महासमुन्द-जिले में गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय कृषि विकास योजना वर्ष 2021-22 अंतर्गत लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य 50 हेक्टेयर का है। किसानों को ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
सहायक संचालक उद्यानिकी ने बताया कि कृषकों को उद्यानिकी विभाग की ओर से 16 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के मानदेय से अनुदान दिया जाएगा। जो कृषकों के सीधे बैंक खातें में जमा होगा। सहायक संचालक ने बताया कि गेंदा फूल की खेती करने वाले इच्छुक किसान अपने विकासखण्ड के उद्यानिकी अधिकारी से सम्पर्क कर सकते है।
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इसके लिए बी-1 खसरा या ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड और बैंक खातें की छायाप्रति अपने फोटो के साथ निर्धारित प्रपत्र में आवेदन जमा कर सकते है। गेंदा फूलों की खेती के लिए 50 हेक्टेयर लक्ष्य में महासमुन्द और बागबाहरा विकासखण्ड में 17-17 हेक्टेयर, पिथौरा और बसना में 5-5 हेक्टेयर और सरायपाली विकासखण्ड में 6 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
कुछ सालों से महासमुन्द जिले में फूलों की खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ रहा है। अच्छी पैदावार के साथ-साथ आमदनी होने से किसान फूलों की खेती में दिलचस्पी ले रहें हैं। पिछले वर्ष तुमगांव के किसान ने 2 एकड़ में गेंदा फूल की खेती कर लाभ कमाया। वहीं ग्राम अमलीडीह निवासी किसान हर वर्ष हायब्रिड गुलाब की खेती करते है। फूलों की मांग राजधानी रायपुर सहित बिलासपुर से जगदलपुर तक है। वे धान की भी खेती करते है।
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जानकारी मुताबिक 2020-21 में जिले भर में धान की फसलों के
साथ लगभग 1654 हेक्टेयर में विभिन्न प्रकार के फूलों की खेती करते है।
इसमें गुलाब, मेरीगोल्ड, ट्यूब रोज, ग्लेडियोलस, चमेली,
सेवंती, गेंदा आदि फूलों की खेती की गयी थी।
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