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“मिट्टी से नवाचार की मिसाल: शिक्षक हेमलाल को मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण से सम्मान”

"मिट्टी से नवाचार की मिसाल: हेमलाल को मिला CM गौरव अलंकरण से सम्मान"

महासमुंद। नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षक हेमलाल चक्रधारी, जो सेजेस नयापारा स्कूल में कार्यरत हैं, को मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण से सम्मानित किया गया है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद रूपकुमारी चौधरी, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरें, डीएमसी रेखराज शर्मा, और बीआरसीसी जागेश्वर सिन्हा की उपस्थिति रही।

हेमलाल चक्रधारी ने मिट्टी से शैक्षणिक सामग्री का निर्माण कर विद्यार्थियों के लिए कई नवीन शिक्षण विधियों को अपनाया है। उनके प्रयासों से बच्चों को सृजनात्मक तरीके से सीखने का अवसर मिला है। वे लगातार शून्य लागत में मिट्टी का उपयोग कर शैक्षणिक सामग्री (टीएलएम) तैयार करते हैं, जिससे बच्चों को सीखने की प्रक्रिया सरल और रुचिकर लगती है।

चक्रधारी का मानना है कि, “हर बच्चे में प्रतिभा होती है, जरूरत है सिर्फ सही मार्गदर्शन की। शिक्षक वह आधार हैं जो बच्चों को दिशा दिखाकर उनकी छिपी क्षमता को निखारते हैं।” उनके अनुसार, मिट्टी बच्चों के लिए आकर्षण का विषय है और इसका उपयोग कर गतिविधि आधारित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता है।

“मिट्टी से नवाचार की मिसाल: हेमलाल को मिला CM गौरव अलंकरण से सम्मान”

उन्होंने मिट्टी को रचनात्मक उपकरण बनाकर कौशल विकास और सीखकर करने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया है। बच्चों द्वारा स्वयं बनाए गए मिट्टी के मॉडल्स व गतिविधियों ने उनकी आत्मनिर्भरता और समझने की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार लाया है।

हेमलाल चक्रधारी द्वारा निर्मित टी एल एम को आप फेसबुक, यूट्यूब सोशल मीडिया के माध्यम से आप देख व सीख सकते हैं । नवाचार के क्षेत्र में अब तक अनेको बार पुरस्कृत किया जा चुका हैं । जिसमें नवाचार गतिविधि समूह भारत, राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर, FNL आधारित शिक्षण, उत्कृष्ट शिक्षक, कलेक्टर सांसद ,विधायक गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस पर उत्कृष्ट शिक्षक संस्कार भारती महासमुंद ,पढ़ाई तुहर द्वार हमारे नायक कबाड़ से जुगाड़ उत्कृष्ट कार्य ,राष्ट्रीय साक्षरता, निर्वाचन, शिक्षक टैलेंट, कोरोना योद्धा शिक्षक सम्मान 2020 आदि ।

हेमलाल चक्रधारी का यह योगदान न केवल शिक्षा जगत में अभिनव उदाहरण बन चुका है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि साधन सीमित होने पर भी नवाचार असीमित हो सकता है।

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