बलौदाबाजार-बलौदाबाजार जिला अस्पताल के सिविल सर्जन भी कोरोना संक्रमित मरीज़ों में शुमार हो गये हैं। उनका जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इन्हें मिलाकर जिले में आज 18 नये मरीज़ों की पहचान की गई है।
सभी 18 मरीज़ों का इलाज बलौदाबाजार स्थित जिला कोविड अस्पताल में किया जायेगा। उनकी भर्ती की कार्रवाई की जा रही है। इस प्रकार जिले में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या 220 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के सर्विलेंस अधिकारी डॉ राकेश प्रेमी ने बताया कि आज पॉजिटिव पाये गए 18 संक्रमित मरीज़ों में 5 ग्राम लांज़ा विकासखण्ड सिमगा, 3 लवन, 2 धाराशिव, 01 बलौदाबाजार शहर तथा 01 बिलाईगढ़ विकासखण्ड के ग्राम जेवराडीह के व्यक्ति शामिल है। देर रात 6 और मरीजों की पुष्टि हुई जिसमे पलारी नगर 03,अहिल्दा से 02 एवं 01 नरधा कसडोल से है
मृतक प्रवासी श्रमिक को बराबर मिल रहा था इलाज़ : सीएमएचओ
बलौदाबाजार- भाटापारा विकासखण्ड के ग्राम मल्दी में क्वारंटाइन काट रहे प्रवासी श्रमिक परमानंद ध्रुव के बीमारी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को थी। जिला अस्पताल बलौदाबाजार में इलाज़ कराने के बाद क्वारंटाइन सेण्टर में भी स्थानीय स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा नियमित देखभाल की जा रही थी।
इस बीच 20 तारीख को परमानंद ध्रुव (35)का अचानक निधन हो गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के.आर.सोनवानी ने बीमार मरीज़ की देखभाल नहीं किये जाने संबंधी आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि श्री ध्रुव में कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे । उनके कमर में दर्द था। उन्होंने परमानंद ध्रुव के विभाग द्वारा किये गए इलाज का सिलसिलेवार ब्यौरा भी दिया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मज़दूर परमानंद ध्रुव इलाहाबाद से 11 जून को वापस मल्दी आया था। उन्हें नियमानुसार हाई स्कूल में क्वारंटाइन में रखा गया था। कमर में दर्द होने की शिकायत पर 14 तारीख को उन्हें भाटापारा के संजीवनी एम्बुलेंस से जिला अस्पताल बलौदाबाजार लाया गया।
डॉक्टरों द्वारा उनके स्वास्थ्य की जांच की गई। कोरोना के कोई लक्षण उनमें नहीं मिला। दवाई-पानी देकर रात 10 बजे वापस क्वारंटाइन सेंटर वापस भेज दिया गया। 15 से 19 जून तारीख तक महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी रूटीन देखभाल की जा रही थी। परमानंद ध्रुव नियमित रूप से भोजन भी ले रहे थे।
जून की 19 तारीख को प्रभारी सचिव की सूचना पर मोपका स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर क्वारंटाइन सेन्टर पहुंचे। मरीज़ की स्वास्थ्य जांच में शरीर का तापमान सामान्य रूप से पाया गया। डॉक्टर के समक्ष उन्हें चाय-बिस्किट के साथ दर्द निवारक दवाई भी खिलाया गया। मरीज़ के हालात सामान्य लगने पर क्वारंटाइन समय पूर्ण होने के बाद विस्तृत जांच का भरोसा भी दिलाया गया। इस बीच 20 तारीख को सवेरे परमानंद ध्रुव का निधन हो गया।