दिल्ली-उत्तराखंड के चमोली तपोवन में कल हुई ग्लेशियर टूटने के बाद राहत और बचाव कार्य पूरे जोरो पर है। प्राकृतिक आपदा वाले इलाके के आस-पास से भी लोगों के लापता होने की खबर मिली है जिससे उनकी संख्या करीब दो सौ तीन हो गई है। अब तक 20 शव निकाले जा चुके हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। राज्य सरकार ने आपदा ग्रस्त चमोली जिले में राहत और बचाव कार्यों के लिए फंड रिलीज किए हैं। मुख्यमंत्री ने देहरादून में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा राहत और बचाव अभियान की समीक्षा की। केन्द्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक और ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आपदा ग्रस्त इलाकों का दौरा कर स्थिति का आकलन किया। जिन इलाकों का सड़क सम्पर्क जिले के अन्य भागों से टूटा हुआ है वहां के गांव के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए राशन और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
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मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, आपदा प्रबंधन और पुलिस, सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के अधिकारियों के साथ जोशीमठ इलाके में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकरियों को क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों में लगे कर्मियों को सही समय पर सभी आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे समय-समय पर संवेदनशील स्थानों का जायजा लेते रहें। उन्होंने ऐसे स्थानों पर राज्य आपदा मोचन बल की टीमें तैनात करने को भी कहा। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया है कि राज्य सरकार लापता लोगों के परिवारों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना चाहती है। इसके तौर-तरीके तय करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की जा रही है।
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चमोली जिला प्रशासन नीती घाटी के 13 गांवों को राशन, दैनिक उपयोग की वस्तुएं तथा चिकित्सा सामग्री हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचा रहा है। आपदा की वजह से पुल बह जाने से इन गांवों का सम्पर्क जिले के अन्य भागों से कटा हुआ है। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा है कि जब तक वैकल्पिक व्यवस्था या नए पुल का निर्माण नहीं हो जाता हेलीकॉप्टर के जरिए जरूरी चीजें भेजी जाती रहेंगी।
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गांव में फंसे लोगों को राशन के अलावा दाल, तेल, नमक, मसाले,
चाय की पत्ती, साबुन, दूध पाउडर, मोमबत्तियां और दिया-सलाई जैसी
जरूरी चीजें भी उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। जिला प्रशासन के दल आपदा
ग्रस्त इलाके में अलकनंदा नदी के किनारे लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
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