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हाथियों की पुनः वापसी से सिरपुर हाथी प्रभावित क्षेत्र के किसान व् ग्रामीण में दहशत

ग्रामीणों को अनजाना भय सताना शुरू हो गया है कि कब,कंहा,कैसे और किससे हाथियों से मुलाक़ात हो जाय ? The villagers have started tormented by unknown fear that when, where, how and with whom to meet the elephants?

हाथियों की पुनः वापसी से सिरपुर हाथी प्रभावित क्षेत्र के किसान व् ग्रामीण में दहशत

महासमुंद-सिरपुर हाथी प्रभावित क्षेत्र में हाथियों की पुनः वापसी होने से क्षेत्र के किसान व् ग्रामीण फिर से दहशत में आ गए है करीब दो तीन माह तक हाथियों का दल धमतरी,गरियाबंद जिला के जंगलो में भ्रमण कर रहे थे । सोमवार की बीती रात हाथियों का दल झुण्ड से तीतर-बीतर होकर अलग अलग जगहों पर ब्यारा सोसायटी में रखे धान को नुकसान पहुचाया है।

मिली जानकारी के मुताबिक़ सोम्वार की रात 8 बजे पांच हाथी लहंगर के धान खरीदी केंद्र के पास पहुंच कर एक फड़ के अन्दर पहुंच गया जिसे देखकर स्टेक लगा रहे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गया। हाथी स्टेक में जा कर धान को खाने लगा। चार हाथी अन्दर नहीं आया मजदूरों ने आवाज दे कर भगाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने मसाल जला कर भगाया उसके बाद हाथी चैत राम ध्रुव के बाडी में पहुंच कर गन्ना, भान सिंह दीवान के बाड़ी में सब्जी को खाकर नुकसान किया । इसके बाद चार हाथी रात 11 बजे फुसेराडीह पहुंच कर जगन्नाथ यादव के घर में दिवाल को तोड कर घर में रखे धान को खा कर भारी नुक़सान पहुंचाया है।

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हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति सिरपुर के राधे लाल सिन्हा ने बताया है कि हाथियों का दल धमतरी,गरियाबंद जिला के जंगलो में उत्पाद मचाने के बाद क्षेत्र में उनकी वापसी हो गई है क्षेत्र के किसान व् नागरिक फिर से दहशत आ गए है आते ही इनका उत्पाद शुरू हो गया है इलाके के ग्रामीणों को अनजाना भय सताना शुरू हो गया है कि कब,कंहा,कैसे और किससे हाथियों से मुलाक़ात हो जाय ?

वन विभाग हाथी के नाम पर सिर्फ गस्त दल लगाया है इससे किसी भी प्रकार के सहयोग ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है वन विभाग इसे गंभीरता से लेते हुए काम करें। अगर हाथी से किसी भी प्रकार की हानि होती है तो किसान एवं ग्रामीण बर्दाश्त नहीं करेंगे। हाथियों के नाम पर सरकार भारी खर्च कर रही है उसके बाद भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

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