महासमुंद. इलेक्ट्रिक लाइन का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है।मंगलवार को ट्रायल के बाद बुधवार से मालगाडिय़ां इलेक्ट्रिक इंजन पर ही दौड़ाया गया। मिली जानकारी के अनुसार 20 फरवरी से 8 पैसेंजर ट्रेनें भी इलेक्ट्रिक लाइन पर चलेंगी। ज्ञात हो कि कुछ महीने पहले ही सीआरएस महासमुंद पहुंचे थे और उपकेंद्र को चार्ज किया गया था।ईस्ट कोस्ट रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रिक लाइन का पहला फेस आज से शुरू होगा।रेलवे ने मार्च तक कार्य पूर्ण होने का लक्ष्य रखा था। इलेक्ट्रिक लाइन पर ट्रेनें चलने से ट्रेनों की गति बढ़ेगी और इंधन की बचत भी होगी।इलेक्ट्रिक लाइन में पहले भी कई बार ट्रायल किया जा चुका है, लेकिन यह ट्रायल केवल महासमुंद तक था, लेकिन अब रायपुर तक हो रहा है।
हालाकि रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य अभी भी मन्दिर हसौद रायपुर तक का बचा है उम्मीद जताई जा रही है कि दोहरीकरण का कार्य भी मई-जून तक पूरा हो जाएगा.दोहरीकरन का कार्य लगभग 6 वर्षों से चल रहा है, जो अब अंतिम चरण में है।पिछले दिनों डीआरएम ने भी इलेक्ट्रिेक लाइन का अवलोकन किया था और शीघ्र ट्रेने चलने की बात कही थी। रेलवे सेफ्टि ऑडिट की टीम ने भी रूट को सेफ्टी क्लीयरेंस दे दिया है।रेलवे पीआरओ निहार रंजन मिश्रा ने बताया कि मालगाडिय़ों का परिचालन शुरू हो गया है। आगामी दिनों में पैसेंजर ट्रेनें भी चलेंगी। पिछले दिनों इसका ट्रायल भी किया जा चुका है। जो सफल रहा है।
इन आठ ट्रेनों का आज से होगा परिचालन
आठ ट्रेनों का परिचालन आज से शुरू हो जाएगा। इसमें ट्रेन नंबर 18518/17 विशाखापट्टनम से कोरबा, ट्रेन नंबर १८५७३/७४ विशापट्टनम से बीजीकेटी,ट्रेन नंबर १७४८२/८१ टीपीटीवाइ से बीएसपी, ट्रेन नं 58528/२७ विशाखापट्टनम से रायपुर, 58530/२९ विशाखापट्टनम से दुर्ग, १८४२६/२५ दुर्ग से पुरी, ५८२१३/२४ बीएसपी से टिटलागढ़, ५८२१७/१/८ टिटलागढ़ शामिल है।