Home छत्तीसगढ़ नवकिरण अकादमी के संचालन में बरती जा रही लापरवाही : विनोद चंद्राकर

नवकिरण अकादमी के संचालन में बरती जा रही लापरवाही : विनोद चंद्राकर

पूर्व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार के युवाओं की सुविधा को ध्यान में रख शुरू कराया था नवकिरण अकादमी नि:शुल्क कोचिंग सेंटर

नवकिरण अकादमी के संचालन में बरती जा रही लापरवाही : विनोद चंद्राकर

महासमुंद। नवकिरण अकादमी के संचालन में लापरवाही बरती जा रही है 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के 1 साल बाद ही 1 नवंबर 2019 को उनके कार्यकाल में जिले के मध्यम व गरीब परिवारों के युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु नवकिरण अकादमी शुरू कराया गया था।

नवकिरण अकादमी के संचालन में बरती जा रही लापरवाही : विनोद चंद्राकर
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महासमुंद को एजुकेशन हब का स्वरूप देने तथा जिले में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले व स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त कर करियर की तलाश कर रहे युवाओं के हित को ध्यान में रखकर नवकिरण अकादमी के माध्यम से निःशुल्क कोचिंग का संचालन प्रारंभ किया गया। जो यहां अध्ययनरत प्रतिभागियों के लिए मिल का पत्थर साबित हो रहा था। उक्त बांते पूर्व संसदीय सचिव  विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने कहा ।

उन्होंने आगे कहा कि निःशुल्क कोचिंग संचालन पश्चात नवकिरण में अध्ययनरत प्रतिभागियों द्वारा बार-बार ग्रंथालय की मांग की जा रही थी। जिसे तत्कालीन कलेक्टर से चर्चा कर सर्व सुविधा युक्त न्यूनतम फ्री पर ग्रंथालय का संचालन भी शुरू किया गया। निःशुल्क कोचिंग की सुविधा और ग्रंथालय प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए सफलता का केंद्र साबित होता रहा।

युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़

पूर्व संसदीय सचिव ने कहा कि वर्तमान में भाजपा सरकार की उदासीन रवैये व प्रशासनिक लचरता के कारण युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। नवकिरण अकादमी जैसे महत्वपूर्ण कोचिंग संस्था के संचालन में की जा रही लापरवाही से जिले के युवाओं में अपने भविष्य को लेकर चिंता है, तथा शासन – प्रशासन के विरूद्ध आक्रोश पनप रहा है।

नवकिरण अकादमी के संचालन में बरती जा रही लापरवाही : विनोद चंद्राकर

पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल में नवकिरण अकादमी के संचालन में कभी कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ। वे स्वयं समय-समय पर कोचिंग संस्थान का निरीक्षण करते थे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं की हर सुविधा को ध्यान में रखते हुए कक्षा संचालन, साप्ताहिक टेस्ट और मेगा टेस्ट का आयोजन किया जाता था। जिससे कम समय में प्रतिभागियों को तैयारी करने में मदद मिल रही थी। जिससे विभिन्न सेवाओं के लिए यहां अध्ययनरत युवाओं का चयन भी हुआ था। वर्तमान में सभी व्यवस्था बिगड़ गई है। सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर थोड़ी भी चिंतित नहीं है।

अकादमी का उद्देश्य बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करना

पूर्व संसदीय सचिव ने बताया कि उनके कार्यकाल में नवकिरण अकादमी शुरू करने का मुख्य उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले जिले के समस्त युवाओं को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करना, आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभागियों को निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराना, ऐसे युवा वर्ग जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन वो बाहर जाकर तैयारी नहीं कर सकते उन्हें नवकिरण अकादमी के माध्यम से निःशुल्क कोचिंग के अलावा ग्रंथालय उपलब्ध कराना, जिले के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले समस्त युवाओं को तैयारी संबंधित समस्त मूलभूत और आवश्यक सुविधाओं के साथ नियमित रूप से नवकिरण अकादमी का संचालन किया गया। जिसके फलस्वरूप कोरोना काल में भी बेहतर परिणाम सामने आए थे।

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