महासमुंद। संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने स्वामी आत्मानंद स्कूल की कक्षाओं में प्रवेश के लिए सीटों में बढ़ोत्तरी के फैसले को सराहनीय बताया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया है।
संसदीय सचिव चंद्राकर ने बताया कि स्वामी आत्मानंद स्कूल की कक्षाओं में प्रवेश को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा फैसला लेते हुए सीटों में बढ़ोत्तरी के निर्देश दिए हैं। पहले एक कक्षा में प्रवेश के लिए चालीस बच्चों की संख्या निर्धारित की गई थी। नागरिकों की मांग पर अब स्वामी आत्मानंद स्कूल की कक्षाओं में प्रवेश के लिए चालीस सीटों की निर्धारित संख्या को बढ़ाकर पचास करने का फैसला लिया गया है।
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इसका मूल उद्देश्य गरीब से गरीब बच्चे को भी निजी स्कूलों की तरह अच्छी सुविधाएं मिल सकें। अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर उन्हें भावी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों की असमानता को दूर किया जा सके और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जा सकें। उन्होंने कहा कि मध्यमवर्गीय परिवार ज्यादा खर्च होने के कारण निजी इंग्लिश मिडियम विद्यालयों में अपने बच्चों को पढ़ाने में समक्ष नहीं थे।
ऐसी परिस्थितियों में बच्चों के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूल किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। बच्चों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अधोसंरचना की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसी वजह लोग अब यहां अपने बच्चों को प्रवेश दिलाने आगे आ रहे हैं। पूर्व में चालीस सीट निर्धारित थी जिसे बढ़ाए जाने से अभिभावकों को राहत मिलेगी।
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