी की कील्लत बनी हुई है। पटेवा, झलप क्षेत्र के विभिन्न समितियों में डीएपी नहीं मिल पा रहा है। डीएपी के स्थान पर 20:20:15 नामक एक अन्य खाद का विकल्प किसानों को सुझाया जा रहा है। किसान इस खाद को लेने में हिचकिचा रहे हैं, लेकिन दबाव डालकर जबरदस्ती उन्हें खाद लेने विवश किया जा रहा है। डीएपी धान के पाैधों के लिए संजीवनी का कार्य करती है। समय पर डीएपी नहीं मिलने से पाैधे विकसित नहीं हो पाते, जिससे धान के पाैधों के विकास पर प्रभाव पड़ता है। सरकार किसानों से धान खरीदी से बचने उन्हें कृत्रिम रूप से खाद संकट पैदा कर धान के पैदावार को कम करना चाह रही है।
किसानी कार्य हो रही है प्रभावित
पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार किसानों के लिए ट्रबल इंजन साबित हो रही है। किसानों को डीएपी यूरिया खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। साय सरकार किसानों को सोसाइटी में खाद उपलब्ध नहीं कर पा रही है। बड़े व्यापारियों के यहां पहले ही खाद डंप हो रहा है और किसानों को अतिरिक्त पैसा देकर बाजार में मजबूरी में ज्यादा पैसा से खाद बीज लेना पड़ता है यह सरकार सिर्फ और सिर्फ बड़े उद्योगपतियों की सरकार है।
बुवाई के समय किसानों को डीएपी खाद की ज्यादा जरूरत पड़ती है। डीएपी नहीं मिलने से बुवाई प्रभावित हो रहा है। सरकारी समितियां में पंजीकृत किसानों को कृषि भूमि के रकबे के हिसाब से डीएपी, यूरिया फसल के लिए दिया जाता है। लेकिन, पंजीकृत किसानों के हिसाब से प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की। खरीफ सीजन शुरू होने के माह भर पहले ही पर्याप्त खाद-बीज का भंडारण करना होता है। लेकिन, यह सरकार किसानों को पूरी तरह नजर अंदाज करते हुए केवल बड़े उद्योगपतियों के हित में कार्य करने पूरी मशीनरी को लगा रहा है।
प्री मानसूनी बारिश को लेकर खुर्रा वाले किसान प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं, लेकिन प्रदेश में खाद और बीज की समुचित व्यवस्था यह सरकार नहीं कर पाई है। प्रदेश के ज्यादातर सोसाइटी में किसानों को डीएपी की कमी से जूझना पड़ रहा है, ज्यादातर स्थानों पर बोनी और थरहा के लिए बीज भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते किसान परेशान हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार के किसान विरोधी षडयंत्रों के चलते ही छत्तीसगढ़ नकली बीज, नकली दवा, नकली खाद और घटिया नैनो यूरिया को खपाने का अड्डा बन गया है। समितियों में जान-बूझकर खाद संकट की स्थिति लायी जा रही है। जिससे मजबूरी में किसान अतिरिक्त दाम पर बाजार से डीएपी तथा नकली खाद विक्रेताओं के चंगूल में फँस सके।
बसना। विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने आज बसना स्थित जनसंपर्क कार्यालय में बैठक ली इस दौरान संगठनात्मक विषयों, क्षेत्रीय विकास योजनाओं तथा जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। इस बैठक में विधायक प्रतिनिधियों एवं मंडल कार्यालय प्रभारियों की उपस्थिति रही।
बैठक के दौरान संगठनात्मक विषयों, क्षेत्रीय विकास योजनाओं तथा जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। विधायक डॉ. अग्रवाल ने समर्पित जनसेवा एवं प्रशासनिक सुचारूता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे जनता से सतत संवाद स्थापित करें, उनकी समस्याओं को प्राथमिकता दें, तथा उनके समाधान के लिए सक्रियता से कार्य करें।
क्षेत्रीय विकास की संभावनाएं अधिक
बैठक में शासन द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति, क्षेत्रीय विकास की संभावनाएं एवं संगठन की आगामी रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि समर्पित जनसेवा ही लोकतांत्रिक प्रणाली का मूल आधार है, जिससे समाज में विश्वास एवं पारदर्शिता स्थापित होती है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को सुचारू प्रशासनिक संचालन हेतु संगठित रूप से कार्य करने का आह्वान किया।
क्षेत्रीय विकास को गति देने विधायक अग्रवाल ने ली बैठक, दिए आवश्यक निर्देश
बैठक के दौरान विभिन्न प्रशासनिक एवं संगठनात्मक विषयों पर प्रतिनिधियों द्वारा अपनी राय प्रस्तुत की गई, तथा भविष्य की योजनाओं पर सहमति बनाई गई। विधायक डॉ. अग्रवाल ने सभी अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को निष्पक्षता, कर्तव्यपरायणता एवं सेवा-भावना के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी।
प्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना
बैठक के अंत में विधायक ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासनिक गतिविधियों की प्रभावशीलता एवं संगठनात्मक एकता ही जनता के हितों को सुनिश्चित करने में सहायक होगी। उन्होंने भविष्य में भी इसी प्रकार जनता से निरंतर संवाद बनाए रखने एवं उनकी समस्याओं के समाधान हेतु सतत प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
महासमुंद:- छत्तीसगढ़ में डीपीआई व एससीईआरटी के एकीकरण की माँग को लेकर कर्मचारी संघ ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, राज्य शिक्षा मंत्री, और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर लोक शिक्षण संचालनालय और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के एकीकरण तथा आकलन प्रक्रिया की जाँच के लिए पत्र सौंपा है ।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ओम नारायण शर्मा ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि डी पी आई और एस सी ई आर टी के अलग-अलग कार्य करने से शिक्षा विभाग में समन्वय की कमी है। परस्पर विरोधी निर्देशों के कारण समय- समय पर शिक्षकों और विद्यार्थियों को भारी परेशानी होती है। विशेष रूप से, कक्षा 1 से 8 तक के मासिक, तिमाही, अर्धवार्षिक, और वार्षिक मूल्यांकन में भिन्नता भ्रम पैदा करती है। यह समस्या 2015 से 2025 तक शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है।
हस्तक्षेप व सहयोग का अनुरोध
जिलाध्यक्ष शर्मा ने कहा,डीपीआई औरएससीईआरटी के एकीकरण से एक एकीकृत शिक्षा निदेशालय बनाया जाए, जिससे निर्देशों में एकरूपता आए और संसाधनों का दोहराव रुके। इससे प्रति वर्ष 1-2 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।” उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन ई पी) 2020 के 5+3+3+4 ढांचे के अनुरूप मूल्यांकन नीति लागू करने और 2015-2025 के आकलन दस्तावेजों की जाँच के लिए छह माह में स्वतंत्र समिति गठित करने का प्रस्ताव दिया।
36गढ़ में डीपीआई व एससीईआरटी के एकीकरण की माँग: संघ ने सौंपा पत्र
पत्र में राज्यपाल से हस्तक्षेप, केंद्रीय शिक्षा मंत्री से एन ई पी 2020 के कार्यान्वयन में सहयोग, और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जो स्कूल शिक्षा विभाग भी देख रहे हैं उनसे त्वरित कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। शिक्षकों और हितधारकों के साथ पारदर्शी विचार-विमर्श की माँग भी की गई है।
एकीकरण से प्रशासनिक जटिलताएँ कम होंगी
शिक्षा के जानकारों का कहना है कि यह प्रस्ताव नीति-निर्माण में महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि एकीकरण से प्रशासनिक जटिलताएँ कम होंगी, लेकिन इसके लिए विस्तृत अध्ययन आवश्यक है। जिलाध्यक्ष शर्मा ने आशा जताई कि सरकार उनके सुझावों पर गंभीरता से विचार करेगी। यह पहल छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था को और सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।
महासमुंद। नगर पालिका अध्यक्ष निखिलकांत साहू ने आज बेलसोंडा वाटर फिल्टर प्लांट का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जल शुद्धिकरण प्रक्रिया, प्लांट की साफ सफाई की स्थिति देखी। उन्होंने प्लांट प्रभारी व कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
अध्यक्ष साहू ने संबंधित अधिकारियों को आगामी मानसून सीजन में पानी की गुणवत्ता तथा शुद्धता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। बारिश में पानी को साफ रखने आवश्यक उपाय करने कह। उन्होंने कहा कि नगर वासियों को शुद्ध जल आपूर्ति हो यह पालिका की प्राथमिकता है।
नपाध्यक्ष ने बेलसोंडा वाटर फिल्टर प्लांट का किया निरीक्षण
नवीन शौचालय निर्माण का स्थल निरीक्षण
महासमुंद। नगर पालिका अध्यक्ष निखिलकांत साहू ने पालिका टीम के साथ आज बाजार वार्ड नवीन शौचालय निर्माण एवं पानी निकासी व्यवस्था को लेकर स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित ठेकेदार तथा सब इंजीनियर को लोगों की सुविधाओं, कार्यों में गुणवत्ता तथा समय सीमा को ध्यान में रखकर निर्माण कार्य के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने कहा बाजार वार्ड के व्यवसायियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता है। व्यापारियों तथा बाजार आने वाले आम नागरिकों को स्वच्छ माहौल उपलब्ध हो पालिका इस पर कार्य कर रही है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बाजार वार्ड के व्यापारी गण उपस्थित थे।