एमके शुक्ला-रायपुर- छत्तीसगढ़ के मुखिया के काम के प्रति उनके समर्पण ने उनके पूरे देश में अलग पहचान कायम की है। उनके द्वारा लागू हर एक योजनाओं की सराहना पूरे देश मे की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा कि कोरोना महामारी से अपने माता-पिता या अभिभावक को खो चुके बच्चे जो निजी स्कूल में पढ़ रहे उनकी पढ़ाई का खर्च भी छत्तीसगढ़ सरकार उठाएगी, छत्तीसगढ़ के मुखिया ने बच्चों के सपने को टुटने, बिखरने से बचा लिया है उक्त बातें प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा।
प्रवक्ता वंदना ने आगे कहा कि ऐसे बच्चों को राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई महतारी दुलार योजना का लाभ मिलेगा। प्राइवेट स्कूलों में पिछले एक साल से पढ़ रहे ऐसे बच्चे उसी निजी स्कूल में या स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में अपनी इच्छानुसार पढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा उनके स्कूल की फीस का वहन किया जाएगा।
ग्रीष्मकाल में बच्चों को शिक्षा के लिए सक्रिय रखेगा आमाराइट प्रायोजना,राज्य में लागू
अब कोई भी बच्चे पढ़ाई से वंचित नहीं रहेगे, हर होठों पे मुस्कान होगा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोरोना महामारी से मृत व्यक्तियों अथवा पालको के ऐसे बच्चे जो शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत थे उन्हें निशुल्क शिक्षा और मासिक छात्रवृत्ति देने के लिए महतारी दुलार योजना का लाभ बच्चों को मिलेगा।
अनुशासनहीनता के कारण पुलिस आरक्षक को किया गया बर्खास्त
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की बागडोर संभालने के बाद बहुत सी जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है। उन्हीं में से एक महतारी दुलार योजना है। भूपेश बघेल जी की सरकार ने विकास की दिशा में प्रदेश को आगे ले जाने का काम किया है। किसानों, गरीबों, मजदूरों, विद्यार्थियों, आम आदमियों की भलाई के लिये काम किया है। ढाई साल के अल्प अवधि में कांग्रेस ने जो उपलब्धियाँ हासिल की है उस पर छत्तीसगढ़वासियों को गर्व है कि उनका वोट पहली बार छत्तीसगढ़ के हित में काम आ रहा है।