महासमुंद:- गांव से लेकर शहर तक सत्ता संरक्षण में बढ़ रहा नशे का कारोबार विपक्ष में रहते जिन भाजपाइयों ने विरोध किया, वही शराब अब उन्हें अमृत लगने लगी है,महासमुंद जिले सहित प्रदेश में नशे का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। उक्त बाते पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनाेद सेवनलाल चंद्राकर ने जारी प्रेस विज्ञप्ति मे कहा है
खूब हल्ला मचाया था पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर
पूर्व विधायक ने आगे कहा कि महासमुंद जिले सहित प्रदेश में नशे का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। पिछले 5 साल विपक्ष में रहते भाजपाइयों ने शराब की अवैध बिक्री तथा प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर खूब हल्ला मचाया था। भाजपा के छोटे से लेकर बड़े नेता तक यह कहते थकते नहीं थे, कि प्रदेश में डबल इंजन की कथित सुशासन का सरकार आने पर शराब की अवैध बिक्री पर प्रतिबंध तथा पूर्ण शराबबंदी की कार्रवाई की जाएगी।
अब जब प्रदेश में डबल इंजन सरकार है, तथा लोकसभा से लेकर विधानसभा तक उन्हीं के प्रतिनिधि बैठे हैं, तब उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि किसके संरक्षण में शराब, गांजे, नशीले दवाइयों की अवैध बिक्री पूरे प्रदेश में हाे रही है। यहां तक पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन काल में ये लोग पूर्ण शराबबंदी को लेकर धरना आंदोलन तक किया था, अब तो देश व प्रदेश में उन्हीं की सरकार है, अत: छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की कार्रवाई करने में भाजपाई पीछे क्यों हट रहे हैं।
युवा पीढ़ी नशे की लत में
प्रदेश में नशा माफिया निरंकुश है, इससे स्पष्ट है कि नशे के कारोबारियों को भाजपा सरकार का संरक्षण प्राप्त है। आज नशे का कारोबार पुलिस व प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से हो रहा है और प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है। गांव से लेकर शहर तक आज प्रदेश के युवा शराब, गांजा, साल्यूशन, नशीली टेबलेट की चपेट में है। युवा पीढ़ी नशे की लत में अपराध की ओर बढ़ रहा है।
नई-नई शराब दुकानें खोलकर राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। यहां तक शराबखोरी को बढ़ावा देने भाजपा सरकार द्वारा अहाते खोलकर दिया जा रहा है। यही नहीं शराब के पाैवा से लेकर बोतल तक का मूल्य वृद्धि कर कमाई का जरिया बनाया जा रहा है। प्रदेश के विष्णुदेव सरकार द्वारा बनाई गई शराब नीति से प्रदेश में नशावृत्ति में बढ़ोत्तरी होगी। आज इस गंभीर समस्या पर भाजपा नेताओं के मुंह से एक शब्द नहीं निकल पा रहे हैं। इससे यह स्पष्ट है, कि भाजपा केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए शराब का विरोध करते थे। सत्ता हासिल करते ही भाजपाइयों को यही शराब अमृत लगने लगा है।
हमसे जुड़े :-
Twitter:https:DNS11502659
Facebook https:dailynewsservices/