Home खास खबर भंवरपुर में अवैध धान पर कार्रवाई, 333 पैकेट जप्त

भंवरपुर में अवैध धान पर कार्रवाई, 333 पैकेट जप्त

भंवरपुर में अवैध धान पर कार्रवाई, 333 पैकेट जप्त

महासमुंद:-भंवरपुर में राजस्व व मंडी टीम ने अवैध धान पर कार्रवाई करते हुए 333 पैकेट जप्त किया गया । कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में जिले में अवैध धान भंडारण के खिलाफ सतत कार्रवाई जारी है।

इसी कड़ी में आज भंवरपुर उपतहसील के ग्राम बनडबरी (ब) में मंडी अधिनियम के तहत राजस्व व मंडी टीम ने बड़ी कार्रवाई की। यह कार्रवाई कृषक जनकलाल बरिहा पिता लखे सिंह के यहां की गई, जहां उनके कोठार में अवैध रूप से रखे 333 पैकेट धान जप्त किए गए।

मिली जानकारी के अनुसार, यह धान मंडी अधिनियम का उल्लंघन कर बिना किसी वैध दस्तावेज के भंडारित किया गया था। मामले की सूचना मिलते ही राजस्व व मंडी विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर जांच की और अवैध धान को जब्त कर लिया।

राजस्व व मंडी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत की गई है, जो मंडी अधिनियम और कृषि उपज व्यापार में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लागू हैं। अवैध भंडारण और खरीद-फरोख्त पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े ।

भंवरपुर में अवैध धान पर कार्रवाई, 333 पैकेट जप्त

बारिश की संभावना को देखते हुए धान बचाव की सुरक्षा का पुख्ता करे इंतज़ाम

बारिश की संभावना को देखते हुए धान बचाव की सुरक्षा का पुख्ता इंतज़ाम

महासमुंद :- बारिश की संभावना को देखते हुए समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे धान की समुचित सुरक्षा के उपाय करने को कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा है। धान खरीदी के निरीक्षण हेतु नियुक्त समस्त नोडल अधिकारी अपने-अपने धान खरीदी केंद्रों में बारिश से धान के बचाव की समुचित व्यवस्था करें और जानकारी लेते रहे। उन्होंने प्राप्त जानकारी अपने क्षेत्र के अनुविभागीय दंडाधिकारी को प्रेषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंजीयक सहकारी समिति, धान खरीदी नोडल अधिकारियों को उपार्जन केन्द्रों का सतत निरीक्षण करने और बारिश से धान की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर ने ज़िले के सभी अनुविभागीय दंडाधिकारी, धान खरीदी केंद्रों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को धान खरीदी केंद्र में जाकर बारिश से समुचित बचाव की व्यवस्था की रिपोर्ट प्राप्त करने और जहां आवश्यकता है, आवश्यक व्यवस्था भी सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी उपार्जन केन्द्रों में धान की स्टेकिंग बारिश से बचाव के लिए उचित तरीके से ढका हुआ हो, यह सुनिश्चित करें। किसी भी स्थिति में धान खराब न हो। सभी उपार्जन केन्द्रों में तिरपाल से धान के स्टेकिंग ढका रहे, इसका ध्यान रखे। किसी भी केंद्र में अव्यवस्था दिखे तो तत्काल दुरुस्त करवाते हुए जिला कार्यालय को सूचित करे। साथ ही नियंत्रण कक्ष के माध्यम से भी रिपोर्ट एकत्रित करवाएं।

 

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