गीदम-दंतेवाड़ा :- विकास खंड के ग्राम जावंगा के पहाड़ सुरंग में स्तिथ अदूड नांगा मॉयल मासा देवता का कड़साड मेला जावंगा के बुच्चा पारा में आयोजित किया गया। यह मेला को गाँव वाले 400 वर्ष से मानते आ रहे हैं।
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इस मेला का आयोजन गांव में सुख शांति, संपति वृद्धि, जल जंगल जमीन संरक्षण, जीवजंतु बचाओ, अच्छा फसल के लिए यह कड़साड मेला मनाया जाता है। गांव के रीति रिवाज परंपरा के हिसाब से सबेरे 10 बजे से पूजा प्रारंभ किया गया, अगले दिन सबेरे 7 बजे तक रात भर पूजा पाठ किया जाएगा। इस दौरान गांव के लोग अपने परंपरा के भेष भूषा धारण कर नाच गाना किए व् ढोल नृत्य से सभी लोग झूम उठे।
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इस मेला में जावंगा के आस पास में स्तिथ गांवों से करीब 8000 लोग शामिल हुए है। गर्मी होने के कारण मेला स्थल में ग्रामीणों के लिए पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध थी । ग्राम पंचायत जावंगा के पूर्व सरपंच बोमडा राम कोवासी इस मेला का प्रमुख्यता, उद्देश्य और लाभ के बारे में जानकारी दी और कहा कि ऐसी परंपरा आदिवासी संस्कृति, त्योहार बनाए रखना हमारी संस्कार तथा कर्तव्य है। अदूड नांगा मॉयल मासा देवता का कड़साड मेला देखने पहुचें बच्चे, युवा, महिला, बुजुर्ग सभी ने इसका आनंद लिए ।
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